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Incest कज़िन सिस्टर सेक्स का मजा
#9
मैंने कहा- तो फिर उनका खड़ा नहीं होता था क्या?
वो बोली- होता था लेकिन दो धक्कों में ही ढेर हो जाते थे. मैंने बहुत कोशिश की खुद को समझाने की लेकिन मैं तीन साल तक प्यासी ही रही. हम दोनों के बीच में शादी के 6 महीने के बाद ही मन-मुटाव होना शुरू हो गया था लेकिन घर की इज्जत की वजह से मैंने शादी को खींचे रखा. मगर जब बर्दाश्त नहीं हुआ तो फिर तलाक ले लिया.

दीदी की चूत को सहलाते हुए मैंने पूछा- तो फिर आपने इससे पहले मुझसे इस बारे में बात क्यों नहीं की?
वो बोली- मैं ताऊ जी से डरती थी और ताई जी को अगर पता लग जाता तो तेरी भी शामत आ जाती. मैं नहीं जानती थी कि तू मर्द बन गया है. जब मैंने तेरे लंड को लोअर में तना हुआ देखा तो तब मुझे भी चुदने का मन किया और मैंने आगे कदम बढ़ाया.

मैंने कहा- तो आपको मेरा लंड इतना पसंद आ गया क्या?
वो बोली- हां, तुम्हारा लंड तो बहुत मस्त है. तेरे जीजा का तो इसका आधा भी नहीं था. तुम्हारा लंड तो हाथ में लेकर और मुंह में लेकर बहुत मजा आता है.
मैंने कहा- तो फिर एक बार फिर से ले लो.

मेरी ओर देख कर दीदी मुस्कराई और मेरे लंड को उसने मुंह में ले लिया. मेरे लंड में अभी तक तनाव नहीं आया था. दीदी मेरे लंड को चूसने लगी. मुझे मजा भी आ रहा था और कुछ अजीब सी गुदगुदी भी हो रही थी.

कुछ ही देर में दीदी ने मेरे लंड को फिर से चूस चूस कर खड़ा कर दिया. अब मैंने दीदी के सिर को पकड़ लिया और उसके मुंह को लंड पर दबाने लगा.
मेरे मुंह से कामुक सिसकारियां निकल रही थीं- आह्ह … ओह्ह … दीदी और जोर से… याह … हम्म … ओह्ह … मजा आ रहा है. चूसो दीदी.

पांच-सात मिनट तक मैंने दीदी को लंड चुसवाया तो दीदी की सांस फूलने लगी.
वो बोली- बस कर कमीने, अब मेरी चूत की ओर भी कुछ ध्यान दे. इसने बहुत दिनों से लंड नहीं लिया है.

मैंने कहा- ठीक है दीदी तो फिर तैयार हो जाओ.
मैंने दीदी को बेड पर लिटा लिया. उनकी गांड के नीचे तकिया लगा दिया और उनकी टांगों को चौड़ी करके अपने हाथों में थाम लिया.
मैंने दीदी की चूत पर अपना लंड लगाया और धीरे धीरे अंदर धकेलने लगा.

जैसे ही लंड का सुपारा दीदी की चूत में घुसने लगा तो वो कराहने लगी.
मैंने कहा- क्या हुआ, दर्द हो रहा है क्या?
वो बोली- हां, बहुत दिनों के बाद चूत में लंड जा रहा है इसलिए दर्द तो होगा ही लेकिन तू रुक मत.

मैं भी नहीं रुका और मैंने दीदी की चूत में एक झटका दिया और आधा लंड उसकी चूत में घुसा दिया. दीदी ने मेरे कंधों को पकड़ लिया और मुझसे लिपट गयी.

उनको वापस बेड पर लिटा कर मैंने फिर जोर लगाया. एक जोर का धक्का दिया और पूरा लंड बहन की चूत में घुसा दिया. मुझे चूत चुदाई का ज्यादा एक्सपीरियंस नहीं था. इसलिए दो धक्कों में ही पूरा लंड उनकी चूत में घुसा दिया.

दीदी ने मुझे जोर से पकड़ लिया और मेरी पीठ पर नोंच लिया. वो मेरी गर्दन को चूमने लगी.
मैंने पूछा- सब ठीक है ना?
वो बोली- हां, एक मिनट ऐसे ही रह, उसके बाद कुछ करना.

मैं रुका रहा. अपनी चचेरी बहन की चूत में लंड अंदर डाल कर मुझे बहुत मजा आ रहा था. ऐसा लग रहा था कि चूत चुदाई के समान दुनिया में दूसरा कोई और आनंद नहीं है.

चूत में लंड देकर मैंने दीदी के चूचों को पीना शुरू कर दिया. कभी उनकी गर्दन को चूमता तो कभी उनके होंठों को चूस लेता. दीदी भी मेरा पूरा साथ दे रही थी. जब वो नॉर्मल हो गयी तो बोली- हां, अब शुरू कर।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: कज़िन सिस्टर सेक्स का मजा - by neerathemall - 04-07-2022, 01:14 PM



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