06-07-2022, 02:49 PM
मै रेखा दीदी को लेकर कानपुर से देल्ही पहुंचा और फ़िर दीदी अपने घर के कामकाज मे लग गयो तो मै 2-3 घंटे आराम करने के बाद एक काफ़ी पिया ! दोपहर के 12:00 बजे दीदी की फ़्लैट से बाहर निकला और अपार्टमेंट के बाहर जाकर एक दुकान से सिगरेट लिया, फ़िर पीने लगा, सोच रहा था की दीदी की सहेली राखी से बात कि जाय ! उनके मोबाईल पर काल किया तो स्विच ओफ़ बताया, खैर घर वापस आकर स्नान किया और दोपहर मे खा पिकर सो गया ! शाम 5:00 बजे मेरा मोबाईल रिंग़ हुआ तो मै राखी के नम्बर को देख खुश हुआ, बात करने लगा……….. “बोलिये राखी जी आप कहि बाहर है क्या ?
(राखी) नही तो लेकिन मोबाईल स्विच ओफ़ मिला होगा
(राहुल) मै दीदी को लेकर आया हु
(राखी) ओह आज तो…….. तुम कल सुबह आओ ना. ”
मै रात को मोबाईल पर एक पोर्न क्लिप देखा और फ़िर सो गया ! सुबह दीदी मुझे एक चाय के साथ उठाने आई, जिजा भी घर पर ही थे, खैर हमलोग साथ मे चाय पिये फ़िर जिजा अपने काम पर जाने को तैयार होने लगे तो दीदी भी उनके नाश्ता बनाने मे ब्यस्त हो गयी ! जिजा घर से निकले तो मै भी स्नान करने चला गया और नाश्ता करने के बाद तैयार होने लगा, तो दीदी मेरे पास आकर बोली…… :”अभी कहा जा रहे हो राहुल
(राहुल) अपने दोस्तो से मिलने जा रहा हु 2-3 घंटे मे आउंग़ा
(रेखा) ओह दिन मे जिजा नही है सोची थोड़ी मस्ती करुंग़ी
(राहुल) तो क्या हुआ दीदी अभी तो 10:00 ही बजे है, आता हु. ” और मै सिधे राखी के घर चला गया, गेट को खटखट करने लगा तो राखी आकर दरवाजा खोली ! मै उनके घर के अंदर घुसा तो राखी मुझे बैठ्ने को बोली
(राखी) नही तो लेकिन मोबाईल स्विच ओफ़ मिला होगा
(राहुल) मै दीदी को लेकर आया हु
(राखी) ओह आज तो…….. तुम कल सुबह आओ ना. ”
मै रात को मोबाईल पर एक पोर्न क्लिप देखा और फ़िर सो गया ! सुबह दीदी मुझे एक चाय के साथ उठाने आई, जिजा भी घर पर ही थे, खैर हमलोग साथ मे चाय पिये फ़िर जिजा अपने काम पर जाने को तैयार होने लगे तो दीदी भी उनके नाश्ता बनाने मे ब्यस्त हो गयी ! जिजा घर से निकले तो मै भी स्नान करने चला गया और नाश्ता करने के बाद तैयार होने लगा, तो दीदी मेरे पास आकर बोली…… :”अभी कहा जा रहे हो राहुल
(राहुल) अपने दोस्तो से मिलने जा रहा हु 2-3 घंटे मे आउंग़ा
(रेखा) ओह दिन मे जिजा नही है सोची थोड़ी मस्ती करुंग़ी
(राहुल) तो क्या हुआ दीदी अभी तो 10:00 ही बजे है, आता हु. ” और मै सिधे राखी के घर चला गया, गेट को खटखट करने लगा तो राखी आकर दरवाजा खोली ! मै उनके घर के अंदर घुसा तो राखी मुझे बैठ्ने को बोली
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.