29-06-2022, 04:56 PM
मैंने उन्हें सब बताया तो उनका गुस्सा थोड़ा कम हुआ.
मैंने कहा- मम्मी, प्लीज बन जाओ न कुतिया.
मेरी मम्मी अब कुतिया बन गईं और मेरे सामने नंगी गांड हिलाने लगी थीं.
मैंने अपने लंड पर थूक लगाया और लंड को चूत पर सैट करके एक झटके में ही पेल दिया.
मां चिल्लाने लगीं- आंह माँ के लौड़े … साले आराम से चोद मारदचोद … मुझे दर्द हो रहा है.
मैंने मां को पीछे से चोदते चोदते ही उसे पेट के बल गिरा दिया और गांड की तरफ से जोर से चुदाई करने लगा.
मैं मां की कोमल व मुलायम पीठ पर दांतों से काट रहा था, वो दर्द से तेज तेज चिल्ला रही थी.
मां की आवाजें इतनी तेज निकल रही थीं कि अगर बाहर बारिश और बिजली न कड़क रही होती तो मेरा पूरा मोहल्ला ये चीखें सुन लेता.
करीब दस मिनट तक चोदते चोदते मेरा रस निकलने वाला हो गया था.
मैं मां को बिना बताए उनकी चूत में ही झड़ गया और उन्हीं के ऊपर लेट गया. मैं दांतों से उनकी गर्दन पर काटने लगा, उनके कानों को चूमने चाटने लगा.
मुझे बहुत मजा आ रहा था.
मेरी मां भी पूरी झड़ गई थीं और अब हम दोनों एक दूसरे की बांहों में हाथ डाल कर लेट गए थे.
मैंने कहा- मम्मी, प्लीज बन जाओ न कुतिया.
मेरी मम्मी अब कुतिया बन गईं और मेरे सामने नंगी गांड हिलाने लगी थीं.
मैंने अपने लंड पर थूक लगाया और लंड को चूत पर सैट करके एक झटके में ही पेल दिया.
मां चिल्लाने लगीं- आंह माँ के लौड़े … साले आराम से चोद मारदचोद … मुझे दर्द हो रहा है.
मैंने मां को पीछे से चोदते चोदते ही उसे पेट के बल गिरा दिया और गांड की तरफ से जोर से चुदाई करने लगा.
मैं मां की कोमल व मुलायम पीठ पर दांतों से काट रहा था, वो दर्द से तेज तेज चिल्ला रही थी.
मां की आवाजें इतनी तेज निकल रही थीं कि अगर बाहर बारिश और बिजली न कड़क रही होती तो मेरा पूरा मोहल्ला ये चीखें सुन लेता.
करीब दस मिनट तक चोदते चोदते मेरा रस निकलने वाला हो गया था.
मैं मां को बिना बताए उनकी चूत में ही झड़ गया और उन्हीं के ऊपर लेट गया. मैं दांतों से उनकी गर्दन पर काटने लगा, उनके कानों को चूमने चाटने लगा.
मुझे बहुत मजा आ रहा था.
मेरी मां भी पूरी झड़ गई थीं और अब हम दोनों एक दूसरे की बांहों में हाथ डाल कर लेट गए थे.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.