25-06-2022, 03:48 PM
अजय हैरानी भरी नज़रों से घूमकर इशिका को देखा..तो वो भी मुस्कुराते हुए बुदबुदा उठी ''ड्रामेबाज कहीं की...''
अजय की तो कुछ समझ मे नहीं आ रहा था की ये हो क्या रहा है.
काफ़ी देर तक हँसने के बाद सोनी उठी और अजय के पास आकर बोली : ''ओह्ह माय गॉड .....आई एम सॉरी डार्लिंग...वो मैं अपने आप को रोक नही पाई..सोचा थोड़ा प्रेंक कर लूं तुम्हारे साथ....हा हा हा.....''
ओह तेरी की...यानी ये सब मज़ाक था सोनी के लिए...
पर सिचुएशन तो ऐसी नही थी की मज़ाक किया जाए...फिर कैसे सोनी ने इतनी बड़ी बात को ऐसे मज़ाक में ले लिया.
वो पूछने ही वाला था की इशिका बोल पड़ी : "घबराओ मत अजय...हम दोनों के बीच में सब चलता है...हमारे बीच कुछ भी छुपा नही है...इन्फेक्ट हमने कई बार एक ही लड़के को डेट भी किया है और बारी -2 से उसके साथ मज़े भी किए है...इसलिए इट्स नोट ए बिग डील..''
अजय तो इस घर के खुले विचारों का कायल होकर रह गया..उसकी जान में जान आई..
सोनी : "चलो अब...बहुत देख लिए ये कच्चे अमरूद...आओ तुम्हे पके हुए आम खिलाती हूँ ...''
और जैसे ही वो अजय का हाथ पकड़ कर अपने रूम में ले जाने लगी,पीछे से इशिका की आवाज़ आई : "दीदी प्लीज़.....मेरा भी तो कुछ ख़याल करो...मेरा बस होने ही वाला है....''
सोनी ने मुँह बिचकाते हुए इशिका को देखा और बोली : "अब तू क्या चाहती है...तेरे लिए मैं अपना टाइम खराब करके यहाँ खड़ी रहूँ ...''
इशिका : "प्लीज़ दीदी....बस दो मिनट ही लगेंगे....आप बोलो ना इसको....वो करने के लिए....प्लीज़ दीदी...''
अजय बेचारा कुछ नही समझ पाया की ये हो क्या रहा है दोनो बहनो के बीच..वो कभी सोनी के चेहरे को और कभी नंगी खड़ी इशिका के मस्त जिस्म को देखने लगा.
सोनी : "ये लास्ट टाइम है हाँ ...इसके बाद तू मुझे मेरे रूम में आकर डिस्टर्ब नही करेगी...ओके ...''
ये सुनते ही इशिका के चेहरे पर मुस्कान तैर गयी...वो बोली : "पक्का....प्रोमिस....नही करूँगी...अब जल्दी करो ना...मुझसे रुका नही जा रहा..''
अजय अब भी चूतिया की तरह दोनो बहनो की बकचोदी सुन कर कुछ समझ नही पा रहा था.
सोनी उसकी तरफ घूमी और बोली : "यार अजय...ये ऐसे नही मानेगी...प्लीज़ ऐसे ही खड़े रहना...''
और इतना कहकर सोनी उसके आगे घुटनो के बल बैठ गयी.
और अगले ही पल उसने अजय की जीप खोलकर अपना हाथ अंदर डाला और उसका खड़ा हुआ लंड ऐसे बाहर निकाला जैसे मुर्गे को पिंजरे से बाहर निकाला जाता है...
अजय कुछ नही बोला.वो बस खड़ा होकर उन दोनो बहनों की जुगलबंदी देखता रहा.
और जैसे ही अजय का विशालकाय लंड इशिका की नज़रों के सामने आया उसकी आँखे चमक उठी...
अजय के लंड को देखते ही उसके हाथ फिर से एक बार अपनी चूत पर थिरक उठे..
अजय समझ गया की बड़ी बहन अपनी छोटी बहन की मदद कर रही है....झड़ने में..उसके लंड का सहारा लेकर
दोनो का इतना प्यार देखकर उसका लंड गदगद हो उठा..
और अजय के कसमसाते हुए लंड को देखकर इशिका की चूत बुरी तरह से पनिया कर रिसने लगी..
उसकी उंगलिया ऐसी हो गयी जैसे गोंद के अंदर डुबो कर निकाली गयी हों ...एकदम चिपचिपी और रस से नहाई हुई..
इशिका जोर -२ से अपनी चूत के उभरे हुए दाने को अपनी उँगलियों से रगड़ने लगी
सोनी सामने बैठकर अजय के लंड की नुमाइश अपनी बहन के सामने करके उसे झड़ने के लिए उकसा रही थी..
और वो उहह अहह करते हुए ठंडे पानी के नीचे मचल रही थी.इशिका ने हेंड शावर उठा कर उसके जेट से अपनी चूत पर जोरदार प्रेशर डालना शुरू कर दिया
और एक मिनट के अंदर ही उसकी चूत से भी एक फुव्वारा फुट पड़ा...और उसका गर्म पानी फुव्वारे के पानी में मिलकर नीचे जाने लगा.
सोनी ने फटाफट अजय के लंड को वापिस अंदर ठूसा और बोली : "बस....मिल गयी शांति अब तो तुझे....अब तू आराम से अपने रूम मे रह, मैं तो चली....''
और वो अजय का हाथ पकड़ कर बाहर चल दी.
और फिर एकदम से पलट कर वो इशिका से बोली : "और हां ...खबरदार जो अब मेरे रूम में आई तो...तूने प्रॉमिस किया है...''
और फिर मुस्कुराती हुई वो अजय को लेकर अपने रूम मे चली गयी.
और शॉवर के नीचे निढाल सी बैठी हुई इशिका बुदबुदाई : "दीदी....प्रॉमिस तो होते ही तोड़ने के लिए है...''
और वो अपने ही रस से भीगी उंगलियों को चाटने लगी.
अजय की तो कुछ समझ मे नहीं आ रहा था की ये हो क्या रहा है.
काफ़ी देर तक हँसने के बाद सोनी उठी और अजय के पास आकर बोली : ''ओह्ह माय गॉड .....आई एम सॉरी डार्लिंग...वो मैं अपने आप को रोक नही पाई..सोचा थोड़ा प्रेंक कर लूं तुम्हारे साथ....हा हा हा.....''
ओह तेरी की...यानी ये सब मज़ाक था सोनी के लिए...
पर सिचुएशन तो ऐसी नही थी की मज़ाक किया जाए...फिर कैसे सोनी ने इतनी बड़ी बात को ऐसे मज़ाक में ले लिया.
वो पूछने ही वाला था की इशिका बोल पड़ी : "घबराओ मत अजय...हम दोनों के बीच में सब चलता है...हमारे बीच कुछ भी छुपा नही है...इन्फेक्ट हमने कई बार एक ही लड़के को डेट भी किया है और बारी -2 से उसके साथ मज़े भी किए है...इसलिए इट्स नोट ए बिग डील..''
अजय तो इस घर के खुले विचारों का कायल होकर रह गया..उसकी जान में जान आई..
सोनी : "चलो अब...बहुत देख लिए ये कच्चे अमरूद...आओ तुम्हे पके हुए आम खिलाती हूँ ...''
और जैसे ही वो अजय का हाथ पकड़ कर अपने रूम में ले जाने लगी,पीछे से इशिका की आवाज़ आई : "दीदी प्लीज़.....मेरा भी तो कुछ ख़याल करो...मेरा बस होने ही वाला है....''
सोनी ने मुँह बिचकाते हुए इशिका को देखा और बोली : "अब तू क्या चाहती है...तेरे लिए मैं अपना टाइम खराब करके यहाँ खड़ी रहूँ ...''
इशिका : "प्लीज़ दीदी....बस दो मिनट ही लगेंगे....आप बोलो ना इसको....वो करने के लिए....प्लीज़ दीदी...''
अजय बेचारा कुछ नही समझ पाया की ये हो क्या रहा है दोनो बहनो के बीच..वो कभी सोनी के चेहरे को और कभी नंगी खड़ी इशिका के मस्त जिस्म को देखने लगा.
सोनी : "ये लास्ट टाइम है हाँ ...इसके बाद तू मुझे मेरे रूम में आकर डिस्टर्ब नही करेगी...ओके ...''
ये सुनते ही इशिका के चेहरे पर मुस्कान तैर गयी...वो बोली : "पक्का....प्रोमिस....नही करूँगी...अब जल्दी करो ना...मुझसे रुका नही जा रहा..''
अजय अब भी चूतिया की तरह दोनो बहनो की बकचोदी सुन कर कुछ समझ नही पा रहा था.
सोनी उसकी तरफ घूमी और बोली : "यार अजय...ये ऐसे नही मानेगी...प्लीज़ ऐसे ही खड़े रहना...''
और इतना कहकर सोनी उसके आगे घुटनो के बल बैठ गयी.
और अगले ही पल उसने अजय की जीप खोलकर अपना हाथ अंदर डाला और उसका खड़ा हुआ लंड ऐसे बाहर निकाला जैसे मुर्गे को पिंजरे से बाहर निकाला जाता है...
अजय कुछ नही बोला.वो बस खड़ा होकर उन दोनो बहनों की जुगलबंदी देखता रहा.
और जैसे ही अजय का विशालकाय लंड इशिका की नज़रों के सामने आया उसकी आँखे चमक उठी...
अजय के लंड को देखते ही उसके हाथ फिर से एक बार अपनी चूत पर थिरक उठे..
अजय समझ गया की बड़ी बहन अपनी छोटी बहन की मदद कर रही है....झड़ने में..उसके लंड का सहारा लेकर
दोनो का इतना प्यार देखकर उसका लंड गदगद हो उठा..
और अजय के कसमसाते हुए लंड को देखकर इशिका की चूत बुरी तरह से पनिया कर रिसने लगी..
उसकी उंगलिया ऐसी हो गयी जैसे गोंद के अंदर डुबो कर निकाली गयी हों ...एकदम चिपचिपी और रस से नहाई हुई..
इशिका जोर -२ से अपनी चूत के उभरे हुए दाने को अपनी उँगलियों से रगड़ने लगी
सोनी सामने बैठकर अजय के लंड की नुमाइश अपनी बहन के सामने करके उसे झड़ने के लिए उकसा रही थी..
और वो उहह अहह करते हुए ठंडे पानी के नीचे मचल रही थी.इशिका ने हेंड शावर उठा कर उसके जेट से अपनी चूत पर जोरदार प्रेशर डालना शुरू कर दिया
और एक मिनट के अंदर ही उसकी चूत से भी एक फुव्वारा फुट पड़ा...और उसका गर्म पानी फुव्वारे के पानी में मिलकर नीचे जाने लगा.
सोनी ने फटाफट अजय के लंड को वापिस अंदर ठूसा और बोली : "बस....मिल गयी शांति अब तो तुझे....अब तू आराम से अपने रूम मे रह, मैं तो चली....''
और वो अजय का हाथ पकड़ कर बाहर चल दी.
और फिर एकदम से पलट कर वो इशिका से बोली : "और हां ...खबरदार जो अब मेरे रूम में आई तो...तूने प्रॉमिस किया है...''
और फिर मुस्कुराती हुई वो अजय को लेकर अपने रूम मे चली गयी.
और शॉवर के नीचे निढाल सी बैठी हुई इशिका बुदबुदाई : "दीदी....प्रॉमिस तो होते ही तोड़ने के लिए है...''
और वो अपने ही रस से भीगी उंगलियों को चाटने लगी.