04-07-2022, 01:38 PM
मेरे मामा की बेटी मेरी ही उम्र की है मतलब उसकी उम्र भी मेरी जितनी 20 साल के करीब है और वो भी कॉलेज में पढ़ाई कर रही है।
लेकिन चौंकाने की बात ये है कि वो एक सुंदर हुस्न की मालकिन होते हुए भी अभी तक उसका कोई बॉयफ्रेंड नहीं है। यह मैं इस लिए कह रहा हूँ कि जब मैंने अपनी बहन को चोदा था तो वो एकदम अनछुई माल थी, एकदम कुंवारी … उसको बहुत दर्द हुआ था और उसकी चूत में से खूँ भी निकला था.
मेरे मामा की बेटी का नाम वर्षा है. उसका रंग दूध के जैसा गोरा है. उसके वक्ष का साइज 32 है जो कि उसने मुझे ब्रा को निकालते समय बताया था। और उसकी कमर की साइज 30 है जो किसी भी लड़के का लंड खड़ा कर सकती है।
बात उस समय की है जब मैं मामा के गांव गया था अपनी मम्मी के साथ. मैं मामा के गांव लगभग 4 साल बाद गया था। इसलिए लगभग कोई मुझे पहचान नहीं पा रहे थे। मैं पहले से कहीं ज्यादा हैंडसम और स्मार्ट हो चुका था. मेरे ज़िम जाने की वजह से मेरा शरीर बुलंद हो चुका था. शायद इसी वजह से मेरे मामा – मामी, नाना – नानी मुझे नहीं पहचान पा रहे थे।
लेकिन चौंकाने की बात ये है कि वो एक सुंदर हुस्न की मालकिन होते हुए भी अभी तक उसका कोई बॉयफ्रेंड नहीं है। यह मैं इस लिए कह रहा हूँ कि जब मैंने अपनी बहन को चोदा था तो वो एकदम अनछुई माल थी, एकदम कुंवारी … उसको बहुत दर्द हुआ था और उसकी चूत में से खूँ भी निकला था.
मेरे मामा की बेटी का नाम वर्षा है. उसका रंग दूध के जैसा गोरा है. उसके वक्ष का साइज 32 है जो कि उसने मुझे ब्रा को निकालते समय बताया था। और उसकी कमर की साइज 30 है जो किसी भी लड़के का लंड खड़ा कर सकती है।
बात उस समय की है जब मैं मामा के गांव गया था अपनी मम्मी के साथ. मैं मामा के गांव लगभग 4 साल बाद गया था। इसलिए लगभग कोई मुझे पहचान नहीं पा रहे थे। मैं पहले से कहीं ज्यादा हैंडसम और स्मार्ट हो चुका था. मेरे ज़िम जाने की वजह से मेरा शरीर बुलंद हो चुका था. शायद इसी वजह से मेरे मामा – मामी, नाना – नानी मुझे नहीं पहचान पा रहे थे।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.