05-07-2022, 12:12 PM
जब शादी के बाद मेरी पोस्टिंग दूसरे शहर में हो गयी. जिस वजह से मैं अपनी नवविवाहिता पत्नी को अपने घर छोड़ कर उस शहर में चला गया.
पहले दिन शहर मेरे लिए नया था. तो मैंने अपने ऑफिस में रह कर सबसे परिचय किया. फिर शाम को मैंने अपने साथी विरेन्द्र को बोला कि मुझे यहाँ आस पास रहने के लिए घर चाहिए. तो उसने मुझे पास की कॉलोनी में घर दिलवा दिया.
घर तो बड़ा था. परंतु उस दिन में सोने के लिए वहाँ कुछ नहीं होने की वजह से मैं शाम की बस से घर वापस निकल गया. फिर दूसरे दिन मैं और मेरी नयी दुल्हन हम दोनों अपना सारा सामान ले कर अपने शहर निकल गये. मैंने उसे हमारा नया घर दिखाया जिसे देख कर वो बहुत ही खुश हुई और उसने मुझे गले लगा लिया. फिर हमने घर का समान सेट किया. शाम को हमने साथ में खाना खाया और रात भर मज़े ले कर सो गये.
पहले दिन शहर मेरे लिए नया था. तो मैंने अपने ऑफिस में रह कर सबसे परिचय किया. फिर शाम को मैंने अपने साथी विरेन्द्र को बोला कि मुझे यहाँ आस पास रहने के लिए घर चाहिए. तो उसने मुझे पास की कॉलोनी में घर दिलवा दिया.
घर तो बड़ा था. परंतु उस दिन में सोने के लिए वहाँ कुछ नहीं होने की वजह से मैं शाम की बस से घर वापस निकल गया. फिर दूसरे दिन मैं और मेरी नयी दुल्हन हम दोनों अपना सारा सामान ले कर अपने शहर निकल गये. मैंने उसे हमारा नया घर दिखाया जिसे देख कर वो बहुत ही खुश हुई और उसने मुझे गले लगा लिया. फिर हमने घर का समान सेट किया. शाम को हमने साथ में खाना खाया और रात भर मज़े ले कर सो गये.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.