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Incest छोटी बहन के साथ चुदाई की शुरुआत
#4
धीरे धीरे मैं अपनी बहन के बदन को छूने लगा. मुझे बहुत अच्छा लग रहा था. हिम्मत करके मैंने उसके पेट पर अपना हाथ रख दिया. उसने कोई रिएक्शन नहीं दिया. फिर मैं धीरे धीरे हाथ को फिराने लगा.

अब मेरा हाथ मेरी बहन के बूब्स की ओर बढ़ने लगा. धीरे धीरे मैं हाथ को उसके दूधों तक ले गया और फिर आहिस्ता से हाथ उसके बूब्स पर रख दिया. उसने ब्रा पहनी हुई लगा रही थी. मुझे बहुत उत्तेजना होने लगी. मैं हाथ को ऐसे रखे नहीं रह सका.

मैंने धीरे धीरे से अपनी बहन के बूब्स को दबाना शुरू कर दिया. मैं बहुत ही हल्के हाथ से दबा रहा था. आहिस्ता से उसके चूचों को मसल मसल कर मजा ले रहा था.

वो अब भी कुछ नहीं बोल रही थी. शायद गहरी नींद में थी, यही सोच कर मेरी हिम्मत और ज्यादा बढ़ गयी. मैं अपनी बहन की स्कर्ट को ऊपर सरकाने लगा. धीरे धीरे सरकाते हुए उसकी पैंटी मेरे हाथों पर टच हो गयी. मैं वहीं पर रुक गया.

अब मुझे उसकी शर्ट का बटन खोलना था ताकि मैं उसके दूधों को हाथ में ले सकूं.
मगर ये इतना आसान नहीं था. मुझे डर लग रहा था कि अगर ये जाग गयी तो सारा काम खराब हो जायेगा और हो सकता था कि वो मेरे पिताजी को भी मेरी हरकत के बारे में बता दे.

मैं अब नींद का नाटक करते हुए आगे बढ़ने लगा. मैंने नींद का नाटक करते हुए उसकी चूचियों पर हाथ रख दिया. उसने मेरे हाथ को अच्छे से पकड़ लिया. नींद में शायद वो सोच रही थी कि ये हाथ मम्मी का है.

इसी का फायदा उठा कर मैं उसके शर्ट के बटन खोलने लगा. धीरे धीरे करते हुए मैंने उसकी शर्ट के तीन बटन खोल दिये. मगर लाइट बंद होने के कारण मैं अपनी बहन के बूब्स को नहीं देख पा रहा था. मैं बस उसके दूधों को सहला पा रहा था.

कुछ देर सहलाने के बाद मेरी बहन थोड़ा सा कसमसाई तो मुझे लगा कि वो उठ गई है. मगर मेरा अंदाजा गलत निकला. वो अभी भी नींद में थी. मैं कुछ देर रुका रहा. उसके बाद फिर से मैंने अपना काम चालू कर दिया.

मैंने उसकी स्कर्ट के हुक को खोल दिया. हुक खोलने के बाद मैंने उसे नीचे सरका दिया. फिर मैंने उसकी शर्ट के सारे बटन खोल दिये. अब उसकी ब्रा ऊपर आ गयी थी. मैंने उसकी ब्रा के ऊपर से उसके दूधों को छुआ और हल्का सा दबा कर देखा.

अब मुझे सिर्फ़ अपनी बहन की ब्रा के हुक को खोलना बाकी था. मैं सोच रहा था कि अब कैसे खोलूं क्योंकि उसकी ब्रा का हुक तो उसकी पीठ के नीचे दबा हुआ था. मेरा हाथ वहां तक नहीं पहुंच सकते थे. मुझे किसी तरह उसको करवट के बल लेटाना था.

कुछ सोचने के बाद मैंने उसको कंधे से हल्का धकेलना शुरू किया. उसको दूसरी ओर मोड़ने लगा. मैं हल्का दबाव दे रहा था ताकि वो खुद ही नींद में पलटी मार ले.

काफी कोशिश करने के बाद मेहनत रंग लाई और मेरी बहन ने करवट ले ली.
अब उसकी पीठ मेरी ओर थी. अब मुझे उसकी ब्रा का हुक खोलने का मौका मिल गया.

उसके हुक को खोल कर मैंने उसकी ब्रा को भी खोल दिया. जैसे उसकी ब्रा उतरी तो मुझे शक हुआ कि वो जाग गयी है.

वो कुछ प्रतिक्रिया नहीं दे रही थी लेकिन उसकी सांसें अब सामान्य नहीं थीं जैसे कि सोते हुए हुआ करती हैं. वो जाग चुकी थी लेकिन कुछ बोल नहीं रही थी.

मैंने हिम्मत करके उसकी चूचियों पर हाथ रख दिया और उनको दबाने लगा. वो कुछ नहीं बोल रही थी मगर उसकी सांसें अब भारी हो गयी थीं. मैं समझ गया कि उसको अपनी चूची दबवाने में मजा आ रहा है.

कुछ देर तक उसके बूब्स को दबाने के बाद वो पलट गयी और उसने खुद ही मेरे हाथों को अपनी चूचियों पर दबाना शुरू कर दिया. अब तो सब कुछ क्लियर हो गया था. मैं अपनी बहन के ऊपर लेट गया और उसके होंठों पर अपने होंठ ही रख दिये.

मैं उसके होंठों को चूसने लगा और उसकी चूचियों को दबाने लगा. वो भी ऊंहह … उंहहह करके सिसकारी लेते हुए अपना मजा जाहिर करने लगी. मैं उसकी चूचियों को पीने लगा और उसने मेरे मुंह को अपने बूब्स में दबा लिया.

अब मेरे हाथ उसकी चड्डी की ओर बढ़े. मैंने उसकी चड्डी को उतारना चाहा और उसमें हाथ दिया तो अंदर भी एक कपड़े जैसा कुछ लगा हुआ था. मुझे पता लग गया कि मेरी बहन के पीरियड्स चल रहे हैं.

फिर मैंने उसकी चड्डी को नहीं छेड़ा. मैं दोबारा से उसके दूधों को पीने लगा. उसके दूधों को कस कर दबाने लगा. अब मेरी बहन भी मेरे साथ खुल कर दूध दबवा रही थी और सिसकारियां निकाल रही थी.

वो पूरी तरह नंगी हो चुकी थी. उसके बदन पर केवल एक चड्डी ही बची हुई थी. मैंने उसके हाथ को पकड़ा और उसके हाथ को अपने लंड पर रखवा दिया. उसको मेरे लंड को हिला कर मुठ मारने के लिए कहा.

उसने धीरे धीरे मेरे लंड को पकड़ कर लोअर के ऊपर से सहलाना शुरू किया. फिर कुछ देर के बाद उसने मेरी लोअर में अंदर हाथ दे दिया और मेरे लंड को पकड़ कर आगे पीछे करते हुए मुठ मारने लगी.

अब मुझे बहुत जोश आ गया और मैं जोर से उसके होंठों को पीते हुए उसकी चूची को भींचने लगा.

मुझे बहुत मजा आ रहा था. मन कर रहा था कि बहन की चूत में लंड से चोद चोद कर उसकी चूत को फाड़ दूं. मगर उसके पीरियड्स थे.

वो तेजी से मेरे लंड की मुठ मार रही थी. इतने में ही मेरे लंड का पानी निकल गया और मेरी बहन का पूरा हाथ मेरे वीर्य में सन गया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: छोटी बहन के साथ चुदाई की शुरुआत - by neerathemall - 04-07-2022, 01:31 PM



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