05-07-2022, 02:00 PM
मैंने देखा कि भाभी सिर्फ एक तौलिया लपेटे हुए दरवाजा खोलने आई थीं.
“अरे भाभी … आफ सिर्फ टावल लपेटे हुए हैं.”
“मैं अभी नहा के ही आ रही हूँ.”
“आज आप बहुत ही सुन्दर दिख रही हो.”
‘अच्छा..!”
“हां..”
‘ओके … तुम रुको … मैं कपड़े पहन के आती हूँ.’
फिर वो पतले कपड़े वाली पिंक कलर की नाईटी पहन के आई. चूंकि ठण्ड थी इसलिए मुझे उनका इस तरह की पतली नाइटी पहनना एक इशारा सा लगा.
“अरे भाभी … आफ सिर्फ टावल लपेटे हुए हैं.”
“मैं अभी नहा के ही आ रही हूँ.”
“आज आप बहुत ही सुन्दर दिख रही हो.”
‘अच्छा..!”
“हां..”
‘ओके … तुम रुको … मैं कपड़े पहन के आती हूँ.’
फिर वो पतले कपड़े वाली पिंक कलर की नाईटी पहन के आई. चूंकि ठण्ड थी इसलिए मुझे उनका इस तरह की पतली नाइटी पहनना एक इशारा सा लगा.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
