25-06-2022, 03:42 PM
एक जवान और सेक्सी लड़की, जिसके उभार भी अभी तक सही से डेवेलप नही हुए थे...वो शॉवर के नीचे खड़ी होकर नंगी नहा रही थी...
उसका रंग भी सोनी जैसा ही सांवला था..पर उसका हर अंग बड़ा ही रसीला और मादकता से भरपूर था. बड़ा ही कस हुआ सा जिस्म था उसका
साबुन से वो अपने पूरे शरीर को रगड़ रही थी.
और ख़ासकर अपनी चूत को...जिसमे से झाँक रहे गुलाबी दाने को वो अपनी उंगलियों के बीच लेकर बड़े ही आराम से मसल रही थी..
और हर रगड़ के साथ उसके मुँह से धीमी-2 सिसकारियाँ निकल रही थी.
अजय की तो हालत खराब हो गयी ऐसी जवानी से भरपूर नंगी लड़की को मास्टरबेट करते देखकर..
ये तो सोनी से भी सेक्सी लग रही थी..शायद ये उसकी छोटी बहन थी..क्योंकि देखने में ही ये छोटी लग रही थी सोनी के मुक़ाबले.
अजय का लंड तो सुबह से खड़ा हुआ था सोनी की चुदाई के बारे में सोचकर...
और अब ये नज़ारा देखकर वो और भी ज़्यादा उत्तेजित हो गया था.
काश ये भी उसे मिल जाए...यही सोचकर अजय ने अपने खड़े हुए लंड को ज़ोर से दबा दिया.
और तभी उसे सोनी का ख्याल आया..अगर सोनी ने उसे इस तरह से उसकी बहन के रूम में देख लिया तो वो ना इधर का रहेगा और ना उधर का..
वो पीछे मुड़ा और जैसे ही बाहर की तरफ जाने लगा, उस लड़की ने पीछे से उसे पुकारा..
''रुक जाओ....पूरा खेल तो देख लो....''
अजय की धड़कन और तेज हो गयी ये सुनकर....यानी वो लड़की जानती थी की अजय बाहर खड़ा होकर उसे देख रहा है..
अजय धीरे से मुड़ा तो उस लड़की को बड़े ही सेक्सी तरीके से अपनी तरफ देखते हुए पाया
''तुम अजय हो ना...?''
ओहो....ये तो उसका नाम भी जानती है..
अजय के परेशान चेहरे को देखकर वो बोली : "घबराओ मत...मुझे तुम्हारे बारे में दीदी ने ही बताया है...सुबह से वो ना जाने कितनी बार तुम्हारे बारे में बोलकर मुझे पका चुकी है...''
अजय का अनुमान सही था, ये सोनी की छोटी बहन ही थी.
वो बोली : "मेरा नाम इशिका है...और मेरे दोस्त मुझे प्यार से इश्क़ कहते है...''
हाय .....जिस अदा से उसने अपना नाम बताया था, अजय का तो दिल किया की वहीं के वहीं उसके साथ इश्क़ कर बैठे..
पर उसे इस वक़्त सबसे बड़ी हैरानी इस बात की हो रही थी की कैसे वो एक अंजान आदमी के सामने इस तरह से नंगी खड़ी होकर बड़े आराम से अपनी चूत का मर्दन करते हुए उससे बात कर रही है.
और ये शायद इशिका ने भाँप लिया था.
वो बोली : "तुम शायद सोच रहे हो की मैं किसलिए तुम्हारे सामने इस तरह से बिना किसी शरम के नहा रही हूँ ...तो सुनो, मैं अभी तीन महीने पहले ही यू एस से आई हूँ , मेरी अभी तक की पढ़ाई वहीं पर हुई है..और वहां ये सब चलता है...और वैसे भी , हमारे घर पर ऐसी किसी भी बात की कोई पाबंदी नही है, वरना आज तुम पापा के घर पर होते हुए दीदी से मिलने ना आ पाते..''
अजय (चौंकते हुए) : "तो क्या...गुप्ता जी..यानी आपके पापा इस वक़्त घर पर ही है...''
वो फिर से मुस्कुराइ और बोली : "हाँ ...नीचे अपने रूम में ही है वो..गिन्नी के साथ ...''
उसकी रहस्यमयी हँसी देखकर अजय समझ गया की इस घर में कितने खुले विचारों वाले लोग रहते है...
यानी जिस नौकरानी ने उसे उपर लाकर छोड़ा था, वो इस वक़्त सोनी के पापा से चुद रही है..
हाँ ...तभी उसके शरीर में इतना रसीलापन दिख रहा था.
अजय की नजरें उसके मुम्मों पर ही टिकी थी, जिन्हे इशिका बड़े ही प्यार से रगड़ रही थी
अजय ये सब देखकर हैरान हुए ही जा रहा था की उसके पीछे से सोनी की आवाज़ आई
''अजय !!!!!! तुम यहाँ हो...और मैं कब से तुम्हारा अपने रूम में वेट कर रही हूँ ...''
अजय की तो फट कर हाथ में आ गयी...सोनी ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया था...उसकी नंगी बहन को नहाते हुए देखकर.
वो समझ गया की अब तो उसकी खेर नही...वो धड़कते दिल से पलटा
और सामने सोनी खड़ी थी उसके..
अपने दोनो कुल्हो पर हाथ रखकर वो अजय को बड़े ही गुस्से में देख रही थी..
''क्या कर रहे हो तुम यहाँ ....'' उसकी आवाज़ में काफ़ी गुस्सा था..
अजय की तो गिग्घी बंध गयी....वो कुछ बोल ही नही पाया...और उसने शर्मिंदगी से सिर झुका लिया..
और तभी सोनी की ठहाके भरी हँसी सुनकर अजय ने चौंकते हुए सिर उठाया..
सोनी अपना पेट पकड़ कर बुरी तरह से हँसे जा रही थी...और हंसते-2 वो उस बेड पर दोहरी होकर लेट गयी...पर उसका हँसना बंद नही हुआ.
उसका रंग भी सोनी जैसा ही सांवला था..पर उसका हर अंग बड़ा ही रसीला और मादकता से भरपूर था. बड़ा ही कस हुआ सा जिस्म था उसका
साबुन से वो अपने पूरे शरीर को रगड़ रही थी.
और ख़ासकर अपनी चूत को...जिसमे से झाँक रहे गुलाबी दाने को वो अपनी उंगलियों के बीच लेकर बड़े ही आराम से मसल रही थी..
और हर रगड़ के साथ उसके मुँह से धीमी-2 सिसकारियाँ निकल रही थी.
अजय की तो हालत खराब हो गयी ऐसी जवानी से भरपूर नंगी लड़की को मास्टरबेट करते देखकर..
ये तो सोनी से भी सेक्सी लग रही थी..शायद ये उसकी छोटी बहन थी..क्योंकि देखने में ही ये छोटी लग रही थी सोनी के मुक़ाबले.
अजय का लंड तो सुबह से खड़ा हुआ था सोनी की चुदाई के बारे में सोचकर...
और अब ये नज़ारा देखकर वो और भी ज़्यादा उत्तेजित हो गया था.
काश ये भी उसे मिल जाए...यही सोचकर अजय ने अपने खड़े हुए लंड को ज़ोर से दबा दिया.
और तभी उसे सोनी का ख्याल आया..अगर सोनी ने उसे इस तरह से उसकी बहन के रूम में देख लिया तो वो ना इधर का रहेगा और ना उधर का..
वो पीछे मुड़ा और जैसे ही बाहर की तरफ जाने लगा, उस लड़की ने पीछे से उसे पुकारा..
''रुक जाओ....पूरा खेल तो देख लो....''
अजय की धड़कन और तेज हो गयी ये सुनकर....यानी वो लड़की जानती थी की अजय बाहर खड़ा होकर उसे देख रहा है..
अजय धीरे से मुड़ा तो उस लड़की को बड़े ही सेक्सी तरीके से अपनी तरफ देखते हुए पाया
''तुम अजय हो ना...?''
ओहो....ये तो उसका नाम भी जानती है..
अजय के परेशान चेहरे को देखकर वो बोली : "घबराओ मत...मुझे तुम्हारे बारे में दीदी ने ही बताया है...सुबह से वो ना जाने कितनी बार तुम्हारे बारे में बोलकर मुझे पका चुकी है...''
अजय का अनुमान सही था, ये सोनी की छोटी बहन ही थी.
वो बोली : "मेरा नाम इशिका है...और मेरे दोस्त मुझे प्यार से इश्क़ कहते है...''
हाय .....जिस अदा से उसने अपना नाम बताया था, अजय का तो दिल किया की वहीं के वहीं उसके साथ इश्क़ कर बैठे..
पर उसे इस वक़्त सबसे बड़ी हैरानी इस बात की हो रही थी की कैसे वो एक अंजान आदमी के सामने इस तरह से नंगी खड़ी होकर बड़े आराम से अपनी चूत का मर्दन करते हुए उससे बात कर रही है.
और ये शायद इशिका ने भाँप लिया था.
वो बोली : "तुम शायद सोच रहे हो की मैं किसलिए तुम्हारे सामने इस तरह से बिना किसी शरम के नहा रही हूँ ...तो सुनो, मैं अभी तीन महीने पहले ही यू एस से आई हूँ , मेरी अभी तक की पढ़ाई वहीं पर हुई है..और वहां ये सब चलता है...और वैसे भी , हमारे घर पर ऐसी किसी भी बात की कोई पाबंदी नही है, वरना आज तुम पापा के घर पर होते हुए दीदी से मिलने ना आ पाते..''
अजय (चौंकते हुए) : "तो क्या...गुप्ता जी..यानी आपके पापा इस वक़्त घर पर ही है...''
वो फिर से मुस्कुराइ और बोली : "हाँ ...नीचे अपने रूम में ही है वो..गिन्नी के साथ ...''
उसकी रहस्यमयी हँसी देखकर अजय समझ गया की इस घर में कितने खुले विचारों वाले लोग रहते है...
यानी जिस नौकरानी ने उसे उपर लाकर छोड़ा था, वो इस वक़्त सोनी के पापा से चुद रही है..
हाँ ...तभी उसके शरीर में इतना रसीलापन दिख रहा था.
अजय की नजरें उसके मुम्मों पर ही टिकी थी, जिन्हे इशिका बड़े ही प्यार से रगड़ रही थी
अजय ये सब देखकर हैरान हुए ही जा रहा था की उसके पीछे से सोनी की आवाज़ आई
''अजय !!!!!! तुम यहाँ हो...और मैं कब से तुम्हारा अपने रूम में वेट कर रही हूँ ...''
अजय की तो फट कर हाथ में आ गयी...सोनी ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया था...उसकी नंगी बहन को नहाते हुए देखकर.
वो समझ गया की अब तो उसकी खेर नही...वो धड़कते दिल से पलटा
और सामने सोनी खड़ी थी उसके..
अपने दोनो कुल्हो पर हाथ रखकर वो अजय को बड़े ही गुस्से में देख रही थी..
''क्या कर रहे हो तुम यहाँ ....'' उसकी आवाज़ में काफ़ी गुस्सा था..
अजय की तो गिग्घी बंध गयी....वो कुछ बोल ही नही पाया...और उसने शर्मिंदगी से सिर झुका लिया..
और तभी सोनी की ठहाके भरी हँसी सुनकर अजय ने चौंकते हुए सिर उठाया..
सोनी अपना पेट पकड़ कर बुरी तरह से हँसे जा रही थी...और हंसते-2 वो उस बेड पर दोहरी होकर लेट गयी...पर उसका हँसना बंद नही हुआ.