Thread Rating:
  • 4 Vote(s) - 3 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery Sauda Ka Faida
#17
जबरदस्त नशा और जोरदार सेक्स, दोनों तूफान मेल मिलकर उसकी हालत इतना भद्दा बना दिया की उसे यह भी समझ ना था की वह कहां है, किसके साथ है और क्या हो रहा है। उसके लिये खड़े रहना ही इतना कठिन हो गया की वह अपना पूरा वजन सामने की रेलिंग पर टिका दिये। भगवान की कृपा से उसके बलवान बलात्कारी ने उसे पीछे से पकड़ कर रक्खा था, नहीं तो वह शायद बालकनी से ही गिर जाती। जंगली जानवर को शायद कामना की शोचनीय दुर्दशा पर तरस आया। या फिर, शायद उसके खुद की दम अब खत्म होने को था। वजह जो भी हो, दुष्ट पापात्मा ने ज्यादा देर नहीं की और उसकी अपवित्र चूत के अंदर अपना ढेर सारा बीज छोड़ते हुये वीर्यपात करदी।

वो शातिर अजनबी जैसे चुपचाप आया था, वैसे ही अपना हवस बुझने के बाद वह बिना कुछ बोले, बालकनी में रेलिंग पर कामना की भारी शरीर को आधा अंदर आधा बहार लटकता हुआ छोड़कर, निकाल गया। उस दुष्ट के चले जाने के बाद वह कितनी देर तक वैसे खतरनाक तरीके से रेलिंग के ऊपर लटक के पड़ी रही, यह उसे मालूम नहीं। उसे यह भी नहीं पता चला की कौन हरामखोर इतना देर उसको पीछे से ऐसी भयानक तरह चोद दिये। वो चालबाज दबे पाओं पीछे से आया, अचानक उसपर हमला बोला और बिना शोर मचाय चुपचाप अपना काम करके निकाल लिये। अपनी वासना की आग बुझाने के चक्कर में उस अधर्मी बर्बर ने उसकी भरी हुई बदन को भूखे भेड़िये की तरह चीरफाड़ के खाके उसे एकदम बेदम कर दिये। थकान के मारे वह थोड़ी देर के लिये तो अपना होश खो बैठी। ऊपरवाले की दया से, बेहोशी की हालत में भी वह बालकनी की रेलिंग पर बेतुके तरीके से लटकती रही, और नहीं गिरी।

कामना की होश तब जाकर थोड़ी वापस आई, जब फिर कोई पीछे से अपना कड़क लंड उसकी गीली चूत के अंदर घुसा डाला। हालाँकि वह अभी आधी ही जागी है, लेकिन किसी तरह उसे पता चल गया कि यह किसका लंड है जो उसकी चूत की गहराईओं में जाकर घुसा है। इस तेजस्वी लंड का भीमकाय आकार से ही उसके मालिक को आसानी से पहचाना जा सकता है। यह अनोखा लंड केवल गिल साहब के ही हो सकता है। अंदर घुसते ही उनकी प्रकांड लंड ने उसकी मखमली चूत की गीली छेद के अपने सीमा तक खींचने लगा। एक बार फिर उसने अपनी मखमली चूत को बिलकुल भरा हुआ पाया। जैसे ही उन्होंने उसे पीछे से चोदना शुरू किये, पहली बार वह उनके दानवीय लंड की संपूर्ण परिमाप को महसूस की। उन्होंने चोदना चालू करते ही वह सिसकते हुये फिर से सुख की समंदर में तैरने लगी।

जब बालकनी पर कामना एक अनजान आदमी से चुदवा रही थी, नीचे लॉन पर पार्टी खत्म हो रहा था। उसके हवस मिटते मिटते, सरे मेहमान अपने अपने घर चले गये और उनके चले जाते हि महाबीर गिल ऊपर आ गये। वह सीधे मास्टर बेडरूम में आये, मगर कामना को वहां नहीं पाया। वह नींद से जाग चुकी है और रूम से बाहर निकली है। निकलते वक़्त उनके रक्खे हुये बीयर की बोतल को भी साथ ले गयी है। थोड़ी छानबीन करने के बाद उन्होंने आखिरकार उसे बालकनी पर खड़े रहते देखा। बालकनी आते ही उनपर बिजली कड़की। उन्होंने देखा की उसकी हालत थोड़ी नाजुक हो चूका है। वह बीयर की बोतल पुरे खत्म कर चुकी है। उसे नशा चढ़ गया है। बीयर पीते पीते शायद वह बालकनी से नीचे झुक कर पार्टी को देख रही थी। बोतल खत्म होते होते नशे उसकी दिमाग पर चढ़ बसी और वह रेलिंग के ऊपर ही बेहोश हो के लटक गयी। भगवान की अशेष कृपा से उसकी संतुलन नहीं बिगड़ा और वह नीचे नहीं गिरी। नहीं तो भगवान ही जाने क्या अनर्थ हो जाता।

अब जब उन्होंने उसे स्वस्थ और सुरक्षित पाया, उसकी अशालीन भंगिमा ने उनके पुरे ध्यान अपने तरफ खिंच लिया। उसकी अटपटा पोज ने उसकी विशाल गांड को हवा में लटका दिया है। बड़ा ही ललचाने वाली दृश्य है। महाबीर गिल अपने आप को रोक नहीं पाये। अपने निकम्मे जूनियर की बेशर्म बीवी के जैसे उन्होंने खुद भी नशा कर रखे थे। घर के अंदर कामना को चोदने के बाद बाहर लॉन पे पार्टी में दोबारा शामिल होने के लिये जब वह गये, तभी उनके सभी सहकर्मियों ने मिलकर जोर-जबदस्ती से उन्हें थोड़ा ज्यादा पिला दिया। अपने ही कर्मचारी की खूसूरत पत्नी को चोद कर वह इतने उत्तेजित थे की गर्मजोशी में किसी को इंकार भी नहीं कर पाये। कामना की विशाल गांड अपने नशे में चूर आंखों के सामने अशलील तरीके से लटकता हुआ पा के उनसे रहा नहीं गया। वह जल्दी से कपड़े खोल के नंगे हो गये और फ़ौरन जा कर अपने दोनों मजबूत हाथों से दोनों ओर से उसकी विपुल नितंबों को दबोज लिया। साथ ही साथ अपने विकट लंड को एक जोरदार धक्के से उसकी गरम चूत में घुसेड़ डाला। इतनी देर बाद भी अंदर अभी भी पूरी गीली है। उन्हें नहीं पता था की कुछ ही देर पहले एक अजनबी आके कामना को चोद कर गया है। उन्होंने सोचा की यह कामुक औरत कितने कमाल का है। उनसे संभोग किये इतने घंटे बीत गये, फिर भी अभी तक इसकी चूत से रस टपक रही है। वह बड़े ही प्रसन्न हुये। उनका उत्साह भी दुगना हो गया। पहले तो उन्होंने उसे धीरे से चोदना शुरू किये। फिर हर गुजरते मिनट के साथ उन्होंने अपनी रफ़्तार तेज करने लगे। और केवल पन्द्रह मिनटों में ही उनकी चोदने की गति सही मायने में तूफानी हो गया।

कामना की होश तो कुछ कुछ वापस आ गये थे। लेकिन उसकी भारी बदन में ताकत की एक बूंद भी बचा नहीं था। वह किसी तरह रेलिंग पर अपने भारी शरीर का पूरा भार टिका कर खड़ी रह पा रही है। उसके बड़े खरबूजे रेलिंग के बाहर कुत्सित ढंग से लटका हुआ हैं, जबकि नीचे उसके चर्बीदार पेट उसी रेलिंग से कुचल रहा है। उसकी हालत वैसे भी बुरा था। कुछ देर पहले किसी अनजान दुष्ट ने पीछे से आ के बड़ी बेहरमी से उसे चोदा और उसकी हालत एकदम खराप कर दी। अब फिर से गिल साहब ने पीछे से आके अपनी बृहत्काय लंड को उसकी रसीले चूत में घुसेड़ कर तूफानी रफ्तार से उसे चोद चोद कर उसके थके हुए शरीर को और भी बत्तर बना दिया। अपने पतिदेव के सर्वोच्च बॉस की बृहत्काय लंड से अपने बेवफा चूत को पीछे से चोदवाकर उसे मजा तो बिलकुल आ रहा था। मगर उसके पास उतनी ताकत बचा नहीं की वह अपने ख़ुशी का बयान कर सके। उसके मुंह से सिसकियां की सिवा कुछ ना निकला। हालांकि, उन सिसकियों से उन्हें अंदाजा हो गया की पीछे से चोदवाने में उसे काफी आनंद मिल रहा है। वह और भी ज्यादा जोश में आ गये। लेकिन, उनके सेक्स सेशन ज्यादा लंबा नहीं चल पाया। नशे में चूर गिल साहब ज्यादा देर तक अपने इमोशन को काबू में नहीं रख पाये। थोड़ी समय की भीतर कामना की वेश्या योनी के अंदर उनकी भीमकाय लिंग कंपकपा कर झरने की तरह झर परे। वीर्यपात के बाद उन्होंने अपने मजबूत पकड़ से उसकी बिशाल नितंबों को मुक्त कर दिये और पीछे हट कर अपने पीठ को विपरीत दीवार पर टिका दिये। अपने रसीले चूत में उनकी गरम बीज की गर्माहट को महसूस करते ही कामना भी खुद को रोक नहीं पाई। आखरी बार के लिये उसे भी एक जबरदस्त रतिक्षण हुआ, जिससे उसकी पूरी तरह से दम निकाल गया। उसकी दोनों टंगे अपनी भारी बदन की वजन को और ना उठा पाई। गिल साहब की तगड़ी जकड़ से रिहाई पाकर वह बालकनी की रेलिंग को छोड़ दी और धप करके फर्श पर गिर पड़ी। कुछ ही सेकंड के भीतर फिर से वह बेहोश हो गई।

जब उसने फिर से अपनी आँखें खोलीं, तब लगभग दोपहर हो चुकी थी। कामना खुद को मास्टर बेडरूम के अंदर बड़े बिस्तर पर नंगी सोते हुये पाया। खिड़कियों से आ रही सूरज की किरणों से पूरा कमरा जगमगा रहा है। उसे एहसास हुआ कि उसने सारी रात इसी बिस्तर पर बिताई है। हालांकि, उसे मालूम नहीं कि उसे बिस्तर पर कौन ले आया या उन्होंने उसके साथ क्या क्या किये। मगर पुरे बिस्तर की मनहूस हालत देख कर बड़े आसानी से वह अनुमान लगा सकती है की रातभर इसके ऊपर काफी शरारते की गई है। लेकिन अफसोस, वह खुद इतनी नशे में थी की उसे कुछ भी याद नहीं। उसकी मदहोशी का फायदा उठा कर किसी ने जी भर कर उसके साथ रातभर संभोग की है। उनके संभोग क्रिया की छाप चादर के ऊपर स्पष्ट रूप से दिख रहा है। चादर के चारों तरफ बहुत सारे धब्बे है, जो साफ तौर से सूखे वीर्य है। दो-तीन जगह में चादर थोड़ी फट भी गयी है। उसकी खुद की हालत भी इतनी अच्छी नहीं है। किसी ने पागलों की तरह चोद चोद के उसकी मखमली चूत की छोटी छेद को फाड़ के हमेशा के लिये एक बड़ा सा गड्ढे में तब्दील कर चुके है। रातभर भारीभरकम चोदवाने से उसकी नाजुक चूत अंदर से एकदम लाल हो चुकी है और थोड़ा जल भी रहा है। उसके गड्ढे जैसी चूत की कोटर में जमा हुई ढेर सारे सूखा वीर्य इशारे दे रहे है की यह सब भर भर के रातभर निक्षेपित हुया है। उसकी भारी बदन भी दर्द से टूटी जा रही है और उसकी सिर भी फट रहा है। उसका गला भी सुख गया है।

कामना उठकर बिस्तर पर बैठ गई। उसके नजर बगल की छोटे टेबल के ऊपर पड़ा। उसने देखा कि टेबल पर एक बीयर की भरी हुई बोतल रक्खा हुआ है। उसे एकदम जोरदार प्यास लगी थी। वह बिना सोचे ही अपने हाथ फैलाकर बीयर की बोतल उठा ली और एक ही गटक में उसे खली कर के छोड़ा। बीयर ने कमाल कर डाला। उसके सिर हल्का हो गया और उसकी बदन से दर्द भी चली गयी। उसकी चूत की जलन भी थोड़ा कम होने लगी। शराब ने उसे एक झटके में तरोताजा कर दिया। उसकी नजर फिर से बगल के टेबल पर पड़ी। इस बार उसे एक मुड़ा हुआ सफेद कागज एक बीयर की खाली बोतल के नीचे रक्खी हुई दिखी। उसकी पतिदेव की बड़े बॉस ने उसके लिये एक लंबी चिट्ठी छोड़ गये है।

गुड मॉर्निंग,
पहली बात, हमे खेद है की हमे आज सुभे सुभे ही ऑफिस निकल आये। तुम गहरी नींद में थी। इसीलिए हमने तुम्हे नहीं जगाया। उम्मीद करते है की तुम आराम से अपनी नींद पूरी की है। आज सोमबार है। हमे एक अर्जेंट मीटिंग अटेंड करना है। तुम जब यह चिट्ठी पढ़ रही होगी तब हम मीटिंग में होंगे।
अब, हम तुम्हे बधाई देना चाहते। कल रात तुम बहुत ही बेहतरीन किये। तुमने अपने पति पर एक अहम उपकार किये। तुम्हारे कल शाम की प्रदर्शन वाकई सराहने लायक था। कल जो जबरदस्त धमाका किये उसके विस्फोट से कोई भी घायल हो जायेगा। हम भी हो गये है। तुम्हें पहली बार देखते ही हमें पता चल गया था की हमारी संभंध बहुत ही रोचक होने वाली है। हम फैसला किये है की आज ही अपना वादा निभाएंगे और तुम्हारे पति को अपने सहायक बना लेंगे। इस प्रमोशन के बाद वह ऑफिस में काफी व्यस्त रहेगा। मगर तुम बेफिकर रहो। हम है ना। हम तुम्हारा ख्याल रखेंगे। हमारे दोस्ती तुम्हारे लिये हमेशा फायदेमंद रहेगा। हम तुम्हारे बेवकूफ पति को ऑफिस के कामों में इतना उलझा रखेंगे कि उसके पास तुम पर नज़र रखने का समय ही नहीं बचेगा। वैसे भी बंदा पूरा वर्कहोलिक है। तुम जैसी गर्म सामान को अकेला संभालना उस बेचारे की वश का नहीं है। तुम बिंदास मौज मस्ती करो। जिसके भी साथ चाहो मजा लूटो, जो मर्जी पहनो, जहां मर्जी जाओ, जितना चाहो बहार रहो। हम गारंटी देते है की तुम्हारे गांडू पति कभी तुम्हारे रस्ते का कांटा नहीं बन पायेगा। उस नामर्द को यह भी नहीं मालूम की कल रात तुम कितने आग बरसाई हो। शादी की इतने सालो में भी उसे अंदाजा नहीं है की तुम्हारी भरी हुई जिस्म में कितना बारूद भारा हुआ है। तुम्हारी सही कदर सिर्फ हम कर सकते है।
हमारे पास तुम्हारे लिये एक बड़ा ही लाभदायक प्रस्ताव है। कल शाम की बेहद मनोरंजक प्रदर्शन के बाद हम अपने सभी आने वाले पार्टियों में तुम्हें शामिल करना चाहेंगे। इनमें से कुछ पार्टियां बहुत ही खास होंगे। एकदम अलग। और बिलकुल रंगीन। इन विशेष पार्टियों में केवल कुछ गिने चुने लोग ही आमंत्रित रहते है। सब हाई सोसाइटी वाले है और हमारे दोस्त है। सभी मनोरंजन के शौकीन है। इन्हे अपने शौक के लिये पैसा पानी की तरह खर्च करते का बुरी आदत है। हमारे इन अइयाश दोस्तों की हमें खास ख्याल रखना पड़ता है। हम चाहते है कि तुम इन विशेष पार्टिओं में हमारे इन खास मेहमानों का भरपूर मनोरंजन करो। सबका दिल बहलाओ। हमारे पार्टिओं की एकदम जान बन जाओ। हमारे इन रंगीन पार्टियों का सिर्फ एक ही मकसद है की यहां सभी दिल खोल कर मौज मस्ती कर सके। हम चाहते है की तुम इन पार्टियों में आके इन पर चार चांद लगा दो। तुम्हारा भी फायदा होगा। हमारे इन खास पार्टियों में तुम्हारे जैसी हॉट लेडी की मन बहलाने का बहुत सारे बंदोबस्त रक्खे है। ऐसा ऐसा रोमांचक सब विकल्प है, जो तुम्हारे रोंगटे खड़े कर देंगे। हम गारंटी के साथ दावा कर सकते है की एकबार हमारे रंगीन पार्टियों के साथ जुड़ जाने के बाद तुम्हारी जिन्दगी में सिर्फ और सिर्फ मनोरंजन का कार्यक्रम चलेगा। इन खास पार्टिओं का नशा ही अलग है। एकबार जिसने इनकी चुस्की ले ली, वह दोबारा फिर इनसे अलग ना हो पाया। तुम्हारी जैसी आइटम बम के लिये ही तो ऐसी रंगदार मंचो को तैयार की जाती है। तुम बस आ जाओ और अपनी जबरदस्त विस्फोट से सबकी होश उड़ा डालो।
अपने नालायक पति के लिये बिलकुल परेशान मत होना। वह अभी हमारे साथ ऑफिस आये हुये है। रात से पहले घर लौट ना पायेगा। हम पहले ही कह चुके है की काल रात को क्या हुआ कमबख्त को कुछ भी नहीं पता। इतना पी रखा था की कुछ भी जानने का लायक ही नहीं बचा। तुम्हें जानकर खुशी होगी की हमारे डांट खाने के बाद उसे अकल आ चूका है। अपनी बेवकूफी पर पछता रहा है और बहुत शर्मिंदा भी है। उसे समझ आ चुका है कि तुम्हारे समर्थन के बिना वह ज़िन्दगी में कुछ भी ना बन पायेगा। अब से, तुम्हारे पति हमेशा तुम्हे हर तरह से सहायता करने के लिये तैयार खड़ा होगा। उसे बिना बताये तुम हमारे पार्टियों में आ कर बेपरवाह मौज मस्ती कर सकती हो। यह सभी पार्टियां सप्ताहांत पर होती है। और हम ऐसी जोरदार बंदोबस्त करेंगे कि उस वक़्त वह दिनभर अपनी काम से अपना मुँह तक ना उठा पायेगा।
हमारे खासम खास दोस्त बनने के और भी एक फायदा है। तुम्हे अपने जीवन में कभी भी पैसों की कोई चिंता करने की जरूरत नहीं होगी। हम और हमारे खास दोस्त तुम्हारे आर्थिक पहलू को बड़ी अच्छी तरह संभाल लेंगे। तुम्हारे नालायक पति की रोजगार चाहे कुछ भी हो, तुम्हे अब अपना जीवन का आनंद लेने के लिये उस पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। हम आज ही बैंक में तुम्हारे नाम से एक प्रीमियम अकाउंट खोल रहे है। उस अकाउंट में हर महीने बहुत सारा पैसा डाला जायेगा। तुम बस निकालकर खरच करना। हम चाहते है की तुम हर वक़्त टिपटॉप रहो। पार्टियों में सज धज कर चकाचौंध बन के आयो। महंगे कपड़े पहनो। महंगा मेकअप लगायो। दोस्तों के लिये महंगे तोफे खरीदो। जितना मर्जी चाहे पैसे खरच करो। बेजिझक उड़ाओ। हम तुम्हारे अकाउंट में पैसे डालते जायेंगे। तुम्हारे अकाउंट हमेशा पैसों से भरे पड़े होंगे।
अब एक बुरी खबर। कल शाम तुम जो ड्रेस पहन के आयी थी, वो खराब हो चूका है। उसका चैन टूट गया है। हमने उसे दुकान बेज दिये है। कल तक ठीक हो के आ जायेगा। घबराओ मत, तुम्हे नंगी रहना नहीं पड़ेगा। तुम्हारे रसभरी बदन को ढकने के लिये उसी दुकान से हम एक शानदार पोशाक मंगाये है। पोशाक यह भी थोड़ा टाइट ही है। पर तुम्हारे पर बहुत जचेगा। हमारे वार्डरॉब के अंदर रखा है। जब मर्जी निकलकर पहन लेना।
तुम जब नींद से जागोगी, तुम्हारे बदन दुख सकते है। परेशान ना हो। यह कुछ नहीं, सिर्फ कल के रंगीन शाम का ही असर है। हमने साइड टेबल की ऊपर बीयर का एक बोतल छोड़े जा रहे है। दो घूँट मार लेना। दो मिनट में सब दर्द चला जायेगा।
हमारे खानसामा घर में ही रहेगा। उसका नाम बब्बन है। खाना बहुत अच्छा बनाता है। तुम्हे भूख लगी तो उसे बुलाना। वह तुम्हें खाना परोस देगा। खा-पी लेने के बाद जब तुम्हे ठीक लगे तुम अपनी घर जा सकती हो। बब्बन को बोलना। वह गाड़ी अच्छी चला लेता है। वह तुम्हे हमारी कार में घर छोड़ आएगा। हम शाम को तुम्हे कॉल करेंगे। उम्मीद करते है की हमारे प्रस्ताव पर खुले दिमाग से तुम विचार करोगी और राजी हो जाओगी।
खुश रहो,
महाबीर गिल

रात भर धूम मचाने के बाद कामना अभी अभी नींद से जगी है। और उठते ही बीयर की एक पूरी बोतल गटक ली है। कल का नशा ठीक तरह से उतरा नहीं। उसपर और एक बोतल बीयर जुड़ गया। पहली दफा उसकी दिमाग में अपने बेकार पति का प्रभावशाली बॉस की सब बातें पहुंची नहीं। चिट्ठी का सही मतलब समझने के लिये उसे दोबारा पढ़ना पढ़ा। लेकिन, जब चिट्ठी का मूलतत्त्व समझ लेती है, तब वह खुशी की मारे चांद पर पहुंच जाती है। किस्मत आखिरकार उस पर चमक रहा है। एक निकम्मा आदमी से शादी करके वह फंस गयी थी। उसकी जीवन ही बर्बाद होने जा रहा था। मगर अब लग रहा हे की उसकी हालत सुधरने वाली है। गिल साहब जैसे शूरवीर उस पर मेहरबान हुये है। अब उसकी सारी परेशानी खत्म हमेशा के लिये चली जायेगी। आज से, अभी से वह अपना जीवन अपनी शर्तों पर जी सकती है। वह हमेशा से मौज मस्ती भरे ऐशो-आराम की ज़िन्दगी चाहती थी। गिल साहब की चिट्ठी पढ़ने के बाद उसे लगा कि आखिरकार जो वह चाहती है वही उसे मिलेगा। हालांकि उनके प्रस्ताव थोड़ी अशोभनीय है। पर वह शर्त लगा सकती है की इससे उसे बड़े ही लाभ होंगे। वैसे भी, उसे हमेशा से मालूम था की बहार से वह जितनी भी सती सावित्री बनने की कोशिश करे, अंदर से वह पूरी की पूरी छिनाल है। वह समाज के डर से एक घुटन भरी जिंदगी जी रही थी। मगर अब जब गिल साहब उसकी संरक्षक बन रहे है, वह बेपरवाह सबके सामने खुदको खोल सकती है। जिसके साथ चाहे, जहां चाहे, जितना देर चाहे मजे ले सकती है। कोई भी उसे रोकने की हिम्मत नहीं करेगा। खासकर उसके नामर्द पतिदेव ऐसे दुःसाहस करने के बारे में सोच भी नहीं सकेगा। वह मूर्ख हो सकता है। लेकिन अपनी नौकरी से बहुत प्यार करता है। और भलीभांति जान जायेगा कि अगर कामना चाही तो उसे अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ जायेगा। बहुत जल्द वह अपने निकम्मे पति पर अत्यधिक नियंत्रण हासिल कर लेगी। वह चाहे तो उसे अपनी पाला हुआ कुत्ता भी बना सकती है। तब उसकी शक्ल देखने लायक होगा। एकदम निराश। अपमान से लाल। बदला बिलकुल मीठा होगा। सिर्फ इसी कारण उसे यह फायदेमंद प्रस्ताब को हां बोल देना चाहिये। ढेर सारे पैसे के अलावा गिल साहब की उन खास दोस्तों के साथ उसे जो अपार सुख मिलेगा, वह सिर्फ बोनस होंगे।

कामना जीवन से सब कुछ चाहती है और अपनी इच्छाओं को पूरी करने का एहि सबसे बढ़िया तरीका है। हां, उसे थोड़ा समझौता करना होगा। गिल साहब उसे अपनी रखैल बनाकर रखना चाहते है। वह राजी हुई तो वह अब इस सभ्य समाज में एक वफादार गृहिणी के रूप में पहचानी नहीं जाएगी। हर कोई उसे वेश्या बुलायेगा। सब की नजरों से वह गिर जाएगी। उसका अपना परिवार उसे अस्वीकार करने का निर्णय ले सकता है। लेकिन एक रंडी बनकर उसे जो फायदे होंगे,उसके तुलना में यह नुकसान कुछ भी नहीं। वह एक कामुक शरीर की मालकिन है, जिसे सिर्फ सेक्स चाहिये। अगर अपनी शारीरिक जरूरतों को पूरी करने के साथ-साथ वह थोड़ी बहुत कमा भी लेती है, तो इसमें हर्ज ही क्या है। वह इस समाज की दोगलापन को खारिज करती है, जो उसे हमेशा जंजीरों में जकड़ के रखने की कोशिश की है। अब वह केवल खुश रहना चाहती है और अपनी खुशी के लिये कुछ भी कर सकती है। वह अब किसी से नहीं डरती। वह जानती है कि यह प्रस्ताव, हालांकि काफी अश्लील है, उसके लिये स्वर्गसुख पाने का टिकट है। वह अपने जीवन को सही मायने में आनंदमय बनाने का यह सुनहरा मौका गंवाना नहीं चाहती। कामना ने अपना मन बना लिया। आज शाम वह अपनी पति के बिग बॉस को हां कह देगी।

*****************************************************************
Like Reply


Messages In This Thread
Sauda Ka Faida - by bharatbarsh47 - 02-06-2022, 09:57 AM
RE: Sauda Ka Faida - by abcturbine - 02-06-2022, 10:41 AM
RE: Sauda Ka Faida - by Eswar P - 02-06-2022, 11:07 AM
RE: Sauda Ka Faida - by bharatbarsh47 - 03-06-2022, 09:48 AM
RE: Sauda Ka Faida - by abcturbine - 03-06-2022, 11:20 AM
RE: Sauda Ka Faida - by bharatbarsh47 - 05-06-2022, 07:12 AM
RE: Sauda Ka Faida - by bharatbarsh47 - 06-06-2022, 12:21 PM
RE: Sauda Ka Faida - by bharatbarsh47 - 08-06-2022, 11:11 AM
RE: Sauda Ka Faida - by Bhikhumumbai - 08-06-2022, 06:22 PM
RE: Sauda Ka Faida - by bharatbarsh47 - 11-06-2022, 09:28 AM
RE: Sauda Ka Faida - by Eswar P - 12-06-2022, 05:01 PM
RE: Sauda Ka Faida - by bharatbarsh47 - 15-06-2022, 07:12 AM
RE: Sauda Ka Faida - by bharatbarsh47 - 18-06-2022, 04:07 PM
RE: Sauda Ka Faida - by bharatbarsh47 - 18-06-2022, 04:08 PM
RE: Sauda Ka Faida - by bharatbarsh47 - 18-06-2022, 04:09 PM
RE: Sauda Ka Faida - by Bhikhumumbai - 18-06-2022, 05:13 PM
RE: Sauda Ka Faida - by bharatbarsh47 - 24-06-2022, 01:31 PM
RE: Sauda Ka Faida - by Bhikhumumbai - 25-06-2022, 03:39 PM
RE: Sauda Ka Faida - by raj500265 - 17-07-2022, 02:29 AM
RE: Sauda Ka Faida - by Eswar P - 17-07-2022, 09:47 PM
RE: Sauda Ka Faida - by Dg1973 - 21-07-2022, 04:28 AM
RE: Sauda Ka Faida - by baba27030 - 22-07-2022, 02:48 PM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)