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Adultery पड़ोसन भाभी
#18
मैंने भाभी की चूत को देखा, वाह क्या गोरी चूत थी, एकदम मस्त पकौड़ा सी फूली हुई गोरी बुर मेरे सामने खुली पड़ी थी. मैं खुद को रोक ही नहीं पाया और बस मैं भाबी की चूत को चूसने लगा “आह विपुल बहन के लौड़े … अब और नहीं चूस … जल्दी से अन्दर डालो न … बस कर साले अब चोद दे.”

“तू साली कुतिया बन जा, मैं कुत्ता बन के तुझे कैसे चोदता हूँ देख तू.”

मैंने जैसे ही चूत में लंड डाला, भाबी के कराहने की आवाज निकलने लगी. ये आवाज मेरे कानों को बड़ा सुकून दे रही थी. मैंने अपनी रफ़्तार तेज कर दी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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Messages In This Thread
पड़ोसन भाभी - by neerathemall - 05-07-2022, 01:55 PM
RE: पड़ोसन भाभी - by neerathemall - 05-07-2022, 02:02 PM



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