05-07-2022, 01:50 PM
इतने में मैंने अपना हाथ उसकी चड्डी में घुसा दिया और उसके लन्ड को पकड़ लिया।
मैं बोली- कितना बड़ा हो गया है तुम्हारा लन्ड।
और उसे मसलने लगी।
वो मेरी दूध पीने और मसलने में मस्त था और मैं उसके लन्ड को मसल रही थी।
इतने में उसने एक हाथ सरका कर मेरी पेंटी में घुसा दिया और मेरी चूत मसलने लगा।
उसका हाथ मेरी चूत पर पड़ते ही मैं हिल सी गयी और कसमसाने लगी।
लेकिन कुछ कर नहीं पाई।
फिर वो मेरी चूत में उँगली डाल कर आगे पीछे करने लगा।
मेरे मुंह से अब जोर जोर सिसकारी निकलने लगी थी और वासना से तड़पने लगी।
मेरे चूत से अब आग बरस रही थी और तड़प से मेरी चूत में कोहराम मच रही थी।
और ना जाने कब मैं झड़ गयी।
मैं बोली- कितना बड़ा हो गया है तुम्हारा लन्ड।
और उसे मसलने लगी।
वो मेरी दूध पीने और मसलने में मस्त था और मैं उसके लन्ड को मसल रही थी।
इतने में उसने एक हाथ सरका कर मेरी पेंटी में घुसा दिया और मेरी चूत मसलने लगा।
उसका हाथ मेरी चूत पर पड़ते ही मैं हिल सी गयी और कसमसाने लगी।
लेकिन कुछ कर नहीं पाई।
फिर वो मेरी चूत में उँगली डाल कर आगे पीछे करने लगा।
मेरे मुंह से अब जोर जोर सिसकारी निकलने लगी थी और वासना से तड़पने लगी।
मेरे चूत से अब आग बरस रही थी और तड़प से मेरी चूत में कोहराम मच रही थी।
और ना जाने कब मैं झड़ गयी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.