25-06-2022, 03:27 PM
रजनी अजय को घसीटकर सीधा किचन में ले गयी...और दोनो पलक झपकते ही एक गहरी स्मूच में डूब गये...
रजनी के हाथ फिसलकर अजय के लंड पर और अजय के हाथ फिसलकर उनके मोटे मुम्मों पर चले गये...और दोनो एक दूसरे के उन ख़ास अंगों को बुरी तरह से मसलने लगे.
सुबह का टाइम और ऐसी गर्म औरत की किस्स ....अजय की तो हालत खराब होने लगी..उसने सुन तो रखा था की 50 के आस पास की औरतों में सेक्स की भूख सुबह के समय कुछ ज़्यादा होती है, और आज देख भी लिया उसने..क्योंकि जिस तरह से रजनी उसके होंठों को चबा रही थी, ऐसा लग रहा था की वो आज उसी का नाश्ता करेगी.
अजय के हाथ खिसक कर अपनी सास की चूत पर पहुँच गये..और उसने गाउन के उपर से ही उनकी गर्म भुट्टे जैसी चूत को मसलना शुरू कर दिया..उनकी चूत का दाना बाहर निकल कर अपने आप को मसलवाने के लिए जैसे चिल्ला सा रहा था..
रजनी ने अपनी एक टाँग उठा कर पास की टेबल पर रख दी और अजय अब उसकी खुली हुई चूत को पूरी तरह से मसल पा रहा था.
चूत पर हाथ लगने से रजनी के होंठों में एक अजीब सा नरमपन और मिठास आ गयी थी..जो अजय को काफ़ी पसंद भी आई..और ये मिठास निशानी थी की वो जल्द ही झड़ने वाली है..
और वो झड़ भी गयी.
सिर्फ़ एक मिनट के अंदर-2 उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया...
अब ऐसी सिचुएशन में उत्तेजना भी तो अपने चरम तक आ जाती है ना..
झड़ने के बाद वो निढाल सी होकर अजय की बाहों में झूल गयी....और फिर अचानक चौंकते हुए उसने अपनी चूत की तरफ देखा...उसके रेङ कलर के गाउन पर एक बड़ा सा गीला धब्बा बन चुका था.ठीक चूत वाली जगह पर.
अजय भी वो देखकर मुस्कुरा दिया.
रजनी : ''बदमाश...तुम हंस रहे हो...और यहाँ मेरे कपड़े खराब हो गये...रिया ने देख लिया तो पता नही क्या सोचेगी...मैं बाथरूम में जा रही हूँ , तुम दोनो निकल जाना ...ओक...बाइ...''
और जाते-2 उसने एक बार फिर से अजय के होंठों पर एक छोटी सी पप्पी कर दी, ठीक वैसी ही जैसी थोड़ी देर पहले उनकी बेटी प्राची ने की थी उसके होंठों पर,ऑफिस के लिए निकलने से पहले ..दोनो में कितनी समानता थी..ये सोचकर अजय मुस्कुरा उठा.
अजय किचन से निकलकर रिया के रूम की तरफ चल दिया...और बिना खटकाए ही वो अंदर घुसता चला गया..
और अंदर का नज़ारा देखकर उसके तो होश ही उड़ गये.
रिया सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में खड़ी होकर बेड पर झुकी हुई थी...और कपड़े प्रेस कर रही थी.
उसके जिन कपड़ो पर चाय गिरी थी वो वहीं ज़मीन पर पड़े थे..शायद अंदर आते ही रिया ने उन्हे उतार फेंका होगा और उसके बाद अलमारी से नये कपड़े निकाले और अब उन्हे प्रेस कर रही थी..
उसकी पीठ थी अजय की तरफ, इसलिए वो देख ही नही पाई की उसके पीछे खड़ा होकर अजय उसकी मटकती हुई गांड देखकर अपनी लार टपका रहा है..
उसकी केले के तने जैसी चिकनी और मोटी जांघे देखकर अजय का मन कर रहा था की आगे बड़े और उन्हे चाट ले...उनपर शहद लगाए और उपर से नीचे तक अपनी जीभ से उस शहद को पी जाए..ऐसी चिकनी टांगे उसने आज तक नही देखी थी...एक भी बाल ना होने की वजह से वो और भी ज़्यादा गोरी लग रही थी...एक बात उसने इस घर की औरतों में नोट की थी..इनके शरीर पर बाल आते ही नही थे..इसलिए ना तो इन्हे पार्लर मे जाकर अपनी वेक्सिंग करवाने की ज़रूरत पड़ती थी और ना ही अपने बालों वाले अंगों को छुपाने की..कुदरती तौर पर उनके शरीर पर एक भी बाल नही था..उसकी पत्नी प्राची , उसकी सास रजनी , साली पूजा और अब ये रिया भी एकदम चिकनी ..
रजनी के हाथ फिसलकर अजय के लंड पर और अजय के हाथ फिसलकर उनके मोटे मुम्मों पर चले गये...और दोनो एक दूसरे के उन ख़ास अंगों को बुरी तरह से मसलने लगे.
सुबह का टाइम और ऐसी गर्म औरत की किस्स ....अजय की तो हालत खराब होने लगी..उसने सुन तो रखा था की 50 के आस पास की औरतों में सेक्स की भूख सुबह के समय कुछ ज़्यादा होती है, और आज देख भी लिया उसने..क्योंकि जिस तरह से रजनी उसके होंठों को चबा रही थी, ऐसा लग रहा था की वो आज उसी का नाश्ता करेगी.
अजय के हाथ खिसक कर अपनी सास की चूत पर पहुँच गये..और उसने गाउन के उपर से ही उनकी गर्म भुट्टे जैसी चूत को मसलना शुरू कर दिया..उनकी चूत का दाना बाहर निकल कर अपने आप को मसलवाने के लिए जैसे चिल्ला सा रहा था..
रजनी ने अपनी एक टाँग उठा कर पास की टेबल पर रख दी और अजय अब उसकी खुली हुई चूत को पूरी तरह से मसल पा रहा था.
चूत पर हाथ लगने से रजनी के होंठों में एक अजीब सा नरमपन और मिठास आ गयी थी..जो अजय को काफ़ी पसंद भी आई..और ये मिठास निशानी थी की वो जल्द ही झड़ने वाली है..
और वो झड़ भी गयी.
सिर्फ़ एक मिनट के अंदर-2 उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया...
अब ऐसी सिचुएशन में उत्तेजना भी तो अपने चरम तक आ जाती है ना..
झड़ने के बाद वो निढाल सी होकर अजय की बाहों में झूल गयी....और फिर अचानक चौंकते हुए उसने अपनी चूत की तरफ देखा...उसके रेङ कलर के गाउन पर एक बड़ा सा गीला धब्बा बन चुका था.ठीक चूत वाली जगह पर.
अजय भी वो देखकर मुस्कुरा दिया.
रजनी : ''बदमाश...तुम हंस रहे हो...और यहाँ मेरे कपड़े खराब हो गये...रिया ने देख लिया तो पता नही क्या सोचेगी...मैं बाथरूम में जा रही हूँ , तुम दोनो निकल जाना ...ओक...बाइ...''
और जाते-2 उसने एक बार फिर से अजय के होंठों पर एक छोटी सी पप्पी कर दी, ठीक वैसी ही जैसी थोड़ी देर पहले उनकी बेटी प्राची ने की थी उसके होंठों पर,ऑफिस के लिए निकलने से पहले ..दोनो में कितनी समानता थी..ये सोचकर अजय मुस्कुरा उठा.
अजय किचन से निकलकर रिया के रूम की तरफ चल दिया...और बिना खटकाए ही वो अंदर घुसता चला गया..
और अंदर का नज़ारा देखकर उसके तो होश ही उड़ गये.
रिया सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में खड़ी होकर बेड पर झुकी हुई थी...और कपड़े प्रेस कर रही थी.
उसके जिन कपड़ो पर चाय गिरी थी वो वहीं ज़मीन पर पड़े थे..शायद अंदर आते ही रिया ने उन्हे उतार फेंका होगा और उसके बाद अलमारी से नये कपड़े निकाले और अब उन्हे प्रेस कर रही थी..
उसकी पीठ थी अजय की तरफ, इसलिए वो देख ही नही पाई की उसके पीछे खड़ा होकर अजय उसकी मटकती हुई गांड देखकर अपनी लार टपका रहा है..
उसकी केले के तने जैसी चिकनी और मोटी जांघे देखकर अजय का मन कर रहा था की आगे बड़े और उन्हे चाट ले...उनपर शहद लगाए और उपर से नीचे तक अपनी जीभ से उस शहद को पी जाए..ऐसी चिकनी टांगे उसने आज तक नही देखी थी...एक भी बाल ना होने की वजह से वो और भी ज़्यादा गोरी लग रही थी...एक बात उसने इस घर की औरतों में नोट की थी..इनके शरीर पर बाल आते ही नही थे..इसलिए ना तो इन्हे पार्लर मे जाकर अपनी वेक्सिंग करवाने की ज़रूरत पड़ती थी और ना ही अपने बालों वाले अंगों को छुपाने की..कुदरती तौर पर उनके शरीर पर एक भी बाल नही था..उसकी पत्नी प्राची , उसकी सास रजनी , साली पूजा और अब ये रिया भी एकदम चिकनी ..