04-07-2022, 02:07 PM
फिर दीदी उठी और अलमारी में से ब्रा और पेंटी का सेट निकाला और बाथरूम में जा कर चेंज करके आई. पहले तो उन्होंने काले कलर की ब्रा और पेंटी पहनी, उसमें वो बहुत सेक्सी लग रही थी. अब मुझे उनका पूरा बूब्स आसानी से दिख रहा था और उनकी चूत भी साफ़-साफ़ दिख रही थी, उनकी चूत पर बहुत बाल थे और उनके बूब्स के निप्पल बड़े-बड़े थे. फिर दीदी ने कहा कि कैसी है? तो मैंने कहा कि सेक्सी, तो फिर दीदी हंसी और कहा कि में दूसरी ट्राई करती हूँ.
उसके बाद दीदी ने कहा कि अब मुझे नींद आ रही है तो वो सोने चली गयी. उस रात मैंने 3 बार मुठ मारी और फिर सो गया. फिर सुबह में काम पर नहीं गया और मैंने 2-3 दिन की छुट्टी ले ली कि मुझे थोड़ा बुखार है. फिर हमने खाना खाया और फिर दीदी अपना काम करने लगी. अब दीदी बाथरूम में बैठकर अपने कपड़े धो रही थी. दीदी ने रात वाली ही नाइटी पहनी थी और अब उनकी नाइटी पूरी भीग गयी थी और फिर जब वो अपने कपड़े लेने बाहर आई तो उनकी नाइटी भीगी होने की वजह से मुझे उनके बूब्स का साईज़ साफ़-साफ़ दिख रहा था, शायद उन्होंने ब्रा नहीं पहनी थी. अब में उनके बूब्स को ही देख रहा था, जो शायद उन्हें पता चल गया था.
उसके बाद दीदी ने कहा कि अब मुझे नींद आ रही है तो वो सोने चली गयी. उस रात मैंने 3 बार मुठ मारी और फिर सो गया. फिर सुबह में काम पर नहीं गया और मैंने 2-3 दिन की छुट्टी ले ली कि मुझे थोड़ा बुखार है. फिर हमने खाना खाया और फिर दीदी अपना काम करने लगी. अब दीदी बाथरूम में बैठकर अपने कपड़े धो रही थी. दीदी ने रात वाली ही नाइटी पहनी थी और अब उनकी नाइटी पूरी भीग गयी थी और फिर जब वो अपने कपड़े लेने बाहर आई तो उनकी नाइटी भीगी होने की वजह से मुझे उनके बूब्स का साईज़ साफ़-साफ़ दिख रहा था, शायद उन्होंने ब्रा नहीं पहनी थी. अब में उनके बूब्स को ही देख रहा था, जो शायद उन्हें पता चल गया था.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
