05-07-2022, 01:38 PM
उसने इस मौके का फायदा उठा लिया।
बिना कुछ बोले उसने मेरी चूत को अपने मुंह में भर लिया।
मैं इसके लिये बिल्कुल भी तैयार नहीं थी इसलिए मैं जोर से चिहुँक गयी और सन्नी को बिना कुछ बोले उस पल का आनंद लेने लगी।
उसके जीभ के हर स्पर्श को मैं महसूस कर रही थी।
अब ये सब मेरे बर्दाश्त के बाहर हो रही थी। मैं इतनी मदहोश हो गयी थी कि मेरी आँखें अपने आप बन्द हो गयीं थी।
मेरे बदन में एक अजीब सी कुलबुलाहट हो रही थी। मेरी समझ में नहीं आ रहां था कि मैं क्या करूँ!
वो करीब 10 मिनट मेरी चूत को अपनी जीभ से चोदता रहा था।
मैं इतनी गर्मी बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसके मुंह में ही झरने को तैयार हो गयी।
फिर मैंने बिना कुछ सोचे उसके सर को अपनी चुत में और दबा लिया।
इससे वो और अच्छे से मेरी चूत खाने लगा।
बिना कुछ बोले उसने मेरी चूत को अपने मुंह में भर लिया।
मैं इसके लिये बिल्कुल भी तैयार नहीं थी इसलिए मैं जोर से चिहुँक गयी और सन्नी को बिना कुछ बोले उस पल का आनंद लेने लगी।
उसके जीभ के हर स्पर्श को मैं महसूस कर रही थी।
अब ये सब मेरे बर्दाश्त के बाहर हो रही थी। मैं इतनी मदहोश हो गयी थी कि मेरी आँखें अपने आप बन्द हो गयीं थी।
मेरे बदन में एक अजीब सी कुलबुलाहट हो रही थी। मेरी समझ में नहीं आ रहां था कि मैं क्या करूँ!
वो करीब 10 मिनट मेरी चूत को अपनी जीभ से चोदता रहा था।
मैं इतनी गर्मी बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसके मुंह में ही झरने को तैयार हो गयी।
फिर मैंने बिना कुछ सोचे उसके सर को अपनी चुत में और दबा लिया।
इससे वो और अच्छे से मेरी चूत खाने लगा।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.