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Incest कज़िन सिस्टर सेक्स का मजा
#2
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उस वक्त मेरी उम्र 24 साल की थी. उस वक्त मैं अपने बड़े चाचा के यहां रहने के लिए गया हुआ था. मेरे दो चाचा हैं.

मेरी कॉलेज की पढ़ाई चल रही थी और कॉलेज पास में ही था. मेरे चाचा के घर में उनकी एक बेटी भी थी. उसकी शादी हो चुकी थी लेकिन शादी के तीन-चार साल बाद ही उनका उनके पति के साथ तलाक हो गया था.

उस वक्त मेरी कज़िन सिस्टर की उम्र 30 की थी. देखने में वो काफी सुंदर दिखती थीं. उनका फिगर भी बहुत ही प्यारा सा था. हां वो अलग बात है कि अब वो बढ़ती उम्र के साथ थोड़ी मोटी हो गयी हैं लेकिन उस वक्त गजब की माल थी.

जब मैं चाचा के घर में रहने के लिए गया था तो उनके वहां पर दो ही कमरे थे. मेरे चाचा ज्यादा अमीर नहीं थे इसलिए घर भी छोटा ही था. मैं पहली बार इस तरह से अपने घर से बाहर अपने चाचा के यहां पर रहने के लिए गया था.

मैं वहां नया नया था तो मैंने कज़िन सिस्टर से कहा कि मुझे कहीं घुमा दीजिये.
सिस्टर एक दिन बोली- तुम घूमने के लिए कह रहे थे. मैंने सोचा है कि आज हम मूवी देखने के लिए चलेंगे.
मैं भी झट से तैयार हो गया. मैंने ऑनलाइन मूवी टिकट भी बुक करवा दी.

सिनेमा हॉल में पहुंच कर हम लोग अपनी सीट लेकर बैठ गये. हम लोगों को कॉर्नर की सीट मिली थी. मूवी शुरू हुई और हम मूवी का मजा लेने लगे. मूवी काफी मजेदार थी इसलिए दोनों भाई बहन काफी इंजॉय कर रहे थे.

कुछ ही देर में मैंने नोटिस किया कि सिस्टर की चूचियां मेरी कुहनी के साथ में टच हो रही हैं. जब मेरा ध्यान इस बात पर गया तो मैंने पाया कि दीदी मेरी ओर झुक गयी थीं. ऐसा लग रहा था जैसे वो मुझसे चिपकने की कोशिश कर रही थी.

चूचियों के स्पर्श से ही मेरे अंदर भी अजीब सी भावना आने लगी. मैंने इससे पहले सिस्टर सेक्स के बारे में कभी सोचा भी नहीं था. मैं भी अपनी कोहनी को जानबूझ कर दीदी की चूचियों के साथ सटाने लगा. उनकी चूचियों पर दबाव बनाने लगा.

शायद दीदी को इस सब में मजा आ रहा था. वो ये भी जान गयी थी कि मैं भी उनके साथ मजा ले रहा हूं. वो कुछ बोल भी नहीं रही थी. मेरी कोहनी का दबाव दीदी की चूची पर बढ़ रहा था. मेरा लंड भी खड़ा हो गया था.

फिर मैंने धीरे से अपना दूसरा हाथ भी दूसरी ओर कर लिया. मैं दीदी की चूचियों पर अपनी उंगलियों से छेड़ने लगा. दीदी ने तब भी कुछ नहीं कहा. अब मेरी हिम्मत भी बढ़ गयी थी.

जब मुझसे रुका न गया तो मैंने दीदी की चूची पर हाथ ही रख दिया. दीदी अब भी सामने स्क्रीन की ओर ही देख रही थी. मैंने धीरे धीरे से दीदी की चूची को अपने हाथ से दबाना शुरू कर दिया.

वो कुछ नहीं बोल रही थी. बस मजा ले रही थी चुपचाप. अब मैं उत्तेजित हो गया था. मेरा लंड मेरी पैंट में पूरा अकड़ गया था. वो बाहर आने के लिए तड़प गया था. इसी उत्तेजना में मैंने दीदी की चूची को जोर से दबाना शुरू कर दिया.

दीदी ने मेरी ओर देखा और मुस्कराने लगी. मगर कुछ बोली नहीं. मैंने उसी वक्त उनके गाल पर किस कर दिया. अब तो सब कुछ क्लियर हो गया था. मैंने दीदी के कमीज में हाथ डालने की कोशिश की लेकिन दीदी ने मेरे हाथ को पकड़ लिया.

सिनेमा हॉल में हम ऐसे ही मजे लेते रहे. दीदी ने उससे आगे नहीं बढ़ने दिया. मैं सोच रहा था कि दीदी भी मेरे लंड को पकड़ लेगी लेकिन उसने ऐसा कुछ नहीं किया.

फिर मूवी खत्म हो गयी और हम दोनों घर पर आ गये. रात का खाना होने के बाद हम सोने के लिए चले गये.

लेटने के कुछ देर बाद ही मेरे फोन पर एक मैसेज रिसीव हुआ. वो मैसेज दीदी का ही था. मैसेज में लिखा था- मुझे नींद नहीं आ रही है.
मैंने रिप्लाई किया- मुझे भी नहीं आ रही है.

फिर मैंने उनको सॉरी लिख कर भेजा.
वो पूछने लगी- किसलिये?
मैंने लिखा- सिनेमा हॉल में जो भी हुआ उसके लिए मैं सॉरी कहना चाहता हूं.
उन्होंने लिखा- कोई बात नहीं.

फिर मैंने लिखा- दीदी एक बात कहना चाहता हूं.
उन्होंने लिखा- हां कहो.
मैंने रिप्लाई किया- आपके वो (बूब्स) बहुत ही प्यारे और मस्त हैं.
वो बोलीं- चुप कर!

उसके बाद दीदी ने गुड नाइट का मैसेज भेज दिया और सोने के लिए कहा. मैं भी सो गया. सुबह दीदी ने ही आकर मुझे जगाया. उस वक्त मेरा लंड मेरी पैंट में तना हुआ था. मेरा लंड उस वक्त सुबह के पूरे जोश में था.

सुबह जब मैं उठा तो दीदी का मेरी ओर देखने का नजरिया बदला बदला सा था. मैं उठ कर बाहर गया तो दीदी ने मेरे तने हुए लंड पर भी सरसरी नजर मार ली. मुझे लगा कि मेरी सिस्टर सेक्स मांग रही है.

उसके बाद मैं फ्रेश हुआ और फिर नाश्ता करके कॉलेज में चला गया. रास्ते में जाते हुए मैंने भांग की एक गोली खा ली. मुझे उसका नशा हो गया. मुझे दीदी की चूचियों के खयाल आना शुरू हो गये. कॉलेज में भी मन नहीं लगा.

कुछ देर के बाद दीदी की कॉल भी आ गयी.
वो बोली- क्या कर रहे हो?
मैंने कहा- आपको ही याद कर रहा था. नशा सा हो रहा है.
वो बोली- मुझे क्यों याद कर रहे हो?
मैंने कहा- पहले आप ये बताओ कि आज आपने मुझे इस तरह से कॉल क्यों किया? इससे पहले तो कभी आपका कॉल नहीं आया था कॉलेज में ऐसे।

वो बोली- बस ऐसे ही कर लिया. मैं घर पर अकेली थी और बोर हो रही थी इसलिए तुम्हारे पास फोन कर लिया.
फिर मैं भी कॉलेज से निकल लिया. मैं फोन पर बात करते करते हुए ही चल रहा था.

मैंने रास्ते में आंख साफ करने के लिए आई ड्रॉप ले ली. मेरी आंखें नशे के कारण लाल हो गयी थीं.
दीदी बोली- गर्लफ्रेंड के साथ हो क्या?
मैंने कहा- हां.

वो बोली- मेरी बात भी करवाओ अपनी गर्लफ्रेंड से।
मैंने कहा- उसी से तो बात हो रही है अभी.
वो शरमा गयीं और बोली- चुप रहो.

इतने में ही बात करते हुए मैं घर पर पहुंच गया था. मैंने घर पहुंच कर बेल बजाई और दीदी कॉल पर बात करते हुए ही गेट खोलने के लिए आ गयी. जैसे ही उन्होंने दरवाजे पर मुझे देखा वो मुझे देख कर शरमा गयी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: कज़िन सिस्टर सेक्स का मजा - by neerathemall - 04-07-2022, 01:12 PM



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