04-07-2022, 01:34 PM
घर आते ही मैं कमरे में गया और पूरे कपड़े उतार कर शीशे के सामने नंगा खड़ा हो गया. अब मैं दीदी की चुत को याद करके और उनके मम्मों के बारे सोच कर एक बार मुठ मार ली.
मैं उन्हें चोदने के आईडिया सोचने लगा कि यार कैसे दीदी को चोदा जाए. चुदासी तो वो भी थीं क्योंकि उन्होंने खुद ही मेरे सामने अपनी चुत में उंगली की थी. हो सकता था कि दीदी मेरे साथ अपनी फ्रेंड के घर अपने किसी ब्वॉयफ्रेंड से मिलने आई हों.
इन सब बातों से मेरे लंड का तनाव बढ़ता ही जा रहा था और मुझे अब हर हाल में दीदी की चुत में अपना लंड पेलना ही था.
वैसे जब मैंने उनकी गुलाबी चुत देखी थी, तब मुझे ऐसा नहीं लगा था कि वो चुद चुकी हों.
खैर … मैं अपनी दीदी के बारे में इतना सब सोच कर एकदम कामुक हो गया था.
फिर मैंने एक प्लान बनाया और एक फेक फेसबुक आईडी बना ली. उसका नाम एक लड़की के नाम पर बना कर दीदी को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी.
फिर अगली सुबह मैंने अपना लैपटॉप ओपन किया, तो देखा कि उन्होंने मेरी रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली थी और मैसेंजर पर हाय लिख कर भेजा हुआ था.
मैंने उन्हें लिखा- हैलो कैसी हैं आप … आपकी प्रोफाइल की फोटो बहुत सी हॉट है. क्या आपकी ये असली फोटो है? वगैरह वगैरह. मैंने उन्हें अपना फेक परिचय भी लिख दिया.
अभी मैं दीदी को मैसेज कर ही रहा था कि वो ऑनलाइन आ गईं. उन्होंने भी मुझे जबाव देते हुए अपने बारे में सब बताया.
अब दीदी से मेरी चैट होने लगी थी.
कुछ दिन बीतने के बाद मैंने उनसे पूछा- क्या तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है?
उन्होंने कहा- नहीं है.
मैं खुश हो गया और पूछा- क्या तुमने कभी सेक्स किया है?
उन्होंने कहा- मेरी किस्मत में ही कहां कोई बॉयफ्रेंड है. जब कोई ब्वॉयफ्रेंड ही नहीं है तो सेक्स कैसे करूंगी. बस उंगली से काम चलाना पड़ता है.
मैं ये सुनकर और भी खुश हो गया.
उन्होंने मुझसे पूछा- क्या तुमने कभी सेक्स किया है?
मैंने कहा- हां किया है.. पर तुम्हें बताऊंगी तो पता नहीं तुम्हें कैसा लगेगा.
इस पर दीदी ने पूछा कि बताओ तो सही.
मैंने कहा कि मैं तो अपने भाई के साथ ही सेक्स करती हूं.
ये बात कहते समय मेरी थोड़ी गांड फट रही थी कि पता नहीं दीदी का क्या रिएक्शन होता है. मगर दीदी ने कुछ देर तक कोई जबाव नहीं दिया.
मैं उन्हें चोदने के आईडिया सोचने लगा कि यार कैसे दीदी को चोदा जाए. चुदासी तो वो भी थीं क्योंकि उन्होंने खुद ही मेरे सामने अपनी चुत में उंगली की थी. हो सकता था कि दीदी मेरे साथ अपनी फ्रेंड के घर अपने किसी ब्वॉयफ्रेंड से मिलने आई हों.
इन सब बातों से मेरे लंड का तनाव बढ़ता ही जा रहा था और मुझे अब हर हाल में दीदी की चुत में अपना लंड पेलना ही था.
वैसे जब मैंने उनकी गुलाबी चुत देखी थी, तब मुझे ऐसा नहीं लगा था कि वो चुद चुकी हों.
खैर … मैं अपनी दीदी के बारे में इतना सब सोच कर एकदम कामुक हो गया था.
फिर मैंने एक प्लान बनाया और एक फेक फेसबुक आईडी बना ली. उसका नाम एक लड़की के नाम पर बना कर दीदी को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी.
फिर अगली सुबह मैंने अपना लैपटॉप ओपन किया, तो देखा कि उन्होंने मेरी रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली थी और मैसेंजर पर हाय लिख कर भेजा हुआ था.
मैंने उन्हें लिखा- हैलो कैसी हैं आप … आपकी प्रोफाइल की फोटो बहुत सी हॉट है. क्या आपकी ये असली फोटो है? वगैरह वगैरह. मैंने उन्हें अपना फेक परिचय भी लिख दिया.
अभी मैं दीदी को मैसेज कर ही रहा था कि वो ऑनलाइन आ गईं. उन्होंने भी मुझे जबाव देते हुए अपने बारे में सब बताया.
अब दीदी से मेरी चैट होने लगी थी.
कुछ दिन बीतने के बाद मैंने उनसे पूछा- क्या तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है?
उन्होंने कहा- नहीं है.
मैं खुश हो गया और पूछा- क्या तुमने कभी सेक्स किया है?
उन्होंने कहा- मेरी किस्मत में ही कहां कोई बॉयफ्रेंड है. जब कोई ब्वॉयफ्रेंड ही नहीं है तो सेक्स कैसे करूंगी. बस उंगली से काम चलाना पड़ता है.
मैं ये सुनकर और भी खुश हो गया.
उन्होंने मुझसे पूछा- क्या तुमने कभी सेक्स किया है?
मैंने कहा- हां किया है.. पर तुम्हें बताऊंगी तो पता नहीं तुम्हें कैसा लगेगा.
इस पर दीदी ने पूछा कि बताओ तो सही.
मैंने कहा कि मैं तो अपने भाई के साथ ही सेक्स करती हूं.
ये बात कहते समय मेरी थोड़ी गांड फट रही थी कि पता नहीं दीदी का क्या रिएक्शन होता है. मगर दीदी ने कुछ देर तक कोई जबाव नहीं दिया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.