06-07-2022, 01:48 PM
मुझे बहुत नशीला नशीला लग रहा था। बहुत हॉट और सेक्सी महसूस हो रहा था। ईशान के हाथ मेरी खूबसूरत भरी जाँघों पर थे। वो जल्दी जल्दी मेरी चूत का भोग लगा रहा था। मैं चुद रही थी अपने ही सगे भाई से। मैं लंड खा रही थी। मुझे अच्छा लग रहा था। बड़ा अजीब अहसास था वो। कुछ देर बाद ईशान ने अपनी पावर बढ़ा दी। वो और जल्दी जल्दी मुझे पेलने लगा। मेरी कुवारी चूत को चोद चोदकर उसने उसका भर्ता बना डाला। मेरी चूत को बर्तन की तरह उसने धो दिया। मेरी चूत अब फट गयी थी। ईशान तो रुकने का नाम ही नही ले रहा था। बस जल्दी जल्दी मुझे चोद रहा था। सोफे पर ही मेरी ठुकाई हो रही थी। अपने ही घर में मेरी चूत का बाजा बज रहा था। मेरे दूसरे भाई राजेश ने मुझे कसके पकड़ लिया था। वो नही चाहता था की मैं चुदवाने से मना करूँ।
दोस्तों, ईशान ने तो उस दिन मुझसे भरपूर मजा लूट लिया। 18 मिनट उसने मुझे रगड़कर चोदा। मेरी चूत फाड़कर रख दी। फिर माल भी चुद्दी में गिरा दिया। ईशान हटा तो राजेश मेरी चूत पर आ गया। उसने अपना 6” का लंड मेरी चूत में डाल दिया और जल्दी जल्दी मुझे पेलने लगा।
दोस्तों, ईशान ने तो उस दिन मुझसे भरपूर मजा लूट लिया। 18 मिनट उसने मुझे रगड़कर चोदा। मेरी चूत फाड़कर रख दी। फिर माल भी चुद्दी में गिरा दिया। ईशान हटा तो राजेश मेरी चूत पर आ गया। उसने अपना 6” का लंड मेरी चूत में डाल दिया और जल्दी जल्दी मुझे पेलने लगा।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.