04-07-2022, 01:14 PM
दीदी मेरे लंड को जोर जोर से चूसने लगी और मजे में मेरी आंखें बंद होने लगीं. वो इतनी जोर से लंड को चूस रही थी कि मैं जैसे पागल सा होने लगा. मुझसे भी बर्दाश्त नहीं हो रहा था.
उसको लंड चूसने का काफी ज्ञान था. मैंने कभी अपने लंड में इतनी उत्तेजना और आनंद महसूस नहीं किया था. कभी वो मेरे लंड के टोपे पर जीभ को अंदर अंदर फिरा रही थी और कभी पूरे लंड को मुंह में पूरा गले तक उतार कर चूसने लग जाती.
ऐसा लग रहा था जैसे वो बहुत दिनों से लंड की प्यासी हो. अपनी शादी खत्म होने के बाद से दीदी को शायद इस तरह से सेक्स करने का मौका नहीं मिला था. तलाक के बाद से ही वो सेक्स का मजा नहीं ले पा रही थी.
कुछ ही देर में दीदी ने मेरे होश उड़ा दिये और मैं दीदी के मुंह में ही झड़ गया. दीदी मेरे लंड से निकले हुए माल को अंदर ही गटक गयी. मैं शांत पड़ गया. मगर बहन की चूत में अभी आग लगी हुई थी.
वो बोली- तू तो खल्लास हो गया, अब मेरा क्या?
मैंने हांफते हुए कहा- कुछ देर रुको यार, मुझे थोड़ा टाइम दो.
फिर वो मेरी बगल में लेट गयी. हम दोनों नंगे ही पड़े हुए थे.
दीदी के चूचों को छेड़ते हुए मैंने पूछा- आपको जीजा के साथ भी इतना मजा आता था क्या?
वो बोली- तेरे जीजा का लंड तो नाम का ही लंड था. उसमें दम नहीं था. अगर उनका लंड तेरे लंड की तरह इतना दमदार होता तो आज तू मामा बन गया होता.
उसको लंड चूसने का काफी ज्ञान था. मैंने कभी अपने लंड में इतनी उत्तेजना और आनंद महसूस नहीं किया था. कभी वो मेरे लंड के टोपे पर जीभ को अंदर अंदर फिरा रही थी और कभी पूरे लंड को मुंह में पूरा गले तक उतार कर चूसने लग जाती.
ऐसा लग रहा था जैसे वो बहुत दिनों से लंड की प्यासी हो. अपनी शादी खत्म होने के बाद से दीदी को शायद इस तरह से सेक्स करने का मौका नहीं मिला था. तलाक के बाद से ही वो सेक्स का मजा नहीं ले पा रही थी.
कुछ ही देर में दीदी ने मेरे होश उड़ा दिये और मैं दीदी के मुंह में ही झड़ गया. दीदी मेरे लंड से निकले हुए माल को अंदर ही गटक गयी. मैं शांत पड़ गया. मगर बहन की चूत में अभी आग लगी हुई थी.
वो बोली- तू तो खल्लास हो गया, अब मेरा क्या?
मैंने हांफते हुए कहा- कुछ देर रुको यार, मुझे थोड़ा टाइम दो.
फिर वो मेरी बगल में लेट गयी. हम दोनों नंगे ही पड़े हुए थे.
दीदी के चूचों को छेड़ते हुए मैंने पूछा- आपको जीजा के साथ भी इतना मजा आता था क्या?
वो बोली- तेरे जीजा का लंड तो नाम का ही लंड था. उसमें दम नहीं था. अगर उनका लंड तेरे लंड की तरह इतना दमदार होता तो आज तू मामा बन गया होता.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.