06-07-2022, 02:50 PM
और किचन चली गयी, गुलाबी रंग़ के गाउन मे सेक्सी लग रही थी, उधर से एक बियर की बोट्ल और ग्लास लेकर आई ! राखी मेरे करीब सोफ़ा पर बैठ्कर बियर को ग्लास मे ड़ालने लगी, उसके ड़ीप गले की वजह से चुची का उपरी हिस्सा दिख रहा था तो वो झुककर जब ग्लास मे बियर ड़ालने लगी तो उनके गुलाबी ब्रा मे सुंदर सी चुचि दिख् रही थी, अब दोनो बियर पीने लगे तो राखी मेरे जिंस के उपर हाथ रखकर मेरे ओर खिंसकी…… “राहुल दीदी के यहा कितने दिन तक रुक्ना है
(राहुल) 4-5 दिन तक. ” दोनो दो-2 ग्लास बियर पीकर मस्त हो उठे तो मेरा हाथ राखी के गाउन के ड़ोरी पर चला गया, मै ड़ोरी को खोला और गाउन को उसके जिस्म से निकालने लगा ! राखी बिन ब्रा और पेंटी के नग्न अवस्था मे थी और दोनो पैर को एक दुसरे पर चढाकर सोफ़ा पर बैठी हुई थी तो मै उसके स्तन को मसल्ता हुआ गाल को चुमने लगा, वो मेरे शर्ट और जिंस को निकालने लगी और पल भर बाद दोनो नग्न थे ! अब दोनो ज़मीन पर खड़े होकर एक दुसरे से लिपट गये और मै उसके चेहरे को चुम रहा था तो वो मेरे गर्दन को चुम रही थी, मेरा हाथ राखी के मस्तायी गांड़ पर था तो अब दोनो एक दुसरे के ओंठ को चुमने लगे, मेरे मुह्न मे उसके रसिले ओंठ थे तो मै चुसता हुआ उसके गांड़ की ओर से बुर मे एक उंग़ली कर दिया ! राखी अब अपने जिभ को मेरे मुह्न मे ड़ालकर चुसवा रही थी तो मै उसकी बुर को उंग़ली से कुरेदने लगा, उसकी चुचि मेरे सिने से चिपक रही थी तो पल भर बाद उसके जिभ को छोड़कर बुर से उंग़ली बाहर किया !
राखी अब सोफ़ा पर बैठी थी और उसका चुत्तर किनारे पर था, अपने दोनो पैर को दो दिशा मे किये बुर को सहला रही थी तो मै ज़मीन पर बैठ्कर राखी के जङ्हा को चुमने लगा और अब अपने हथेली को बुर पर रगड़ रहा था ! उसके चिकने जङ्हा को चुम-2 कर अब अपना मुह्न उसके बुर पर लगा दिया, बुर पर बार नही थे तो मै उसपर चुम्बन देता हुआ उसके स्तन को मसलने लगा, राखी अपने बुर को उङ्ली की मदद से फ़ल्का दी तो मेरा आधा जिभ उसकी बुर को चाट्ने लगा ! राखी दीदी की हमउम्र थी और इनका बुर काफ़ी टाईट था, मेरा जिभ बुर को कुत्ते की तरह चोद रहा था तो वो सिसक रही थी…….. “ऊह्हह आह्हह्ह ऊम्मम्मम्मम राहुल अब बुर को चोद दो ना यार. ” लेकिन मै उसकी बुर के दोनो फ़ांक को मुह्न मे भरकर चुभलाने लगा तो वो मेरे बाल पकड़े मेरे मुह्न को बुर की ओर धंसाने लगी ! मेरा लंड़ अब चुदाई को आतुर था……
राखी को सोफ़ा पर ही कुत्तिया की तरह कर दिया और उसके भारी भरकम चुत्तर के सामने खड़ा होकर लंड़ के सुपाड़ा को बुर के मुहाने मे घुसाया, अब कमर थामे धीरे-2 लंड़ को अंदर की ओर पेलने लगा ! राखी की चुत मे
(राहुल) 4-5 दिन तक. ” दोनो दो-2 ग्लास बियर पीकर मस्त हो उठे तो मेरा हाथ राखी के गाउन के ड़ोरी पर चला गया, मै ड़ोरी को खोला और गाउन को उसके जिस्म से निकालने लगा ! राखी बिन ब्रा और पेंटी के नग्न अवस्था मे थी और दोनो पैर को एक दुसरे पर चढाकर सोफ़ा पर बैठी हुई थी तो मै उसके स्तन को मसल्ता हुआ गाल को चुमने लगा, वो मेरे शर्ट और जिंस को निकालने लगी और पल भर बाद दोनो नग्न थे ! अब दोनो ज़मीन पर खड़े होकर एक दुसरे से लिपट गये और मै उसके चेहरे को चुम रहा था तो वो मेरे गर्दन को चुम रही थी, मेरा हाथ राखी के मस्तायी गांड़ पर था तो अब दोनो एक दुसरे के ओंठ को चुमने लगे, मेरे मुह्न मे उसके रसिले ओंठ थे तो मै चुसता हुआ उसके गांड़ की ओर से बुर मे एक उंग़ली कर दिया ! राखी अब अपने जिभ को मेरे मुह्न मे ड़ालकर चुसवा रही थी तो मै उसकी बुर को उंग़ली से कुरेदने लगा, उसकी चुचि मेरे सिने से चिपक रही थी तो पल भर बाद उसके जिभ को छोड़कर बुर से उंग़ली बाहर किया !
राखी अब सोफ़ा पर बैठी थी और उसका चुत्तर किनारे पर था, अपने दोनो पैर को दो दिशा मे किये बुर को सहला रही थी तो मै ज़मीन पर बैठ्कर राखी के जङ्हा को चुमने लगा और अब अपने हथेली को बुर पर रगड़ रहा था ! उसके चिकने जङ्हा को चुम-2 कर अब अपना मुह्न उसके बुर पर लगा दिया, बुर पर बार नही थे तो मै उसपर चुम्बन देता हुआ उसके स्तन को मसलने लगा, राखी अपने बुर को उङ्ली की मदद से फ़ल्का दी तो मेरा आधा जिभ उसकी बुर को चाट्ने लगा ! राखी दीदी की हमउम्र थी और इनका बुर काफ़ी टाईट था, मेरा जिभ बुर को कुत्ते की तरह चोद रहा था तो वो सिसक रही थी…….. “ऊह्हह आह्हह्ह ऊम्मम्मम्मम राहुल अब बुर को चोद दो ना यार. ” लेकिन मै उसकी बुर के दोनो फ़ांक को मुह्न मे भरकर चुभलाने लगा तो वो मेरे बाल पकड़े मेरे मुह्न को बुर की ओर धंसाने लगी ! मेरा लंड़ अब चुदाई को आतुर था……
राखी को सोफ़ा पर ही कुत्तिया की तरह कर दिया और उसके भारी भरकम चुत्तर के सामने खड़ा होकर लंड़ के सुपाड़ा को बुर के मुहाने मे घुसाया, अब कमर थामे धीरे-2 लंड़ को अंदर की ओर पेलने लगा ! राखी की चुत मे
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.