05-07-2022, 01:58 PM
अगले दिन जब टंकी से पानी नहीं आ रहा था, तो मैं चैक करने छत पर गया. वहां से चाँदनी भाभी के बाथरूम की छोटी सी खिड़की दिखाई देती थी.
मैंने देखा कि कोई नहा कर बाहर जा रहा था. वो और कोई नहीं उसका पति कैलाश चक्रवर्ती था.
छी: साला …
मैंने अपना काम किया और वापस नीचे उतारने लगा. तभी मैंने सोचा कि एक और बार बाथरूम देख लूँ.
जैसे ही देखा … मां कसम देखते ही रह गया. क्या दूध थे यार … बिल्कुल सनी लियोनि के जैसे तने हुए.
मेरे तो शरीर में अचानक से गर्मी बढ़ गई. मेरे कान लाल हो गए. भाबी के पिंक निप्पल क्या मस्त लग रहे थे. मेरा तो लंड खड़ा हो गया.
तभी नीचे से अमन की आवाज आई- विपुल कितनी देर लग रही है?
मैं- अमन भाई, बस आ रहा हूँ. तू बैठ बस मैं अभी आया.
मैं नीचे आ गया था, मैंने अमन को रोकते हुए चाय का पूछा.
अमन- नहीं यार विपुल, आज कॉलेज में वैसे भी बहुत लेट हो गया, मैं घर जा रहा हूँ. शाम को मिलता हूँ.
मैं- यार मुझे भाभी के बारे में बताना था.
अमन- क्या हुआ भोसड़ी के … क्या तूने उसे अपने सपने में चोद लिया? .
मैं- नहीं बे चूतिये, लेकिन मैंने उसकी चूत और दूध के दर्शन जरूर किए हैं.
अमन- चल फेंक मत.
मैं- ठीक है बे जा … मत मान मेरी बात.
मैंने देखा कि कोई नहा कर बाहर जा रहा था. वो और कोई नहीं उसका पति कैलाश चक्रवर्ती था.
छी: साला …
मैंने अपना काम किया और वापस नीचे उतारने लगा. तभी मैंने सोचा कि एक और बार बाथरूम देख लूँ.
जैसे ही देखा … मां कसम देखते ही रह गया. क्या दूध थे यार … बिल्कुल सनी लियोनि के जैसे तने हुए.
मेरे तो शरीर में अचानक से गर्मी बढ़ गई. मेरे कान लाल हो गए. भाबी के पिंक निप्पल क्या मस्त लग रहे थे. मेरा तो लंड खड़ा हो गया.
तभी नीचे से अमन की आवाज आई- विपुल कितनी देर लग रही है?
मैं- अमन भाई, बस आ रहा हूँ. तू बैठ बस मैं अभी आया.
मैं नीचे आ गया था, मैंने अमन को रोकते हुए चाय का पूछा.
अमन- नहीं यार विपुल, आज कॉलेज में वैसे भी बहुत लेट हो गया, मैं घर जा रहा हूँ. शाम को मिलता हूँ.
मैं- यार मुझे भाभी के बारे में बताना था.
अमन- क्या हुआ भोसड़ी के … क्या तूने उसे अपने सपने में चोद लिया? .
मैं- नहीं बे चूतिये, लेकिन मैंने उसकी चूत और दूध के दर्शन जरूर किए हैं.
अमन- चल फेंक मत.
मैं- ठीक है बे जा … मत मान मेरी बात.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
