04-07-2022, 02:21 AM
जैसा मैंने कहा था मै मंजू को अपने प्रति पूर्ण समर्पित करना चाहता था ताकि वो मेरी गुलाम मेरी रखैल बन कर रहे। आज उसका इम्तिहान था और मै देखना चाहता था वो कितनी तैयार हैं। रात के लगभग 11 बजे मै घर पहुँचा तो देखा मंजू गेट पर एक कोने से चिपकी खड़ी हैं। मंजू ने एक ट्रांसपेरेंट नाईटी पहन रखी हैं जिसके अंदर सिर्फ ब्रा और पैंटी हैं जो बाहर से ही दिख रहे हैं। यह देखकर मै बहुत ही खुश हुआ। बाइक पार्क कर मै सीड़ियो से अपने फ्लैट की ओर बढ़ा और मंजू भी पीछे पीछे आ गई।
जैसे ही मै फ्लैट में अंदर आया, मंजू भी फ्लैट के अंदर आ गई और गेट बंद कर लिया। आज उसका पति रमेश नीचे सो रहा था और पूरी रात वो ऊपर मेरे साथ रहती। मफ्लैट के अंदर आते ही मैंने उसके गले लगाया और बोला की आज उसके समर्पण का इम्तहान हैं। मंजू ने कहा की मै अब आपकी हूँ और आप जो कहो वो करने को तैयार हैं। मै मुस्कुराया और कहा ठीक हैं देखते हैं। यह कहने के बाद मैंने मसाज ऑइल का एक नया पैकेट मंजू के हाथ में दिया और बोला आज मुझे खुश कर दो।
फिर हम दोनों बेडरूम में आ गए। मै बेड पर लेट गया और मंजू ने अपने होंठो से मेरे पैर को चूमा और अपना हाथ मेरे कमर के पास ले आई। मेरे लंड पर जीन्स के ऊपर से हाथ फेरते हुए उसने मेरे जीन्स का बटन खोला और जीन्स को नीचे की ओर खींचा। जीन्स मेरे घुटने के पास आ कर रुक गया और मेरे कमर पर सिर्फ अंडरवियर था। अंडरवियर के ऊपर से हलकी ऊँगली फेरती हुई मंजू मेरी ओर देखा और अपने जीभ को होंठो से काट लिया। फिर उसने जीन्स को नीचे कर निकाला और मेरे कमर के पास आ कर चूमने लगी। मेरे कमर से घुटने तक को चूमने के बाद वो अपने हाथ को मेरे छाती के पास ले आई और मेरे शर्ट्स के बटन्स को खोल दिया। मैंने भी शर्ट को निकाल दिया। उसने तुरंत बनियान भी निकाल दिया। अब मेरे शरीर पर सिर्फ मेरा अंडरवियर था। मंजू ने उसको निकालने की कोई जल्दी नहीं दिखाई तो मै भी सोचने लगा ये अब आगे क्या करेगी।
ये क्या मंजू ने अपनी ट्रांसपेरेंट नाईटी खुद से नीचे उतारी और उसको रोल कर मेरे आँखों पर पट्टी लगा दी। मै अंडरवियर में और मंजू ब्रा पैंटी में थी लेकिन मेरे आँखों में पट्टी बँधी थी और मेरा मन बंद आँखों से यह अनुमान लगाने में व्यस्त था की अब मंजू आगे क्या करेगी।
जैसे ही मै फ्लैट में अंदर आया, मंजू भी फ्लैट के अंदर आ गई और गेट बंद कर लिया। आज उसका पति रमेश नीचे सो रहा था और पूरी रात वो ऊपर मेरे साथ रहती। मफ्लैट के अंदर आते ही मैंने उसके गले लगाया और बोला की आज उसके समर्पण का इम्तहान हैं। मंजू ने कहा की मै अब आपकी हूँ और आप जो कहो वो करने को तैयार हैं। मै मुस्कुराया और कहा ठीक हैं देखते हैं। यह कहने के बाद मैंने मसाज ऑइल का एक नया पैकेट मंजू के हाथ में दिया और बोला आज मुझे खुश कर दो।
फिर हम दोनों बेडरूम में आ गए। मै बेड पर लेट गया और मंजू ने अपने होंठो से मेरे पैर को चूमा और अपना हाथ मेरे कमर के पास ले आई। मेरे लंड पर जीन्स के ऊपर से हाथ फेरते हुए उसने मेरे जीन्स का बटन खोला और जीन्स को नीचे की ओर खींचा। जीन्स मेरे घुटने के पास आ कर रुक गया और मेरे कमर पर सिर्फ अंडरवियर था। अंडरवियर के ऊपर से हलकी ऊँगली फेरती हुई मंजू मेरी ओर देखा और अपने जीभ को होंठो से काट लिया। फिर उसने जीन्स को नीचे कर निकाला और मेरे कमर के पास आ कर चूमने लगी। मेरे कमर से घुटने तक को चूमने के बाद वो अपने हाथ को मेरे छाती के पास ले आई और मेरे शर्ट्स के बटन्स को खोल दिया। मैंने भी शर्ट को निकाल दिया। उसने तुरंत बनियान भी निकाल दिया। अब मेरे शरीर पर सिर्फ मेरा अंडरवियर था। मंजू ने उसको निकालने की कोई जल्दी नहीं दिखाई तो मै भी सोचने लगा ये अब आगे क्या करेगी।
ये क्या मंजू ने अपनी ट्रांसपेरेंट नाईटी खुद से नीचे उतारी और उसको रोल कर मेरे आँखों पर पट्टी लगा दी। मै अंडरवियर में और मंजू ब्रा पैंटी में थी लेकिन मेरे आँखों में पट्टी बँधी थी और मेरा मन बंद आँखों से यह अनुमान लगाने में व्यस्त था की अब मंजू आगे क्या करेगी।