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Adultery चूत की प्यास
#4
अब मुझे कोई जरूरी काम होता तो उसको ही ले जाने का प्रयास किया करती थी.
वो बाइक पर मुझे ले जाता था और रास्ते में जानबूझकर तेज ब्रेक लगाता था.
मुझे भी पता था कि वो ये सब जानबूझकर कर रहा है मगर मुझे तो इसमें मजा आता था.

मैं उसको अंदर ही अंदर पसंद करने लगी थी. मैं भी उसे अच्छी लगती थी तो वह जानबूझकर बाइक पर ये हरकतें करता था ताकि मेरे बदन का स्पर्श उसको मिल सके.

इस तरह कई बार बाइक पर बैठे हुए मेरे बूब्स उसकी पीठ पर चिपक जाते थे.
मैं भी जानबूझकर आगे हो जाती थी ताकि उसको मेरे बूब्स का पूरा स्पर्श मिल सके. बहुत दिनों तक ऐसा ही चलता रहा.

हम दोनों धीरे धीरे करीब आ रहे थे. उसकी भी उम्र ज्यादा नहीं थी और मेरी भी उम्र खास ज्यादा नहीं थी.

परन्तु अब उसके मां-बाप को उसके और मेरे ऊपर शक होने लगा था.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: चूत की प्यास - by neerathemall - 05-07-2022, 01:09 PM



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