04-07-2022, 01:42 PM
तो उस लेडी ने कहा- मेरा घर थोड़ी ऊपर है. मैं आपको पांच सो रुपये में कमरा दे दूंगी.
उसकी बात मान कर हम उस महिला के साथ चल पड़े.
कोई आधा घंटे चलने के बाद उसका घर आया. महिला घर पर अकेली थी क्योंकि आज घर वाले सभी किसी की शादी में गए हुए थे।
उस महिला ने हमको एक कमरा, जिसमें डबल बैड था, वह दे दिया. और हमारे लिए खाना ले आए.
कुछ देर बाद उस महिला के पास किसी का फ़ोन आया और वो महिला वहां से चली गयी.
उसको लेने के लिए कोई बाईक सवार आया था.
उस महिला ने हमें कहा- आपको डरने की कोई बात नहीं है, मैं कल सुबह तक वापस आ जाऊंगी. मेरी भाभी को बच्चा होने वाला है तो मुझे जाना पड़ेगा।
कुछ देर बाद मीनू अपने वही बड़े गले वाली टीशर्ट पहन कर आ गयी और मेरे पास बैठ गयी.
मैंने उससे कहा- जो मेडिसिन तुम वहां से लेके आई थी, वो मुझे दे दो.
मेडिसिन एक कागज में लिपटी थी.
मीनू ने जैसे ही कागज को खोला, देखा उसमे तीन गोलियां थी. मीनू ने कहा- दुकानदार ने एक गोली ज्यादा दे दी.
मैंने कहा- कोई बात नहीं, ये भी काम आएगी।
मीनू ने मुझे दो गोली दूध के साथ खाने को दी। फिर मैं और मीनू डबल बैड पर अपनी अपनी साइड पर सो गए.
कोई दस पंद्रह मिनट के बाद मेरे को अजीब सा फील होने लग गया और मेरा लंड भी खड़ा हो गया.
तभी मैंने मीनू से कहा- मुझे बेचैनी हो रही है. तो उसने मुझे वो दूसरी गोली भी दे दी।
उसको खाने के बाद तो मेरी हालत और भी ख़राब हो गयी और मेरा लंड फटने को हो गया.
तभी मैंने मीनू को जगाया और पूछा- वो गोली किस चीज की थी?
तो उसने कहा- वो तो सर दर्द और बैचेनी के लिए थी.
मैंने कहा- ऐसा तो नहीं लगता … तुम देखो एक बार.
उसने तुरंत गोली का रैपर देखा जिसको उसने ओपन करते वक्त नहीं देखा था.
उसे देख कर वो एकदम चौंक गयी और मुझसे पूछा- आपको कुछ और भी हो रहा है?
मैंने कहा- और क्या?
तो उसने मेरे को वो रैपर दिखाया. तो मैं सारा मामला समझ गया. क्यूंकि वो गोलियां वियाग्रा की गोली थी … वो भी दो गोली मैंने खाई थी.
मीनू ने मेरे को कहा- भाई, मैंने शायद गलती से ये वाला पैकट उठा लिया. ये उन कपल का है जो स्टोर पर खड़ा था. वो ये गोलियां ले रहे थे और मैं इसलिए ही हंस रही थी.
उसकी बात मान कर हम उस महिला के साथ चल पड़े.
कोई आधा घंटे चलने के बाद उसका घर आया. महिला घर पर अकेली थी क्योंकि आज घर वाले सभी किसी की शादी में गए हुए थे।
उस महिला ने हमको एक कमरा, जिसमें डबल बैड था, वह दे दिया. और हमारे लिए खाना ले आए.
कुछ देर बाद उस महिला के पास किसी का फ़ोन आया और वो महिला वहां से चली गयी.
उसको लेने के लिए कोई बाईक सवार आया था.
उस महिला ने हमें कहा- आपको डरने की कोई बात नहीं है, मैं कल सुबह तक वापस आ जाऊंगी. मेरी भाभी को बच्चा होने वाला है तो मुझे जाना पड़ेगा।
कुछ देर बाद मीनू अपने वही बड़े गले वाली टीशर्ट पहन कर आ गयी और मेरे पास बैठ गयी.
मैंने उससे कहा- जो मेडिसिन तुम वहां से लेके आई थी, वो मुझे दे दो.
मेडिसिन एक कागज में लिपटी थी.
मीनू ने जैसे ही कागज को खोला, देखा उसमे तीन गोलियां थी. मीनू ने कहा- दुकानदार ने एक गोली ज्यादा दे दी.
मैंने कहा- कोई बात नहीं, ये भी काम आएगी।
मीनू ने मुझे दो गोली दूध के साथ खाने को दी। फिर मैं और मीनू डबल बैड पर अपनी अपनी साइड पर सो गए.
कोई दस पंद्रह मिनट के बाद मेरे को अजीब सा फील होने लग गया और मेरा लंड भी खड़ा हो गया.
तभी मैंने मीनू से कहा- मुझे बेचैनी हो रही है. तो उसने मुझे वो दूसरी गोली भी दे दी।
उसको खाने के बाद तो मेरी हालत और भी ख़राब हो गयी और मेरा लंड फटने को हो गया.
तभी मैंने मीनू को जगाया और पूछा- वो गोली किस चीज की थी?
तो उसने कहा- वो तो सर दर्द और बैचेनी के लिए थी.
मैंने कहा- ऐसा तो नहीं लगता … तुम देखो एक बार.
उसने तुरंत गोली का रैपर देखा जिसको उसने ओपन करते वक्त नहीं देखा था.
उसे देख कर वो एकदम चौंक गयी और मुझसे पूछा- आपको कुछ और भी हो रहा है?
मैंने कहा- और क्या?
तो उसने मेरे को वो रैपर दिखाया. तो मैं सारा मामला समझ गया. क्यूंकि वो गोलियां वियाग्रा की गोली थी … वो भी दो गोली मैंने खाई थी.
मीनू ने मेरे को कहा- भाई, मैंने शायद गलती से ये वाला पैकट उठा लिया. ये उन कपल का है जो स्टोर पर खड़ा था. वो ये गोलियां ले रहे थे और मैं इसलिए ही हंस रही थी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.