04-07-2022, 03:52 PM
में उठा और मैंने कमरे की लाईट को वापस जला दिया, वो अब अपनी कमीज़ को ठीक कर रही थी और उसने मुझसे पीछे की चेन को बंद करने को कहा और मैंने उसकी कमीज की चेन को बंद कर दिया. अब थोड़ी देर हम दोनों ने साथ में बैठकर कुछ बातें की. उसके बाद उसने मुझसे पूछा कि क्या में अब सोने के लिए जा सकती हूँ? फिर मैंने उससे कहा कि हाँ बिल्कुल और वो जाने के लिए उठी.
मैंने उसको दोबारा पकड़ लिया और में उसको चूमने सहलाने लगा और इस बार करीब पांच मिनट तक में उसके साथ मज़े मस्ती करता रहा और फिर वो चली गई और में सो गया, लेकिन मुझे अब नींद नहीं आ रही थी और में सारी रात उसके बारे में ही सोचता रहा और में अब कैसे भी करके उसकी चूत में अपना लंड डालना चाहता था, लेकिन पता नहीं क्यों उसने मुझे ऐसा करने दिया? हो सकता है कि वो मुझसे सच बोल रही थी और यह भी हो सकता है कि झूठ बोल रही हो और फिर पता नहीं कब मेरी आंख लग गयी और में सो गया.
फिर जब में सुबह उठा तो कुछ देर बाद मेरी बहन हर रोज़ की तरह अपनी नौकरी पर जा चुकी थी और वो और मेरी माँ घर के काम में व्यस्त थी. अब में नाश्ता करने के बाद उस दिन बाहर नहीं गया और रात को जो कुछ हुआ उसके बारे में सोचता रहा और आज के बारे में सोच रहा था कि आज चाहे जो कुछ भी हो जाए, आज रात को उसकी चूत में लंड ज़रूर डालकर उसकी चुदाई जरुर करूंगा और फिर दोपहर को वो दोबारा मेरे कमरे में आ गई.
मैंने उससे मेरी माँ के बारे में पूछा तो उसने मुझे बताया कि वो किसी काम से बाहर गई है, उनको वापस आने में कुछ समय लगेगा और मैंने देखा कि वो मुझे बहुत खुश नजर आ रही थी और फिर हम दोनों बिल्कुल बिना चिंता के बातें करने लगे और बातें करते करते में बार बार उसके बूब्स को दबाता तो कभी किस करता और उसके गोरे कामुक बदन को धीरे धीरे सहलाने लगता और वो मेरे साथ मज़े लेती रही. फिर ऐसे ही हमारा पूरा दिन गुज़र गया और हमें पता भी नहीं चला और में कोचिंग चला गया.
रात को जब में घर वापस आया तो मैंने देखा कि टीना का भाई उसको अपने साथ घर ले जाने के लिए आया हुआ था, क्योंकि उसकी एक बहन की तबियत बहुत खराब हो गई थी और अब में कुछ भी नहीं कर सकता था.
दोस्तों में चाहता तो था कि वो किसी तरह रुक जाए, लेकिन में कुछ ना कह सका और वो भी मन ही मन यही चाहती थी, लेकिन अब हम दोनों अपनी मर्जी से कुछ भी नहीं कर सकते थे और फिर वो अपने भाई के साथ चली गई
मैंने उसको दोबारा पकड़ लिया और में उसको चूमने सहलाने लगा और इस बार करीब पांच मिनट तक में उसके साथ मज़े मस्ती करता रहा और फिर वो चली गई और में सो गया, लेकिन मुझे अब नींद नहीं आ रही थी और में सारी रात उसके बारे में ही सोचता रहा और में अब कैसे भी करके उसकी चूत में अपना लंड डालना चाहता था, लेकिन पता नहीं क्यों उसने मुझे ऐसा करने दिया? हो सकता है कि वो मुझसे सच बोल रही थी और यह भी हो सकता है कि झूठ बोल रही हो और फिर पता नहीं कब मेरी आंख लग गयी और में सो गया.
फिर जब में सुबह उठा तो कुछ देर बाद मेरी बहन हर रोज़ की तरह अपनी नौकरी पर जा चुकी थी और वो और मेरी माँ घर के काम में व्यस्त थी. अब में नाश्ता करने के बाद उस दिन बाहर नहीं गया और रात को जो कुछ हुआ उसके बारे में सोचता रहा और आज के बारे में सोच रहा था कि आज चाहे जो कुछ भी हो जाए, आज रात को उसकी चूत में लंड ज़रूर डालकर उसकी चुदाई जरुर करूंगा और फिर दोपहर को वो दोबारा मेरे कमरे में आ गई.
मैंने उससे मेरी माँ के बारे में पूछा तो उसने मुझे बताया कि वो किसी काम से बाहर गई है, उनको वापस आने में कुछ समय लगेगा और मैंने देखा कि वो मुझे बहुत खुश नजर आ रही थी और फिर हम दोनों बिल्कुल बिना चिंता के बातें करने लगे और बातें करते करते में बार बार उसके बूब्स को दबाता तो कभी किस करता और उसके गोरे कामुक बदन को धीरे धीरे सहलाने लगता और वो मेरे साथ मज़े लेती रही. फिर ऐसे ही हमारा पूरा दिन गुज़र गया और हमें पता भी नहीं चला और में कोचिंग चला गया.
रात को जब में घर वापस आया तो मैंने देखा कि टीना का भाई उसको अपने साथ घर ले जाने के लिए आया हुआ था, क्योंकि उसकी एक बहन की तबियत बहुत खराब हो गई थी और अब में कुछ भी नहीं कर सकता था.
दोस्तों में चाहता तो था कि वो किसी तरह रुक जाए, लेकिन में कुछ ना कह सका और वो भी मन ही मन यही चाहती थी, लेकिन अब हम दोनों अपनी मर्जी से कुछ भी नहीं कर सकते थे और फिर वो अपने भाई के साथ चली गई
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.