05-07-2022, 04:32 PM
कुछ देर सहलाने के बाद मेरी बहन थोड़ा सा कसमसाई तो मुझे लगा कि वो उठ गई है. मगर मेरा अंदाजा गलत निकला. वो अभी भी नींद में थी. मैं कुछ देर रुका रहा. उसके बाद फिर से मैंने अपना काम चालू कर दिया.
मैंने उसकी स्कर्ट के हुक को खोल दिया. हुक खोलने के बाद मैंने उसे नीचे सरका दिया. फिर मैंने उसकी शर्ट के सारे बटन खोल दिये. अब उसकी ब्रा ऊपर आ गयी थी. मैंने उसकी ब्रा के ऊपर से उसके दूधों को छुआ और हल्का सा दबा कर देखा.
अब मुझे सिर्फ़ अपनी बहन की ब्रा के हुक को खोलना बाकी था. मैं सोच रहा था कि अब कैसे खोलूं क्योंकि उसकी ब्रा का हुक तो उसकी पीठ के नीचे दबा हुआ था. मेरा हाथ वहां तक नहीं पहुंच सकते थे. मुझे किसी तरह उसको करवट के बल लेटाना था.
कुछ सोचने के बाद मैंने उसको कंधे से हल्का धकेलना शुरू किया. उसको दूसरी ओर मोड़ने लगा. मैं हल्का दबाव दे रहा था ताकि वो खुद ही नींद में पलटी मार ले.
काफी कोशिश करने के बाद मेहनत रंग लाई और मेरी बहन ने करवट ले ली.
अब उसकी पीठ मेरी ओर थी. अब मुझे उसकी ब्रा का हुक खोलने का मौका मिल गया.
उसके हुक को खोल कर मैंने उसकी ब्रा को भी खोल दिया. जैसे उसकी ब्रा उतरी तो मुझे शक हुआ कि वो जाग गयी है.
मैंने उसकी स्कर्ट के हुक को खोल दिया. हुक खोलने के बाद मैंने उसे नीचे सरका दिया. फिर मैंने उसकी शर्ट के सारे बटन खोल दिये. अब उसकी ब्रा ऊपर आ गयी थी. मैंने उसकी ब्रा के ऊपर से उसके दूधों को छुआ और हल्का सा दबा कर देखा.
अब मुझे सिर्फ़ अपनी बहन की ब्रा के हुक को खोलना बाकी था. मैं सोच रहा था कि अब कैसे खोलूं क्योंकि उसकी ब्रा का हुक तो उसकी पीठ के नीचे दबा हुआ था. मेरा हाथ वहां तक नहीं पहुंच सकते थे. मुझे किसी तरह उसको करवट के बल लेटाना था.
कुछ सोचने के बाद मैंने उसको कंधे से हल्का धकेलना शुरू किया. उसको दूसरी ओर मोड़ने लगा. मैं हल्का दबाव दे रहा था ताकि वो खुद ही नींद में पलटी मार ले.
काफी कोशिश करने के बाद मेहनत रंग लाई और मेरी बहन ने करवट ले ली.
अब उसकी पीठ मेरी ओर थी. अब मुझे उसकी ब्रा का हुक खोलने का मौका मिल गया.
उसके हुक को खोल कर मैंने उसकी ब्रा को भी खोल दिया. जैसे उसकी ब्रा उतरी तो मुझे शक हुआ कि वो जाग गयी है.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.