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Adultery बरसात में भीगीभाभी की चुदाई
#4
मैं कमरे में अन्दर चला गया, भाभी बोली – अरे सावन, मैंने अभी कपड़े नहीं पहने, तुम बाहर जाओ.

मैं बोला – भाभी, मैंने तुम्हें कपड़ो में हमेशा देखा लेकिन आज बिन कपड़ो के देखा है, अब तुम्हारी मर्ज़ी है तुम मेरे सामने ऐसे भी रह सकती हो.

और कहते हुए मैंने उनको बाहों में ले लिया.

उन्होंने थोडी सी न नुकर की लेकिन मैंने जयादा सोचने का टाइम नहीं दिया और बिंदास उनको किस करनी शुरू कर दी मैंने देखा की उसने आँखे बंद कर ली. इस में उनकी सहमति छुपी थी. मैं दस मिनट तक उसे किस करता रहा इस बीच गर्म होंट उसके गोरे बदन के ज़र्रे ज़र्रे को चूम गए.

अचानक भाभी ने मुझे जोर से धक्का दिया और में नीचे गिर गया एक बार को में फ़िर डर गया लेकिन अगले ही पल मैंने पाया के भाभी मेरे उपर आकर लेट गई थी और मेरे सारे कपड़े उतार दिए हम दोनों के बीच से कपड़ो की दिवार हट चुकी थी. मेरा लंड पूरी तरह तैनात खड़ा था.

तभी उसने मेरे उपर आकर मेरे लंड को अपने नर्म होंटो से छुआ और अपने मुँह में ले लिया. वो मेरे ऊपर इस तरह बैठी थी की उसकी चूत बिल्कुल मेरे होंठो पर आ टिकी थी मैंने चूत को बिंदास चाटना शुरू कर दिया.

उसके मुँह से मेरा लुंड आजाद हो गया था और आआह्छ…आआ… ऊऊ… ऊओफ्फ्फ्फ़. की आवाज उसके मुह से आने लगी थी और तभी उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया. ओर वो मुझ से बोली – ऊह मेरे सेक्सी सावन मेरी चूत तुम्हारे इस सुडोल लंड को लिए बिना नहीं रह सकती प्लीज सावन, अपने इस प्लेयर को मेरी चूत के प्ले ग्राउंड में उतार दो ताकि ये अपना चुदाई गेम खेल सके.


भाभी अब मेरे लंड को लेने के तड़पने लगी थी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: बरसात में भीगीभाभी की चुदाई - by neerathemall - 07-07-2022, 12:29 PM



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