05-07-2022, 01:21 PM
मेरे मन में एक शरारत सूझी। अपने गाउन से मैंने अपनी एक टांग को बाहर कर लिया. मेरी गोरी गदराई जांघ को देखकर उसके होश उड़ गये. वो उसको घूरने लगा. इतने में ही मैं उसको धोखा देकर भाग गयी.
वो भी कहाँ पीछे रहने वाला था। मेरी जाँघ को देखकर तो वो और जोश में आ गया। वो मेरे पीछे भगा। मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था। फिर मैं हॉल में आ गयी. वो मुझे दोनों हाथों को फैलाकर घेर रहा था। मैं भी इधर उधर भाग रही थी।
इस बार वो केक लगाने के लिए मेरी ओर दौड़ा और थोड़ा कामयाब भी हुआ। थोड़ी सा केक मेरे बायें गाल पर लगा दिया। लेकिन मैं फिर भी भागी और तभी उसने पीछे से मेरा गाउन पकड़ लिया।
मैंने कहा- छोड़ो.
वो बोला- इतनी मुश्किल से पकड़ में आई हो. ऐसे कैसे छोड़ दूं?
वो गाउन खींचने लगा तो मैंने कहा- फट जायेगा ये.
उसने बेशर्मी से कहा- फिर तो ब्रा और पैंटी में आपको देखकर और मजा आयेगा.
वो भी कहाँ पीछे रहने वाला था। मेरी जाँघ को देखकर तो वो और जोश में आ गया। वो मेरे पीछे भगा। मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था। फिर मैं हॉल में आ गयी. वो मुझे दोनों हाथों को फैलाकर घेर रहा था। मैं भी इधर उधर भाग रही थी।
इस बार वो केक लगाने के लिए मेरी ओर दौड़ा और थोड़ा कामयाब भी हुआ। थोड़ी सा केक मेरे बायें गाल पर लगा दिया। लेकिन मैं फिर भी भागी और तभी उसने पीछे से मेरा गाउन पकड़ लिया।
मैंने कहा- छोड़ो.
वो बोला- इतनी मुश्किल से पकड़ में आई हो. ऐसे कैसे छोड़ दूं?
वो गाउन खींचने लगा तो मैंने कहा- फट जायेगा ये.
उसने बेशर्मी से कहा- फिर तो ब्रा और पैंटी में आपको देखकर और मजा आयेगा.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.