30-06-2022, 03:15 PM
अगर सुबह -2 नाश्ते में , कुँवारी साली की चूत चूसने को मिल जाए तो जिंदगी का अपना ही मज़ा है...शायद ही कोई ऐसे मौके को हाथ से जाने देगा...और हमारे अजय जैसा ठरकी तो बिल्कुल भी नही...
अजय के हाथ हरकत में आए और साँप की तरह रेंगते हुए उसकी स्कर्ट के अंदर घुस गये...उपर ब्रा नही थी और अब नीचे पेंटी भी नदारद थी...आख़िर क्या सोचकर आई थी पूजा आज उसके रूम में ...अजय तो यही सोचता हुआ अपनी उंगलियों से उसकी चूत को रगड़ने लगा..जिस तरह से नहाने के बाद उसके बाल गीले थे,ठीक उसी तरह ताज़ा नहाकर आई पूजा की जांघों में अभी तक पानी की नमीं थी...शायद चूत में भी थी पर वो नमीं उसकी चूत से निकल रहे रस के साथ मिलकर कहीं खो चुकी थी..और अब उसकी टाँगो के बीच एक ज्वालामुखी सा उबल रहा था, जिसपर अपना हाथ रखकर अजय अपनी उंगलियों की सिकाइं करने लगा.
उसकी आँखो में देखते हुए उसने धीरे से उसके कानों में कहा..: "बोलो अब....चुसू क्या इसे...''
उसने अपनी उंगलियों से उसकी चूत के होंठों को मसल दिया..और साथ ही मसला गया उसकी चूत का वो दाना, जो कब से अपना मुँह बाहर निकाल कर अपने आप को मसलवाने के लिए मरा जा रहा था.
पूजा की आँखो में गुलाबी डोरे तैर गये...उसने काँपते हुए होंठों से कहा : "अब लिख कर दूँ क्या....क्यो सता रहे हो जीजू....जिस दिन के लिए आप इतने दिनों से कोशिश कर रहे थे...वो आज आ गया है...कर लो...जो भी करना है ...''
उसकी ऐसी बात सुनकर अजय का लंड बुरी तरह से झटके खाने लगा....आज पूजा ने उसके सामने आत्मसमर्पण कर दिया था...वो आख़िर उसकी ठरक के रंग मे रंग ही गयी थी...और खुद ही आज उसने अपने आप को पूरी तरह से अपने जीजू को समर्पित कर दिया था...यही तो अजय चाहता था...की वो खुद उसके सामने ये सब बोले..
अब पूजा पूरी तरह से उसकी थी...वो उसे चोद भी सकता था...पर अभी के लिए वो अच्छी तरह से जानता था की जो टाइम उसके पास है, वो क्विक फक के लिए तो बहुत है, पर पहली चुदाई के लिए नही...पहली चुदाई हमेशा आराम से और मज़े लेकर की जाती है, जल्दबाज़ी में वो कोई मुसीबत मोल नही लेना चाहता था...जिस तरह से उसने आज तक फूँक-फूँककर कदम रखा है, आज भी वो उसी सोच के साथ आगे बड़ना चाहता था.
उसे ये भी पता था की पूजा आसानी से तो उसका मोटा लंड नही ले पाएगी अपनी नन्ही सी कुँवारी चूत में , इसके लिए उसे काफ़ी समय और एकांत की आवशयक्ता थी, कम से कम 2-3 घंटे...और उसकी बीबी और सास अगले 1 घंटे में वापिस आ सकते थे, क्योंकि वो क्लिनिक ज़्यादा दूर नही था.
इसलिए उसने अभी के लिए सिर्फ़ चूसम चुसाई तक ही रहना उचित समझा.
उसने पूजा की स्कर्ट को उतार फेंका..और उसे पूरी तरह से नंगी कर दिया.
पूजा अब शर्माती हुई सी उसके बेड पर नंगी बैठी थी
अजय ने उसे धीरे-2 चूमते हुए अपने गहनों पर लिटा दिया और वैसे ही चूमते हुए वो उसके गालों और मुम्मों को बुरी तरह से चूसने लगा , पूजा भी अब अपनी बाहें पूरी तरह से फैलाकर अपने जिस्म पर अपने जीजे के प्यार को महसूस कर रही थी, वो भी बिना किसी शर्म के
फिर वो चूमता हुआ नीचे तक गया और अपनी जीभ से उसने उसकी चूत को कुरेदा ...
पूजा तो मस्ती में दोहरी होकर चीख मारने लगी
'''आआआआआआआआहह जीजू...............सक्क मिि नाउ......अब चूसो.......यहाँ भी.......जैसे उपर चूस रहे थे......आआआआआआहह ....ऊऊऊऊऊहह जीजू.......''
और फिर उसने खुद ही अपने जीजू के सिर को पकड़कर पूरी ताक़त से अपनी टाँगो के बीच दबा लिया...और अपनी दोनो टाँगो को केँची की तरह उसकी गर्दन में फँसा दिया...ऐसा शक्ति प्रदर्शन तो आज तक अजय के साथ किसी ने नही किया था...वो अपनी पूरी ताक़त लगाकर अजय के सिर को अपनी चूत के अंदर दबा रही थी...
अजय भी उसकी रसमलाई जैसी चूत को मुँह में लेकर ऐसे चूसने लगा जैसे जिंदगी में पहली चूत को चूस रहा हो..
अजय का लंड भी पूरी तरह से खड़ा हो गया था...
अजय के हाथ हरकत में आए और साँप की तरह रेंगते हुए उसकी स्कर्ट के अंदर घुस गये...उपर ब्रा नही थी और अब नीचे पेंटी भी नदारद थी...आख़िर क्या सोचकर आई थी पूजा आज उसके रूम में ...अजय तो यही सोचता हुआ अपनी उंगलियों से उसकी चूत को रगड़ने लगा..जिस तरह से नहाने के बाद उसके बाल गीले थे,ठीक उसी तरह ताज़ा नहाकर आई पूजा की जांघों में अभी तक पानी की नमीं थी...शायद चूत में भी थी पर वो नमीं उसकी चूत से निकल रहे रस के साथ मिलकर कहीं खो चुकी थी..और अब उसकी टाँगो के बीच एक ज्वालामुखी सा उबल रहा था, जिसपर अपना हाथ रखकर अजय अपनी उंगलियों की सिकाइं करने लगा.
उसकी आँखो में देखते हुए उसने धीरे से उसके कानों में कहा..: "बोलो अब....चुसू क्या इसे...''
उसने अपनी उंगलियों से उसकी चूत के होंठों को मसल दिया..और साथ ही मसला गया उसकी चूत का वो दाना, जो कब से अपना मुँह बाहर निकाल कर अपने आप को मसलवाने के लिए मरा जा रहा था.
पूजा की आँखो में गुलाबी डोरे तैर गये...उसने काँपते हुए होंठों से कहा : "अब लिख कर दूँ क्या....क्यो सता रहे हो जीजू....जिस दिन के लिए आप इतने दिनों से कोशिश कर रहे थे...वो आज आ गया है...कर लो...जो भी करना है ...''
उसकी ऐसी बात सुनकर अजय का लंड बुरी तरह से झटके खाने लगा....आज पूजा ने उसके सामने आत्मसमर्पण कर दिया था...वो आख़िर उसकी ठरक के रंग मे रंग ही गयी थी...और खुद ही आज उसने अपने आप को पूरी तरह से अपने जीजू को समर्पित कर दिया था...यही तो अजय चाहता था...की वो खुद उसके सामने ये सब बोले..
अब पूजा पूरी तरह से उसकी थी...वो उसे चोद भी सकता था...पर अभी के लिए वो अच्छी तरह से जानता था की जो टाइम उसके पास है, वो क्विक फक के लिए तो बहुत है, पर पहली चुदाई के लिए नही...पहली चुदाई हमेशा आराम से और मज़े लेकर की जाती है, जल्दबाज़ी में वो कोई मुसीबत मोल नही लेना चाहता था...जिस तरह से उसने आज तक फूँक-फूँककर कदम रखा है, आज भी वो उसी सोच के साथ आगे बड़ना चाहता था.
उसे ये भी पता था की पूजा आसानी से तो उसका मोटा लंड नही ले पाएगी अपनी नन्ही सी कुँवारी चूत में , इसके लिए उसे काफ़ी समय और एकांत की आवशयक्ता थी, कम से कम 2-3 घंटे...और उसकी बीबी और सास अगले 1 घंटे में वापिस आ सकते थे, क्योंकि वो क्लिनिक ज़्यादा दूर नही था.
इसलिए उसने अभी के लिए सिर्फ़ चूसम चुसाई तक ही रहना उचित समझा.
उसने पूजा की स्कर्ट को उतार फेंका..और उसे पूरी तरह से नंगी कर दिया.
पूजा अब शर्माती हुई सी उसके बेड पर नंगी बैठी थी
अजय ने उसे धीरे-2 चूमते हुए अपने गहनों पर लिटा दिया और वैसे ही चूमते हुए वो उसके गालों और मुम्मों को बुरी तरह से चूसने लगा , पूजा भी अब अपनी बाहें पूरी तरह से फैलाकर अपने जिस्म पर अपने जीजे के प्यार को महसूस कर रही थी, वो भी बिना किसी शर्म के
फिर वो चूमता हुआ नीचे तक गया और अपनी जीभ से उसने उसकी चूत को कुरेदा ...
पूजा तो मस्ती में दोहरी होकर चीख मारने लगी
'''आआआआआआआआहह जीजू...............सक्क मिि नाउ......अब चूसो.......यहाँ भी.......जैसे उपर चूस रहे थे......आआआआआआहह ....ऊऊऊऊऊहह जीजू.......''
और फिर उसने खुद ही अपने जीजू के सिर को पकड़कर पूरी ताक़त से अपनी टाँगो के बीच दबा लिया...और अपनी दोनो टाँगो को केँची की तरह उसकी गर्दन में फँसा दिया...ऐसा शक्ति प्रदर्शन तो आज तक अजय के साथ किसी ने नही किया था...वो अपनी पूरी ताक़त लगाकर अजय के सिर को अपनी चूत के अंदर दबा रही थी...
अजय भी उसकी रसमलाई जैसी चूत को मुँह में लेकर ऐसे चूसने लगा जैसे जिंदगी में पहली चूत को चूस रहा हो..
अजय का लंड भी पूरी तरह से खड़ा हो गया था...