06-07-2022, 12:30 PM
ह देख कर मैं खुश हो गया क्योंकि मेरा काम बन गया था. दीदी की चूत एकदम से शेव की हुई और पिंक थी. मैंने एक उंगली डालनी चाहि तो मेरी उंगली उसकी चूत में नहीं जा पाई, क्योंकि उसकी वर्जिन चूत अभी भी काफी टाइट थी. मुझे समझ में आ गया की दीदी अभी भी वर्जिन है. अब तो में भी एकदम गरम हो गया था
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.