06-07-2022, 02:27 PM
मुझे तो कुछ समझ में नहीं आ रहा था मेरे पास कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं था जिससे कि मैं मदद ले सकता मेरे लिए सारे दरवाजे बंद हो चुके थे तब मुझे मेरा एक पुराना दोस्त मिला, जब मुझे वह मिला तो मैं उससे मिलकर बहुत खुश हुआ उसने मेरे अंदर जैसे दोबारा से एक अलग ही जोश पैदा कर दिया था और उसके कहने पर मैंने उसके साथ मिलकर काम शुरू कर दिया, उसके साथ काम करना मेरे लिए बहुत अच्छा था क्योंकि मुझे उसके साथ काम करके पैसे भी मिल जाया करते थे लेकिन वह मुझे कहने लगा देखो रोहन तुम्हें मेरा एक काम करना होगा, मैंने उसे कहा कि बोलो तुम्हारा क्या काम करना है तुम तो घर से भी संपन्न हो और तुम्हें किसी चीज की भी कमी नहीं है, वह मुझे कहने लगा लेकिन मैं अपनी पत्नी से बहुत ज्यादा दुखी हूं और मेरी पत्नी की वजह से मैं इतना ज्यादा परेशान हो चुका हूं कि मुझे कुछ समझ ही नहीं आता, मैंने उससे कहा तुम मुझसे खुलकर बात क्यों नहीं कहते तुम जब तक मुझे बताओगे नहीं की तुम्हें किस चीज की परेशानी है तो मैं भला तुम्हारी मदद कैसे कर पाऊंगा, वह मुझे कहने लगा हम लोग एक काम करते हैं आज शाम के वक्त हम दोनों कहीं अकेले में जाकर बैठते हैं, मैंने उससे कहा ठीक है शाम के वक्त आज हम लोग कहीं बैठते हैं वैसे भी काफी दिन हो चुके हैं मैंने शराब नहीं पी। हम दोनों एक बार में चले गए हम दोनों वहां पर बैठ कर बात करने लगे मुझे नहीं पता था कि मेरा दोस्त अंदर से इतना तकलीफ में है वह मुझे कहने लगा तुम्हारी और मेरी जिंदगी बिल्कुल एक जैसी है तुम्हें बिजनेस में लॉस हुआ तो तुमने अपना घर बेच दिया लेकिन मेरी पत्नी की वजह से मैं बहुत ज्यादा परेशान हूं मेरी पत्नी का चरित्र बिल्कुल भी ठीक नहीं है लेकिन मेरी कभी हिम्मत ही नहीं हुई कि मैं उसकी बारे में कोई जांच-पड़ताल करूं लेकिन मैं तुमसे मदद चाहता हूं।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.