04-07-2022, 01:13 PM
मैंने पूछा- दीदी आपका साइज क्या है?
वो बोली- तुम खुद ही पता क्यों नहीं कर लेते हो!
फिर मैंने दीदी को बेड पर लिटा दिया. उनके सूट को ऊपर करके जोर से उनके पेट को चूमने लगा.
दीदी एकदम से मछली के जैसे फड़फड़ाने लगी. इससे पहले कि वो संभल पाती मैंने उनको पेट के बल लिटा दिया और उनकी गर्दन और पीठ को चूमने लगा.
उनकी ब्रा तक मैंने उनके कमीज को ऊपर उठा कर रखा हुआ था. मैं दीदी की गर्दन तो कभी उनकी ब्रा के आसपास चूम रहा था. दीदी अपनी गांड उठाने लगी थी. अब दीदी को नंगी करने का समय आ गया था.
वो बोली- तुम खुद ही पता क्यों नहीं कर लेते हो!
फिर मैंने दीदी को बेड पर लिटा दिया. उनके सूट को ऊपर करके जोर से उनके पेट को चूमने लगा.
दीदी एकदम से मछली के जैसे फड़फड़ाने लगी. इससे पहले कि वो संभल पाती मैंने उनको पेट के बल लिटा दिया और उनकी गर्दन और पीठ को चूमने लगा.
उनकी ब्रा तक मैंने उनके कमीज को ऊपर उठा कर रखा हुआ था. मैं दीदी की गर्दन तो कभी उनकी ब्रा के आसपास चूम रहा था. दीदी अपनी गांड उठाने लगी थी. अब दीदी को नंगी करने का समय आ गया था.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.