04-07-2022, 02:11 PM
फिर दीदी ने कहा कि थोड़ी कमर के हल्का सा नीचे से भी कर दे. फिर में मालिश करने लगा. अब मेरा लंड पूरा टाईट हो गया था और अब में उनकी गांड पर अपने हाथ से टच कर रहा था. फिर दीदी ने कहा कि तुम मालिश बहुत अच्छी करते हो, ज़रा आगे भी कर दो तो दीदी सीधी लेट गयी. अब मुझे उनके बूब्स साफ-साफ़ दिख रहे थे और उनके बूब्स बहुत गोरे और मोटे थे.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
