05-07-2022, 01:37 PM
फिर मैं थोड़ी इठलाते हुए बोली- अच्छा जी? तब तो ट्राय करनी पड़ेगी।
वो बोला- क्यों नहीं!
मैं थोड़ी स्माइल करते हुए बोली- ठीक है। चलो!
तो वो बोला- कहाँ?
मैं बोली- ये सब कहाँ करोगे?
तो वो बोला- यहीं पर!
वो बोला- क्यों नहीं!
मैं थोड़ी स्माइल करते हुए बोली- ठीक है। चलो!
तो वो बोला- कहाँ?
मैं बोली- ये सब कहाँ करोगे?
तो वो बोला- यहीं पर!
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.