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Adultery ठरकी दामाद (With Pics)
अजय ने उसके सिर पर हाथ रखकर अपने लंड को अंदर बाहर करना शुरू कर दिया...लंड चुसवाने में उसे जो मज़ा मिलता था, उसकी तुलना वो किसी और चीज़ से कर ही नही सकता था..और आज तो प्राची कुछ ज़्यादा ही ज़ोर शोर के साथ उसका लौड़ा चूस रही थी..ऐसे में वो ये भी भूल चुका था की वो इस वक़्त कहाँ है और क्या वक़्त हुआ है...उसे तो बस अब किसी भी हालत में प्राची की चूत बजानी थी.
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कुछ देर तक लंड चूसने के बाद वो फिर से उपर आई और उसे स्मूच करने लगी...इस बीच दोनो के हाथ एक दूसरे के जिस्मो पर चल रहे थे...अजय ने उसकी शर्ट उतार फेंकी...ब्रा को भी नोच कर हवा में उछाल दिया...उसने भी अजय के कपडे उतार कर ज़मीन पर फेंक दिए ..

पेंट तो पहले से उतरी हुई थी..इसलिए अजय एक पल मे ही नंगा होकर खड़ा था..उसने प्राची को बेड पर लिटाया और उसके पायजामे को पकड़ कर खींच दिया...प्रेग्नेंट होने के बाद उसका हल्का सा पेट उभर आया था और मुम्मे तो पहले से भी ज़्यादा बड़े हो चुके थे...

इस वक़्त उसके शरीर रूपी पेड़ की हर डाल पूरी तरह से निखार पर थी...उसकी मोटी-2 जांघों को पकड़ कर उसने अपने लंड को उसकी चूत के उपर रखा और धीरे से धक्का दिया...डॉक्टर ने उन्हे सेक्स के समय जो हिदायत बरतने को कही थी,अजय उसी के मुताबिक धीरे-2 झटके दे रहा था...प्राची को इस तरह का स्लो सेक्स पसंद नही था,पर इस वक़्त तो यही हो सकता था,इसलिए जो भी मिल रहा था वो उसी का मज़ा लेती हुई उससे चुदवाने लगी..

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''आआआआअहह ओफफफ्फ़ ओफफ्फ़ अहह ऑश अजय....उम्म्म्ममम....ऐसे ...ऐसे ही....अआआअहह मेरे राजा....मज़ा आ रहा है....अहह ......इस लंड के बिना तो एक दिन भी नहीं रहा जाता......अहह ओह्ह्ह माय गॉड .......''


और सिर्फ़ दो मिनिट लगे उसे झड़ने में ...ज़्यादा उत्तेजना का यही परिणाम होता है, अभी तो उसकी चूत की खुजली मिटी भी नही थी और वो झड़ गयी....पर जो भी था, इस तरह से चुदने में उसे मज़ा बहुत आया था..

अब अजय की बारी थी, वो बेड पर जाकर लेट गया और उसने प्राची को अपने आगे लिटा लिया...ऐसे मे वो उसके बूब्स को दबाता हुआ आराम से उसे चोद सकता था...प्राची ने भी उसके लंड को अंदर लेकर थिरकना शुरू कर दिया..

[Image: titfuck.gif]

अजेय के हाथों को लेकर प्राची ने चूसना शुरू किया...उसकी उंगलियो को वो किसी लंड की तरह चूस रही थी...और ऐसा करते हुए उसकी आँखे बंद थी...शायद वो अपने अंदर एक और ओर्गास्म का निर्माण कर रही थी..अजय भी उसकी मंशा समझ गया और अपने अंगूठे से वो उसकी चूत के बाहर झाँक रहे मटर के दाने को मसालने लग गया और दूसरे हाथ से वो उसके निप्पल्स को कटोचने लगा...

एक साथ दो स्पॉट्स पर हमला होते ही उसके अंदर एक नयी तरंग ने जन्म ले लिया...जो धीरे-2 तेज होने लगी...और साथ ही तेज होने लगे उसके झटके भी...

''आआआआहह अजय..........क्या करते हो......आआआआहह.......यही तो ख़ासियत है तुम्हारे अंदर....आआआअहह येसस्स्स्स्स्स्स्सस्स.....ऐसे ही करो...मज़ा आ रहा है.................उम्म्म्ममममममममम......मेरे राजा.......आआआआआआआहह....''

और उसकी सेक्सी बातों को सुनकर अजय के लंड ने भी रिस्पोंड देना शुरू कर दिया...उसने प्राची को घोड़ी बना कर अपना लंड अंदर दाल दिया और उसी तेजी के साथ उसे चोदने लगा

वो भी झड़ने के करीब पहुँच गया...इसलिए उसने प्राची के दानों को और ज़ोर से दबाना और मसलना शुरू कर दिया...ताकि वो भी साथ ही झड़ जाए..

और हुआ भी ऐसा ही....जैसे ही अजय के लंड ने गर्म क्रीम की बौछार उसकी चूत के अंदर छोड़ी, उस गर्मी को महसूस करती हुई प्राची एक बार फिर से झड़ गयी...और इस बार तो झड़ते हुए उसका शरीर ऐसे काँप रहा था जैसे उसकी आत्मा निकल कर बाहर जा रही है...ये उसकी जिंदगी का सबसे उत्तेजक ओर्गास्म था..

अजय का लंड फिसलकर बाहर निकल आया और पीछे-2 निकला ढेर सारा सफेद रस...

जो हवा में लटका हुआ अपनी चुदाई की ख़ुशी बयान कर रहा था
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और वो दोनो एक दूसरे को चूमते हुए गहरी साँसे लेने लगे...

वो अंदर गहरी साँसे ले रहे थे और दरवाजे के बाहर वो दोनो बहने धीमी हँसी हँसती हुई एक दूसरे के हाथों को ज़ोर से दबा रही थी...ताकि उनकी हँसी ज़ोर से ना निकल जाए..

रजनी तो बाहर निकल कर अपने पति के साथ मार्केट से सब्जी लेने चली गयी थी, और जाते हुए दोनो बहनो को अंदर ना जाने की हिदायत दे गयी थी...उन दोनो ने भी सोचा की ऐसा क्या हो रहा है जो उनकी माँ ने अंदर जाने से मना कर दिया है...इसलिए दोनो चुपके से दरवाजे के बाहर खड़ी होकर छुपकर वो सब देख रही थी, दरवाजा तो खुला ही हुआ था, सिर्फ़ हल्की सी लाइन थी, जिसमे से उन दोनो ने अपनी बहन और जीजू के इस प्रेम प्रसंग को देख लिया था...एक दिन पहले जिस जीजू के बारे में सोचकर दोनो बहनो ने एक दूसरे की चूत चूसी थी उसी को साक्षात चुदाई करते हुए देखकर उन पर क्या बीत रही थी, ये बताने की ज़रूरत न्ही थी...

अंदर का तूफान ख़त्म हो चुका था और बाहर एक नये तूफान ने जन्म ले लिया था.

आज की रात कई तूफान देखने थे इस और साथ वाले घर की दीवारों ने..

ऐसी जबरदस्त चुदाई ने तो प्राची को एकदम पस्त सा कर दिया था,पर हमारे चीते में अभी बहुत जोश बाकी था..उसे तो अब हर जगह रजनी भाभी ही दिखाई दे रही थी, वो जल्द से जल्द अपने घर जाकर उनसे लाइव चैट करना चाहता था..बहुत कुछ दिखाना था उन्हे और उनका बहुत कुछ देखना भी था..

प्राची को उसने बोल दिया की वो अपने घर जाकर ही सोयेगा ,अपने बिस्तर पर जो नींद आती है वो अलग ही होती है..प्राची ने भी ज़्यादा ज़ोर नही दिया अब,क्योंकि जिस काम के लिए वो अजय को अपने पास रोक रही थी वो तो हो ही चुका था अब..उसकी चूत 2 बार झड़ी थी ..अब वो चैन से सो सकेगी.
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RE: ठरकी दामाद (With Pics) - by badmaster122 - 30-06-2022, 04:01 PM



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