06-07-2022, 01:57 PM
आज मैंने अपने दो भाइयो से कसके चुदा लिया था। मेरी चूत और वासना की आग आज शांत हो गयी थी। कुछ देर बाद मेरे दोनों हब्सी भाइयों के लौड़े फिर से खड़े हो गये।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
