05-07-2022, 01:09 PM
हमारे पड़ोस में 2 साल पहले एक परिवार रहने के लिए आया था।
वह एक अंकल और आंटी थे. उनका एक 23 साल का लड़का था। जब मैंने उस लड़के को पहली बार देखा तभी से वह मुझे आकर्षक लगने लगा था. उसकी डील डौल और शारीरिक बनावट मुझे उसकी ओर खींचने लगी.
लड़का नया नया जवान था और सेहत का खास ख्याल रखता था. देखने में भी काफी हैंडसम था.
मगर लड़की होने के नाते में ज्यादा कुछ जाहिर नहीं कर पाई और समय ऐसे ही बीतने लगा.
धीरे धीरे पड़ोसी होने के कारण हम लोगों का उनके घर में आना जाना हो गया.
फिर एक दो बार मैं उसको लेकर मार्केट भी गयी.
वह एक अंकल और आंटी थे. उनका एक 23 साल का लड़का था। जब मैंने उस लड़के को पहली बार देखा तभी से वह मुझे आकर्षक लगने लगा था. उसकी डील डौल और शारीरिक बनावट मुझे उसकी ओर खींचने लगी.
लड़का नया नया जवान था और सेहत का खास ख्याल रखता था. देखने में भी काफी हैंडसम था.
मगर लड़की होने के नाते में ज्यादा कुछ जाहिर नहीं कर पाई और समय ऐसे ही बीतने लगा.
धीरे धीरे पड़ोसी होने के कारण हम लोगों का उनके घर में आना जाना हो गया.
फिर एक दो बार मैं उसको लेकर मार्केट भी गयी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.