04-07-2022, 03:51 PM
कुछ देर में उसके बारे में सोचता हुआ ना जाने कब गहरी नींद में सो गया. फिर जब में सुबह उठा तो मैंने देखा कि मेरी बहन नौकरी पर जा चुकी थी और मेरी माँ और वो घर के काम में व्यस्त थी. मैंने उठकर नहाने के बाद सुबह का नाश्ता किया और उसके बाद में बाहर चला गया और में उसके बाद दोपहर के समय अपने घर पर आया, तो मैंने खाना खाया और उसके बाद में सीधा किसी कुछ भी बोले बिना अपने कमरे में चला गया. थोड़ी ही देर के बाद वो जब घर के काम से फ्री हो गई तो वो मुझसे बातें करने के लिए मेरे कमरे में आ गई और तभी बातों ही बातों में मैंने उससे पूछा कि क्या कल रात को तुम जाग रही थी? तो वो अब मेरे सामने बिल्कुल अंजान बनकर मुझसे कहने लगी कि कब और तुम मुझसे क्या बोल रहे हो, मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा है?
मैंने उसी समय उस बात को टाल दिया, लेकिन दोस्तों में बहुत अच्छी तरह से जानता था कि वो यह सब मेरे सामने नाटक कर रही है और उसको रात में जो कुछ भी मैंने उसके साथ किया था, वो सब बहुत अच्छी तरह से याद है और वो भी अपने साथ यही सब चाहती है और उसके मन में भी वो सब चल रहा था, जो में उसके साथ अब करना चाहता था, लेकिन मुझे इस बात की भी बहुत ख़ुशी थी कि उसने जो काम मैंने उसके साथ बीती रात को किया था, उसके बारे में घर में किसी को नहीं बताया और सभी से उसको छुपाया.
उसके ऐसा व्यहवार करने की वजह से अब मेरी हिम्मत पहले से ज्यादा बढ़ गई थी. फिर कुछ देर बाद मैंने फायदा उठाते हुए बातों ही बातों में मैंने उससे एक किस माँगी तो उसने शरमाकर मुझसे मना कर दिया और उस बात को उसने टाल दिया, जिसका मतलब में पूरी तरह से समझ चुका था.
जब मैंने देखकर महसूस किया कि उसने मेरी उस बात का बिल्कुल भी बुरा नहीं माना, तो मैंने एक बार फिर से उसको कहा कि में तुम्हें किस करना चाहता हूँ, लेकिन उसने अब भी मुझे किस देने के लिए साफ मना कर दिया और उसका व्यहवार मेरे लिए अब भी पहले की तरह शांत ही था. अब मैंने देखा कि मेरे कोचिंग जाने का अब समय हो गया था और वो उस समय मेरे बिल्कुल सामने बैठी हुई थी. में अपने कोचिंग जाने के लिए तैयार होने के लिए जैसे ही उठ रहा था.
मैंने उसी समय उस बात को टाल दिया, लेकिन दोस्तों में बहुत अच्छी तरह से जानता था कि वो यह सब मेरे सामने नाटक कर रही है और उसको रात में जो कुछ भी मैंने उसके साथ किया था, वो सब बहुत अच्छी तरह से याद है और वो भी अपने साथ यही सब चाहती है और उसके मन में भी वो सब चल रहा था, जो में उसके साथ अब करना चाहता था, लेकिन मुझे इस बात की भी बहुत ख़ुशी थी कि उसने जो काम मैंने उसके साथ बीती रात को किया था, उसके बारे में घर में किसी को नहीं बताया और सभी से उसको छुपाया.
उसके ऐसा व्यहवार करने की वजह से अब मेरी हिम्मत पहले से ज्यादा बढ़ गई थी. फिर कुछ देर बाद मैंने फायदा उठाते हुए बातों ही बातों में मैंने उससे एक किस माँगी तो उसने शरमाकर मुझसे मना कर दिया और उस बात को उसने टाल दिया, जिसका मतलब में पूरी तरह से समझ चुका था.
जब मैंने देखकर महसूस किया कि उसने मेरी उस बात का बिल्कुल भी बुरा नहीं माना, तो मैंने एक बार फिर से उसको कहा कि में तुम्हें किस करना चाहता हूँ, लेकिन उसने अब भी मुझे किस देने के लिए साफ मना कर दिया और उसका व्यहवार मेरे लिए अब भी पहले की तरह शांत ही था. अब मैंने देखा कि मेरे कोचिंग जाने का अब समय हो गया था और वो उस समय मेरे बिल्कुल सामने बैठी हुई थी. में अपने कोचिंग जाने के लिए तैयार होने के लिए जैसे ही उठ रहा था.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.