04-07-2022, 01:09 PM
मैं स्वर्ग में पहुंच गया. नीचे से दीदी की चूत में मेरा लंड धंसा हुआ था और ऊपर से वो मेरे होंठों को अपने होंठों का रस पिलाने लगी. फिर कमर हिला हिला कर दीदी मुझसे चुदने लगी.
कुछ देर इसी तरह चुदने के बाद दीदी बोली कि अब मेरा होने वाला है, तुम मेरे ऊपर आ जाओ.
दीदी ने चूत से लंड निकाल लिया और मैं उठ कर दीदी के ऊपर आ गया.
मैंने दीदी को झुका कर चूत में लंड पेल दिया और जोर जोर से बड़ी दीदी की चुदाई करने लगा. दीदी जोर जोर से चीखने लगी. उसकी चीखों में आनंद ही आनंद भरा था जो उसे मेरे लंड से अपनी चूत में मिल रहा था.
कुछ ही देर में दीदी की चूत ने पानी फेंक दिया. अब मैंने भी अपने धक्कों की स्पीड पूरी बढ़ा दी. कुछ देर धक्के लगाने के बाद मैं भी दीदी की चूत में ही झड़ गया.
दीदी पहले से ही निढाल थी और फिर थक कर मैं भी दीदी की बगल में ही लेट गया.
दीदी को बांहों में भर कर मैंने कहा- आपको चोदने में जो मजा आता है ना वो किसी और को चोदने में नहीं आता है.
वो बोली- मुझे भी जो मजा तेरे लंड से चुदने में आता है वो दुनिया के किसी और मर्द के लंड से चुदने में नहीं आ सकता है. यहां तक कि तेरे जीजा के लंड से भी नहीं. मगर ये बता कि मेरे जाने के बाद तूने किसी और को तो नहीं चोदा ना?
मैं बोला- दीदी, आपकी चूत की सील पंकज ने तोड़ी थी. इसलिए पंकज की बहन की चूत की सील मैंने तोड़ दी.
दीदी मेरी ओर हैरानी से देखने लगी और मैं मुस्करा दिया.
कुछ देर इसी तरह चुदने के बाद दीदी बोली कि अब मेरा होने वाला है, तुम मेरे ऊपर आ जाओ.
दीदी ने चूत से लंड निकाल लिया और मैं उठ कर दीदी के ऊपर आ गया.
मैंने दीदी को झुका कर चूत में लंड पेल दिया और जोर जोर से बड़ी दीदी की चुदाई करने लगा. दीदी जोर जोर से चीखने लगी. उसकी चीखों में आनंद ही आनंद भरा था जो उसे मेरे लंड से अपनी चूत में मिल रहा था.
कुछ ही देर में दीदी की चूत ने पानी फेंक दिया. अब मैंने भी अपने धक्कों की स्पीड पूरी बढ़ा दी. कुछ देर धक्के लगाने के बाद मैं भी दीदी की चूत में ही झड़ गया.
दीदी पहले से ही निढाल थी और फिर थक कर मैं भी दीदी की बगल में ही लेट गया.
दीदी को बांहों में भर कर मैंने कहा- आपको चोदने में जो मजा आता है ना वो किसी और को चोदने में नहीं आता है.
वो बोली- मुझे भी जो मजा तेरे लंड से चुदने में आता है वो दुनिया के किसी और मर्द के लंड से चुदने में नहीं आ सकता है. यहां तक कि तेरे जीजा के लंड से भी नहीं. मगर ये बता कि मेरे जाने के बाद तूने किसी और को तो नहीं चोदा ना?
मैं बोला- दीदी, आपकी चूत की सील पंकज ने तोड़ी थी. इसलिए पंकज की बहन की चूत की सील मैंने तोड़ दी.
दीदी मेरी ओर हैरानी से देखने लगी और मैं मुस्करा दिया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.