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Incest Didi ke sath Bus me Hawas bhara Safar
#33
5
Smile

माई और दीदी बस स्टॉप जनसंपर्क बेथ गए। हम दोनो ही चुप थे या एक दसरे से नजर नहीं मिला पा रहे थे। दोस्तो आप याद करते हैं हमारी हलत।

हम दोनो के दिमाग मैं बहुत साड़ी बातें चल रही थी। हम यही भी सोच रहे थे कि हमने जो किया सही किया या गलत। और हम आपके रिश्ते के नंगे मैं भी सोच रहे थे कि हम ऋषि भाई बहन है।

हम लोगो को ये भी लग रहा था की उम्र के हसब से हम यंग है या जवान लड़का या लड़की की तो ये जरूरत होती है या उनके बिच आकर्षण होना प्राकृतिक है एमजीआर हम भाई बहन के रिश्ते को ले कर भी टेन्स माई।

एक ट्रफ हमारे दिल माई गिल्ट था या दुसरी ट्रफ हम दोनो बहोत एक्साइटमेंट भी महसूस कर रहे थे। माई अपने देखे पर दीदी के स्तन की नर्मि और लुंड पर दीदी की छुट का गरमी अभी भी महसूस कर रहा। और यही हाल दीदी का भी था। मेरी दीदी ने तो दो लुंड की शक्ति महसूस की थी।

तबी दीदी ने बोला

दीदी: अभी क्या करें, कॉलेज जाना है तुम्हें।

मैं: पता नहीं, एमजीआर मेरा दिल कॉलेज जाने का नहीं कर रहा, आप जैसा बोलो मैं वेसा क्रूंगा।

दीदी मुझसे चिपक कर बेथ गई या अपना सर मेरे कंधे पर रख लिया जिसे दीदी के स्तन मेरे हाथ से दबे हुए थे।

दीदी : मुझे भी कॉलेज नहीं जाना है तो क्या करे अब।

मैं : आप बताओ ना।

दीदी : शॉपिंग करते हैं। मैं तुम्हें कुछ तोहफा देना चाहता हूं।

मैं: ओके दी तो मॉल चलते हैं।

माई या दीदी मॉल जाते हैं या दीदी मुझे 2 जींस 2 शर्ट 2 टी शर्ट उपहार कृति है। फिर दीदी अपने लिए शॉपिंग कृति है।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: Didi ke sath Bus me Hawas bhara Safar - by neerathemall - 07-07-2022, 01:19 PM



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