04-07-2022, 02:08 PM
फिर दीदी नहाने चली गयी, फिर उसके बाद में नहाने गया तो मैंने बाथरूम में देखा कि उनकी ब्रा और पेंटी वही पड़ी थी, लगता है वो सुखाना भूल गयी थी. अब में उनकी ब्रा और पेंटी से मुठ मार रहा था और फिर में उनकी ब्रा की कटोरी में झड़ गया. फिर में बाहर निकला तो देखा कि दीदी ने साड़ी पहनी थी और लो-कट ब्लाउज पहना था. अब उनमें से उनके आधे बूब्स साफ-साफ़ दिख रहे थे, क्योंकि अंदर ब्रा पारदर्शी वाली थी. फिर दीदी ने कहा कि बहुत देर लगा दी, तो मैंने कहा कि कुछ नहीं बस ऐसे ही. अब दोपहर में दीदी और में बैठ थे तो दीदी ने कहा कि गर्मी बहुत है, तो मैंने भी कहा कि हाँ बहुत गर्मी है.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
