06-07-2022, 12:26 PM
तो आंटी अकेली चली गई और मेरी मम्मी को दीदी का ख्याल रखने को कह दिया. तो मेरी मम्मी ने भी मुझे बोल दिया कि रात को तुम टूशन खत्म होने के बाद विणा दीदी के घर ही रुक जाया करना, और सुबह अपने घर पर वापस आ जाना. मैंने मां से कहा ठीक है और यह सुनकर मैं मन ही मन बहुत खुश हुआ की अब तो में दीदी के इतने नजदीक रहूँगा तो में कुछ कोशिश तो कर ही सकता हु और काम बन गया तो अपनी तो गाडी चल पड़ेगी.
अगले दिन में दीदी के घर पर ट्यूशन के लिए पहुंचा तो मेरे मन में अजीब वासना थी. विणा दीदी के घर पर पहुंचने के बाद मैंने देखा की आज दीदी ने लाइट टी शर्ट और स्कर्ट पहनी थी. उसने पहनी हुई टी शर्ट थोड़ी टाईट थी और उसकी स्कर्ट बहुत ही शोर्ट थी. उन्हें इतनी सेक्सी ड्रेस में देखते हि मेरा लंड खड़ा हो गया और में मन में ही मन सोचने लगा की हे भगवान आज मेंरी लाइन ओल क्लियर कर देना.
फिर मैने जल्दी से अपना खड़ा लंड सेट कर दीया, दीदी की नजर शायद मेरे इस हरकत को देख चुकी थी. उन्होंने फिर से स्माइल कर दी, मुझे कुछ अटपटा लगा.
अगले दिन में दीदी के घर पर ट्यूशन के लिए पहुंचा तो मेरे मन में अजीब वासना थी. विणा दीदी के घर पर पहुंचने के बाद मैंने देखा की आज दीदी ने लाइट टी शर्ट और स्कर्ट पहनी थी. उसने पहनी हुई टी शर्ट थोड़ी टाईट थी और उसकी स्कर्ट बहुत ही शोर्ट थी. उन्हें इतनी सेक्सी ड्रेस में देखते हि मेरा लंड खड़ा हो गया और में मन में ही मन सोचने लगा की हे भगवान आज मेंरी लाइन ओल क्लियर कर देना.
फिर मैने जल्दी से अपना खड़ा लंड सेट कर दीया, दीदी की नजर शायद मेरे इस हरकत को देख चुकी थी. उन्होंने फिर से स्माइल कर दी, मुझे कुछ अटपटा लगा.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
