05-07-2022, 04:33 PM
वो पूरी तरह नंगी हो चुकी थी. उसके बदन पर केवल एक चड्डी ही बची हुई थी. मैंने उसके हाथ को पकड़ा और उसके हाथ को अपने लंड पर रखवा दिया. उसको मेरे लंड को हिला कर मुठ मारने के लिए कहा.
उसने धीरे धीरे मेरे लंड को पकड़ कर लोअर के ऊपर से सहलाना शुरू किया. फिर कुछ देर के बाद उसने मेरी लोअर में अंदर हाथ दे दिया और मेरे लंड को पकड़ कर आगे पीछे करते हुए मुठ मारने लगी.
अब मुझे बहुत जोश आ गया और मैं जोर से उसके होंठों को पीते हुए उसकी चूची को भींचने लगा.
मुझे बहुत मजा आ रहा था. मन कर रहा था कि बहन की चूत में लंड से चोद चोद कर उसकी चूत को फाड़ दूं. मगर उसके पीरियड्स थे.
वो तेजी से मेरे लंड की मुठ मार रही थी. इतने में ही मेरे लंड का पानी निकल गया और मेरी बहन का पूरा हाथ मेरे वीर्य में सन गया.
मैंने अपनी लोअर को उतार दिया और कम्बल को भी उतार दिया. फिर उसने मेरे लंड को कपड़े से साफ किया. उसके बाद मैं कम्बल के बाहर लेट गया. मैं पूरा नंगा था. मेरी बहन को अब चुदास जग चुकी थी.
उसने धीरे धीरे मेरे लंड को पकड़ कर लोअर के ऊपर से सहलाना शुरू किया. फिर कुछ देर के बाद उसने मेरी लोअर में अंदर हाथ दे दिया और मेरे लंड को पकड़ कर आगे पीछे करते हुए मुठ मारने लगी.
अब मुझे बहुत जोश आ गया और मैं जोर से उसके होंठों को पीते हुए उसकी चूची को भींचने लगा.
मुझे बहुत मजा आ रहा था. मन कर रहा था कि बहन की चूत में लंड से चोद चोद कर उसकी चूत को फाड़ दूं. मगर उसके पीरियड्स थे.
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जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.