23-06-2022, 03:46 PM
मंजू नीचे चली गई और मेरा दिमाग अब आने वाले दिनों की तैयारी कर रहा था। शिल्पी मनीष के साथ कुछ दिन ननिहाल में रहने वाली थी लेकिन यहां रमेश मेरे सामने था जिससे बचते हुए मुझे मंजू की चुदाई करनी होती थी। रमेश मेरे जाल में फस रहा था लेकिन मै उसको पूरी तरह अपनी मुट्ठी में लाना चाहता था। दिमाग में कई सारे प्लान चल रहे थे और कब मै सोया पता ही नहीं चला।
मुझे बिल्कुल नंगा या बिल्कुल कम कपड़े में सोने की आदत थी और कल रात भी मंजू के जाते वक्त नंगा था और बस नंगा तौलिया लपेट कर सो गया। सुबह लगभग 8 बज रहे होंगे अचानक मैंने अपने गालों पर किसी को किस करता हुआ महसूस किया। भींगे भींगे बाल मेरे चेहरे को छू रहे थे जिससे मेरी नींद खुल गई। मैंने देखा मंजू मेरे कमरे में आ कर मुझे मॉर्निंग किस कर रही है। वाह दिन की शुरुआत हो तो ऐसी। मैंने भी मंजू को किस किया और पीठ लगा कर बेड पर बैठा और मंजू को अपने गोद में बिठा लिया। मै अभी अभी उठा था और मंजू मेरे लिए ब्रेकफास्ट लायी थी। मै फटाफट रेडी होने गया तब तक मंजू मेरे फ्लैट में मेरा इंतज़ार करती रही।
मै रेडी हो कर आया और मंजू ने मुझे अपने हाथों से नास्ता कराया। जाते जाते हम दोनों ने एक दूसरे को किस किया। मंजू नीचे चली आई और मै ऑफिस के लिए निकल आया। लेकिन सिर्फ किस से मै संतुष्ट कैसे होता, मुझे तो चुत चाहिए थी। आज शुक्रवार था और अगले दो दिन छुट्टी के थे इसलिए मै अगले दो दिन घर में रुकने का प्लान बना रहा था। ऑफिस से शाम में निकलते वक्त मैंने शराब की 3-4 बोतले खरीद ली और घर लौटते वक्त दुकान पर रुक गया। दुकान में रमेश ने बैग देखकर पूछा की क्या है तो मैंने चुपचाप उसे ये दिखाया। शराब की बोतले देखकर रमेश पागल हो गया और पिलाने की जिद करने लगा। मै मन ही मन बहुत खुश हुआ और समझ गया लालची इंसान की लालच को। मैंने उसको छत पर मेरे फ्लैट पर थोड़ी देर में आने को बोला और साथ में चखना दुकान से ले लिया। मैं फिर नीचे के फ्लैट में जा कर मंजू को अपना प्लान बताया और कुछ नमकीन बनाने को कहा। कोई भी भारतीय औरत अपने पति को शराब पीने नहीं देती मैंने बहुत मुश्किल से मंजू को समझाया और जैसा कहा वैसे करने को कहा। मंजू इसके लिए मान गई।
थोड़ी देर बाद रमेश दाँत खिसोरता हुआ ऊपर मेरे फ्लैट में आया। मै भी तब तक पूरी तैयारी कर चुका था, ऐसी तैयारी जो रमेश के होश उडाने वाले थे।
मुझे बिल्कुल नंगा या बिल्कुल कम कपड़े में सोने की आदत थी और कल रात भी मंजू के जाते वक्त नंगा था और बस नंगा तौलिया लपेट कर सो गया। सुबह लगभग 8 बज रहे होंगे अचानक मैंने अपने गालों पर किसी को किस करता हुआ महसूस किया। भींगे भींगे बाल मेरे चेहरे को छू रहे थे जिससे मेरी नींद खुल गई। मैंने देखा मंजू मेरे कमरे में आ कर मुझे मॉर्निंग किस कर रही है। वाह दिन की शुरुआत हो तो ऐसी। मैंने भी मंजू को किस किया और पीठ लगा कर बेड पर बैठा और मंजू को अपने गोद में बिठा लिया। मै अभी अभी उठा था और मंजू मेरे लिए ब्रेकफास्ट लायी थी। मै फटाफट रेडी होने गया तब तक मंजू मेरे फ्लैट में मेरा इंतज़ार करती रही।
मै रेडी हो कर आया और मंजू ने मुझे अपने हाथों से नास्ता कराया। जाते जाते हम दोनों ने एक दूसरे को किस किया। मंजू नीचे चली आई और मै ऑफिस के लिए निकल आया। लेकिन सिर्फ किस से मै संतुष्ट कैसे होता, मुझे तो चुत चाहिए थी। आज शुक्रवार था और अगले दो दिन छुट्टी के थे इसलिए मै अगले दो दिन घर में रुकने का प्लान बना रहा था। ऑफिस से शाम में निकलते वक्त मैंने शराब की 3-4 बोतले खरीद ली और घर लौटते वक्त दुकान पर रुक गया। दुकान में रमेश ने बैग देखकर पूछा की क्या है तो मैंने चुपचाप उसे ये दिखाया। शराब की बोतले देखकर रमेश पागल हो गया और पिलाने की जिद करने लगा। मै मन ही मन बहुत खुश हुआ और समझ गया लालची इंसान की लालच को। मैंने उसको छत पर मेरे फ्लैट पर थोड़ी देर में आने को बोला और साथ में चखना दुकान से ले लिया। मैं फिर नीचे के फ्लैट में जा कर मंजू को अपना प्लान बताया और कुछ नमकीन बनाने को कहा। कोई भी भारतीय औरत अपने पति को शराब पीने नहीं देती मैंने बहुत मुश्किल से मंजू को समझाया और जैसा कहा वैसे करने को कहा। मंजू इसके लिए मान गई।
थोड़ी देर बाद रमेश दाँत खिसोरता हुआ ऊपर मेरे फ्लैट में आया। मै भी तब तक पूरी तैयारी कर चुका था, ऐसी तैयारी जो रमेश के होश उडाने वाले थे।