05-07-2022, 02:01 PM
रात 9 बजे मैं उनके घर आ पहुंचा- भाभी दरवाजा खोलिए … बहुत ठण्ड लग रही है.
“बहुत लेट कर दिया विपुल?”
“हां, हम एक मूवी टाईटेनिक देख रहे थे … तो उसमें वो सेक्स वाला सीन आ गया.”
मैंने ये कह कर भाभी को देखा. वो मुझे देखने लगीं. मैं उनके करीब आ गया. भाभी ने मेरी तरफ वासना भरी निगाहों से देखा और मेरी तरफ अपने रसीले होंठ बढ़ा दिए. मैंने उनको किस करने के लिए उनको पकड़ा और लिप टू लिप किस करने लगा.
दो मिनट किस करने के बाद भाभी बोलीं- ये अच्छा नहीं हो रहा विपुल … चलो सो जाओ, बहुत रात हो गई है.
मेरा तो मन टूट गया. मैं सोने के लिए सोफा पे चला गया. वहां मुझे ठण्ड लग रही थी. मैं सर्दी से कांप रहा था.
तभी भाभी पानी पीने के लिए आईं, तो उन्होंने मुझे देखा कि मैं ठंड से कंप रहा हूँ. तो भाभी ने मुझे अपने साथ पलंग पर सुला लिया. रात में जब मैं भाभी की तरफ मुड़ा, तो उनकी सुडौल गांड मेरी ही तरफ थी.
मैंने धीरे धीरे खिसकता उनकी गांड में अपना लंड सटा दिया. मेरा साढ़े छह इंच का लंड उनकी गांड में उछल कूद करने लगा. मेरा मन तो कर रहा था कि पूरा लंड उनकी गांड में पेल दूँ.
“बहुत लेट कर दिया विपुल?”
“हां, हम एक मूवी टाईटेनिक देख रहे थे … तो उसमें वो सेक्स वाला सीन आ गया.”
मैंने ये कह कर भाभी को देखा. वो मुझे देखने लगीं. मैं उनके करीब आ गया. भाभी ने मेरी तरफ वासना भरी निगाहों से देखा और मेरी तरफ अपने रसीले होंठ बढ़ा दिए. मैंने उनको किस करने के लिए उनको पकड़ा और लिप टू लिप किस करने लगा.
दो मिनट किस करने के बाद भाभी बोलीं- ये अच्छा नहीं हो रहा विपुल … चलो सो जाओ, बहुत रात हो गई है.
मेरा तो मन टूट गया. मैं सोने के लिए सोफा पे चला गया. वहां मुझे ठण्ड लग रही थी. मैं सर्दी से कांप रहा था.
तभी भाभी पानी पीने के लिए आईं, तो उन्होंने मुझे देखा कि मैं ठंड से कंप रहा हूँ. तो भाभी ने मुझे अपने साथ पलंग पर सुला लिया. रात में जब मैं भाभी की तरफ मुड़ा, तो उनकी सुडौल गांड मेरी ही तरफ थी.
मैंने धीरे धीरे खिसकता उनकी गांड में अपना लंड सटा दिया. मेरा साढ़े छह इंच का लंड उनकी गांड में उछल कूद करने लगा. मेरा मन तो कर रहा था कि पूरा लंड उनकी गांड में पेल दूँ.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.