06-07-2022, 02:00 PM
“भाई किसी और दिन चोद लेना” मैंने कहा तो वो दोनों माने ही नही और मुझे सोफे पर ही कुतिया बना दिया। मैं अपने घुटनों को मोड़कर कुतिया बन गयी। मैंने अपना खूबसूरत पिछवाडा उपर उठा लिया था। मैं पूरी तरह से नंगी थी और बहुत हॉट और सेक्सी माल लग रही थी। अंदर से मेरा भी गांड मराने का मन कर रहा था। ईशान आकर मेरे गोल मटोल पुट्ठे को किस करने लगा। मेरे दोनों पुट्ठे को वो सहला रहा था। फिर वो मेरी गांड में जीभ लगाकर चाटने लगा। मुझे बहुत जोर की उत्तेजना हुई।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.