06-07-2022, 05:47 PM
बात है 19वी सदी की। राजस्थान के लुगार गांव की ये कहानी है। यह गांव को किसी की बुरी नजर लाग गई। यह गांव जो सुख और समृद्ध से भरा था आज उसमे दैत्य राक्षसों की नजर लाग गई। गांव के लोगो को सताने का काम करते। उनके लोगो को मारते और उनका शिकार करते। राक्षस अपनी छोटी सी सेना लेकर गांव पर चढ़ाई करता।
उसकी एक ही मांग थी और वो थी चित्रा। चित्रा जो एक खूबसूरत और दिलकश औरत थी। इतनी खूबसूरत की अगर बाहर निकले तो लोगो का ध्यान उसकी और मोहित हो जाता। एक बड़े जमींदार की इकलौती बेटी ।
![[Image: images-17.jpg]](https://i.ibb.co/TcDm5xF/images-17.jpg)
दैत्यों का राजा उसे प्यार करता और उससे शादी करना चाहता लेकिन ऐसे हैवान और डरावने चेहरे से कौन शादी करता ? उसने धमकी दी की अगर चित्रा उसकी न हुई तो पूरे गांव को खत्म कर देगा और ऐसा उसने किया भी। गांव में उसका आतंक बढ़ गया और देशत हद से ज्यादा। क्रुर और हैवान उसका दूसरा नाम था।
![[Image: images-16.jpg]](https://i.ibb.co/BBFwkzP/images-16.jpg)
गांव के लोगो ने फैसला किया कि चित्रा को उसके हवाले कर दे जिससे गांव में शांति आ जाएगी। सभी ने उसके हवेली pe चढ़ाई की और चित्रा को गांव के बीच ला खड़ा किया। सभी भीड़ कहने लगी "चली जाओ यहां से हमारे लोगो को बक्शो। चित्रा रोने लगी और मां बाप भी रोने लगे। लेकिन किसी को कोई फर्क नहीं पड़ा। एक आदमी ने चित्रा को बाहर कर दिया लेकिन चित्रा नही मानी तो तलवार से उस पर आक्रमण करने गया। चित्रा पे तलवार लगने वाली थी की us आदमी का हाथ एक बुड्ढे आदमी ने पकड़ा। उस आदमी का नाम हल्दी था। हल्दी अपने १० आदमियों के साथ वहा हथियार के साथ आया। उनके लोगो का सरदार मंगूलाल था। मंगूलाल और उसके १० लोगो को फौज बहुत बड़े जादूगर थे। उनके आते ही सब डर से कांपने लगे। वह सभी लोग बुड्ढे और सालो से श्राप की वजह से जीवित थे।
"क्या हुआ क्यों इसे बाहर कर रहे हो गांव से ?" हल्दी ने गुस्से से पूछा।
एक आदमी ने हाथ जोड़ते हुए कहा "मालिक इस लड़की पर दैत्य राजा की नजर है और उसने इसी वजह से गांव पे हमला किया। हमारे लोग मर रहे है।"
सभी लोग रोने लागे।
"बेवकूफों दैत्य कुंवारी स्त्री को नहीं लेते। विवाह करा दो इसका फिर समस्या खत्म।" मंगूलाल ने कहा।
"नही हो सकता । क्योंकि जिसने इसे शादी को उसे दैत्य मार डालेगा। हम इसे दैत्य के हवाले करेंगे।"
मंगूलाल ने तलवार निकलते हुए कहा "कोई आगे बढ़ा तो मार दूंगा उसे। इसका कोई दोष नही।"
"लेकिन मालिक हमारी भी गलती नही लेकिन करीब १०० से ज्यादा लोग मारे गए इसकी वजह से।"
"कोई बात नही यह लड़की हमारे साथ चलेगी।" हल्दी ने कहा।
"नही हो सकता। कोई कुंवारी लड़की किसी गैर आदमी के साथ नही जा सकती।"
सभी लोग थू थू करने लागे। मंगूलाल चिल्लाके बोला "इससे में शादी करूंगा और इसके रक्षा की जिम्मेदारी मेरी।"
सभी लोग स्तब्ध रह गए लेकिन दूसरा कोई चारा भी नहीं था। मंगूलाल ने चित्रा से उसी वक्त मंडप पे शादी कर ली। चित्रा को विदाई हुई और वो मंगूलाल और उसके १० बुड्ढे लोगो के साथ पालकी में चल दी। मंगूलाल से कसम खाई की चित्रा को राक्षस से मुक्ति दिलाकर रहेगा और इज्जत पर कोई आंच नहीं आने देगा।
मंगूलाल चित्रा और अपने आदमियों के साथ लकीरा गांव पे गया । लकिरा गांव में सिर्फ यही लोग ही रहते थे। पूरा गांव वीरान और सुनसान है। इस बड़े गांव में चित्रा मंगूलाल और १० लोग रहनेवाले थे। अब देखना यह है की कैसे मंगूलाल चित्रा को बचाएगा।
यह कहानी सिर्फ २ एपिसोड में पूरा हो जाएगा।
चित्रा
![[Image: images-18.jpg]](https://i.ibb.co/NYzcf6M/images-18.jpg)
मंगूलाल
उसकी एक ही मांग थी और वो थी चित्रा। चित्रा जो एक खूबसूरत और दिलकश औरत थी। इतनी खूबसूरत की अगर बाहर निकले तो लोगो का ध्यान उसकी और मोहित हो जाता। एक बड़े जमींदार की इकलौती बेटी ।
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दैत्यों का राजा उसे प्यार करता और उससे शादी करना चाहता लेकिन ऐसे हैवान और डरावने चेहरे से कौन शादी करता ? उसने धमकी दी की अगर चित्रा उसकी न हुई तो पूरे गांव को खत्म कर देगा और ऐसा उसने किया भी। गांव में उसका आतंक बढ़ गया और देशत हद से ज्यादा। क्रुर और हैवान उसका दूसरा नाम था।
![[Image: images-16.jpg]](https://i.ibb.co/BBFwkzP/images-16.jpg)
गांव के लोगो ने फैसला किया कि चित्रा को उसके हवाले कर दे जिससे गांव में शांति आ जाएगी। सभी ने उसके हवेली pe चढ़ाई की और चित्रा को गांव के बीच ला खड़ा किया। सभी भीड़ कहने लगी "चली जाओ यहां से हमारे लोगो को बक्शो। चित्रा रोने लगी और मां बाप भी रोने लगे। लेकिन किसी को कोई फर्क नहीं पड़ा। एक आदमी ने चित्रा को बाहर कर दिया लेकिन चित्रा नही मानी तो तलवार से उस पर आक्रमण करने गया। चित्रा पे तलवार लगने वाली थी की us आदमी का हाथ एक बुड्ढे आदमी ने पकड़ा। उस आदमी का नाम हल्दी था। हल्दी अपने १० आदमियों के साथ वहा हथियार के साथ आया। उनके लोगो का सरदार मंगूलाल था। मंगूलाल और उसके १० लोगो को फौज बहुत बड़े जादूगर थे। उनके आते ही सब डर से कांपने लगे। वह सभी लोग बुड्ढे और सालो से श्राप की वजह से जीवित थे।
"क्या हुआ क्यों इसे बाहर कर रहे हो गांव से ?" हल्दी ने गुस्से से पूछा।
एक आदमी ने हाथ जोड़ते हुए कहा "मालिक इस लड़की पर दैत्य राजा की नजर है और उसने इसी वजह से गांव पे हमला किया। हमारे लोग मर रहे है।"
सभी लोग रोने लागे।
"बेवकूफों दैत्य कुंवारी स्त्री को नहीं लेते। विवाह करा दो इसका फिर समस्या खत्म।" मंगूलाल ने कहा।
"नही हो सकता । क्योंकि जिसने इसे शादी को उसे दैत्य मार डालेगा। हम इसे दैत्य के हवाले करेंगे।"
मंगूलाल ने तलवार निकलते हुए कहा "कोई आगे बढ़ा तो मार दूंगा उसे। इसका कोई दोष नही।"
"लेकिन मालिक हमारी भी गलती नही लेकिन करीब १०० से ज्यादा लोग मारे गए इसकी वजह से।"
"कोई बात नही यह लड़की हमारे साथ चलेगी।" हल्दी ने कहा।
"नही हो सकता। कोई कुंवारी लड़की किसी गैर आदमी के साथ नही जा सकती।"
सभी लोग थू थू करने लागे। मंगूलाल चिल्लाके बोला "इससे में शादी करूंगा और इसके रक्षा की जिम्मेदारी मेरी।"
सभी लोग स्तब्ध रह गए लेकिन दूसरा कोई चारा भी नहीं था। मंगूलाल ने चित्रा से उसी वक्त मंडप पे शादी कर ली। चित्रा को विदाई हुई और वो मंगूलाल और उसके १० बुड्ढे लोगो के साथ पालकी में चल दी। मंगूलाल से कसम खाई की चित्रा को राक्षस से मुक्ति दिलाकर रहेगा और इज्जत पर कोई आंच नहीं आने देगा।
मंगूलाल चित्रा और अपने आदमियों के साथ लकीरा गांव पे गया । लकिरा गांव में सिर्फ यही लोग ही रहते थे। पूरा गांव वीरान और सुनसान है। इस बड़े गांव में चित्रा मंगूलाल और १० लोग रहनेवाले थे। अब देखना यह है की कैसे मंगूलाल चित्रा को बचाएगा।
यह कहानी सिर्फ २ एपिसोड में पूरा हो जाएगा।
चित्रा
![[Image: images-18.jpg]](https://i.ibb.co/NYzcf6M/images-18.jpg)
मंगूलाल
![[Image: images-15.jpg]](https://i.ibb.co/0C0Gt2C/images-15.jpg)