20-06-2022, 11:43 PM
प्राची को बेतहाशा चूमते-2 अजय ने अपना लंड पायजामे से निकालकर उसके हाथ में पकड़ा दिया...अजय का गर्म लंड हाथ में आते ही प्राची किसी नागिन की तरह फुफ्कारने लगी...अपनी चूत वाले हिस्से को अजय की जाँघ पर रगड़कर वो अपनी उत्तेजना का इज़हार सरेआम करने लगी..
अजय फुसफुसाया : "तेरी बहन ना होती ना इस समय घर पर, तो यही नंगा करके चोद देता तेरी चूत को...''
प्राची ने भी हुंकार भरते हुए कहा : "तुम कब से ऐसे डरने लग गये...तुम मर्दों को तो ये सब अक्चा लगता है की कोई तुम्हे सेक्स करते हुए देखे...है ना...''
प्राची की ये बात सुनकर अजय चोंक गया....आज से पहले प्राची ने ऐसी बात की ही नही थी..वो तो काफ़ी रिसर्व रहने वाली और अजय को भी कंट्रोल में रखकर चलने वाली औरत थी...ऐसा वो पहली बार बोल रही थी..
अजय ने भी सोचा की इसे कुरेद कर देखा जाए की ये किस हद तक आगे जाती है..
वो बोला : "मुझे डर इस बात से नही लग रहा की कोई हमें देख लेगा, बल्कि इस बात से लग रहा है की वो देखने वाली मेरी साली होगी...और अगर उसने मेरा लंबा लंड देख लिया तो उसका भी दिल आ जाएगा इसपर...''
उसने अपने लंड की तरफ इशारा करते हुए कहा..
अजय के ऐसा बोलते ही प्राची का लहज़ा बदल गया : "उसकी आँखे नोच लूँगी अगर मेरे पति के लंड की तरफ देखा भी तो...चाहे वो मेरी बहन ही क्यो ना हो...''
अजय ने अपना माथा पीट लिया...शायद आवेश में आकर वो कुछ ज़्यादा हो बोल गया था....वो बेचारा अब पछता रहा था की उसने इतना बाड़िया मौका ऐसे ही गँवा दिया..
उसने तुरंत बात को संभालते हुए कहा : "ओहो.....मुझे पता था की मेरी जान के लिए मेरा ये लंड कितना कीमती है...मैं तो बस मज़ाक कर रहा था...चलो अब...अंदर चलो...मुझसे अब रहा नही जा रहा ....''
प्राची भी बिना कुछ बोले उठ गयी और दोनो एक दूसरे को चूमते-2 अपने बेडरूम में चले गये.
बाथरूम के अंदर खड़ी पूजा ने वो सब सुन लिया था और वो हैरान हुए जा रही थी की किस तरह से प्राची ने उसके बारे में बोला...भले ही वो ऐसा कोई इरादा नही रखती थी..और हर कोई बीबी ऐसा ही कहेगी, पर फिर भी पूजा को अपनी सग़ी बहन से ऐसे बर्ताव की उम्मीद नही थी...और थोड़ी देर पहले जो ईर्ष्या की भावना उसके मन में आई थी, वो धीरे -2 नफ़रत के रंग में नहाने लगी...
उसने मन में निष्चय कर लिया की अब जो भी हो जाए, वो अजय को प्राची से छीनकर ही रहेगी...अपने जीजू को सोनी के चुंगल से निकालकर जो कॉन्फिडेंस पूजा में आया था, वो अभी तक बरकरार था, इसलिए उसे ये काम बड़ा ही आसान लग रहा था.
पर अभी के लिए वो उन दोनो का ये खेल भी देखना चाहती थी, जो खेलने के लिए दोनो अपने बेडरूम में गये थे...अब उसका दिमाग़ किसी जासूस की तरह चल रहा था, जो अपने शिकार की हर हरकत पर नज़र रखकर अपने अगले चरण की रूपरेखा बनाता है..
वो धीरे-2 चलती हुई उनके बेडरूम तक गयी, और हमेशा की तरह उनका दरवाजा सिर्फ़ बंद था, अंदर से लॉक नही.
और बीच के चीरे में से देखने पर उसे अंदर चल रही रास लीला पूरी तरह से दिखने लगी.
अजय ने प्राची के बूब्स को बाहर निकाल कर बुरी तरह से चूसना शुरू कर दिया था...और प्राची उसके बालों को पकड़कर उसके चेहरे को अपनी छातियों में उसे ऐसे घिस रही थी जैसे कोई खुजली मिटा रही हो..
अजय के हाथ हरकत में आए और उसने प्राची के गाउन को घुमाकर सिर से निकाल दिया.
और अब वो पूरी नंगी खड़ी थी अजय के सामने...
प्रेगनेंसी की वजह से हल्का सा पेट निकला हुआ था..बाकी सब पहले जैसा ही था.
अपनी बहन को ऐसे नंगा देखकर पूजा भी शरमाकर रह गयी...ये पहला मौका था जब उसने अपनी बहन को शादी के बाद ऐसे नंगा देखा था..शादी से पहले दोनों बहने अक्सर एक दूसरे के सामने कपड़े बदल लेती थी..पर उस समय दोनो ज़्यादा ध्यान नही देती थी एक दूसरे पर..
लेकिन उस वक़्त की प्राची और आज की प्राची में ज़मीन आसमान का फ़र्क आ चुका था..
उसके बूब्स पहले के मुक़ाबले काफ़ी बड़े और गोल हो चुके थे.
उसके निप्पल भी काफ़ी लंबे लग रहे थे पहले के मुक़ाबले...शायद खड़े होने की वजह से..
और उसकी गांड के तो क्या कहने...इतनी बाहर निकल चुकी थी की उसके गद्देदार होने का एहसास बाहर खड़ी पूजा को भी हो रहा था, क्योंकि वो ज़रा सी हिलती तो उसकी गांड की थिरकन दूर से ही दिखाई दे जाती...
और नीचे उसकी सफाचत और रसीली चूत, जिसमे से रस बहकर नीचे गिर रहा था , वो पहले से काफ़ी साफ़ सुथरी और बड़ी सी भी लग रही थी..
और शरीर के साथ -2 उसकी जांघे भी काफ़ी भर चुकी थी.
अजय फुसफुसाया : "तेरी बहन ना होती ना इस समय घर पर, तो यही नंगा करके चोद देता तेरी चूत को...''
प्राची ने भी हुंकार भरते हुए कहा : "तुम कब से ऐसे डरने लग गये...तुम मर्दों को तो ये सब अक्चा लगता है की कोई तुम्हे सेक्स करते हुए देखे...है ना...''
प्राची की ये बात सुनकर अजय चोंक गया....आज से पहले प्राची ने ऐसी बात की ही नही थी..वो तो काफ़ी रिसर्व रहने वाली और अजय को भी कंट्रोल में रखकर चलने वाली औरत थी...ऐसा वो पहली बार बोल रही थी..
अजय ने भी सोचा की इसे कुरेद कर देखा जाए की ये किस हद तक आगे जाती है..
वो बोला : "मुझे डर इस बात से नही लग रहा की कोई हमें देख लेगा, बल्कि इस बात से लग रहा है की वो देखने वाली मेरी साली होगी...और अगर उसने मेरा लंबा लंड देख लिया तो उसका भी दिल आ जाएगा इसपर...''
उसने अपने लंड की तरफ इशारा करते हुए कहा..
अजय के ऐसा बोलते ही प्राची का लहज़ा बदल गया : "उसकी आँखे नोच लूँगी अगर मेरे पति के लंड की तरफ देखा भी तो...चाहे वो मेरी बहन ही क्यो ना हो...''
अजय ने अपना माथा पीट लिया...शायद आवेश में आकर वो कुछ ज़्यादा हो बोल गया था....वो बेचारा अब पछता रहा था की उसने इतना बाड़िया मौका ऐसे ही गँवा दिया..
उसने तुरंत बात को संभालते हुए कहा : "ओहो.....मुझे पता था की मेरी जान के लिए मेरा ये लंड कितना कीमती है...मैं तो बस मज़ाक कर रहा था...चलो अब...अंदर चलो...मुझसे अब रहा नही जा रहा ....''
प्राची भी बिना कुछ बोले उठ गयी और दोनो एक दूसरे को चूमते-2 अपने बेडरूम में चले गये.
बाथरूम के अंदर खड़ी पूजा ने वो सब सुन लिया था और वो हैरान हुए जा रही थी की किस तरह से प्राची ने उसके बारे में बोला...भले ही वो ऐसा कोई इरादा नही रखती थी..और हर कोई बीबी ऐसा ही कहेगी, पर फिर भी पूजा को अपनी सग़ी बहन से ऐसे बर्ताव की उम्मीद नही थी...और थोड़ी देर पहले जो ईर्ष्या की भावना उसके मन में आई थी, वो धीरे -2 नफ़रत के रंग में नहाने लगी...
उसने मन में निष्चय कर लिया की अब जो भी हो जाए, वो अजय को प्राची से छीनकर ही रहेगी...अपने जीजू को सोनी के चुंगल से निकालकर जो कॉन्फिडेंस पूजा में आया था, वो अभी तक बरकरार था, इसलिए उसे ये काम बड़ा ही आसान लग रहा था.
पर अभी के लिए वो उन दोनो का ये खेल भी देखना चाहती थी, जो खेलने के लिए दोनो अपने बेडरूम में गये थे...अब उसका दिमाग़ किसी जासूस की तरह चल रहा था, जो अपने शिकार की हर हरकत पर नज़र रखकर अपने अगले चरण की रूपरेखा बनाता है..
वो धीरे-2 चलती हुई उनके बेडरूम तक गयी, और हमेशा की तरह उनका दरवाजा सिर्फ़ बंद था, अंदर से लॉक नही.
और बीच के चीरे में से देखने पर उसे अंदर चल रही रास लीला पूरी तरह से दिखने लगी.
अजय ने प्राची के बूब्स को बाहर निकाल कर बुरी तरह से चूसना शुरू कर दिया था...और प्राची उसके बालों को पकड़कर उसके चेहरे को अपनी छातियों में उसे ऐसे घिस रही थी जैसे कोई खुजली मिटा रही हो..
अजय के हाथ हरकत में आए और उसने प्राची के गाउन को घुमाकर सिर से निकाल दिया.
और अब वो पूरी नंगी खड़ी थी अजय के सामने...
प्रेगनेंसी की वजह से हल्का सा पेट निकला हुआ था..बाकी सब पहले जैसा ही था.
अपनी बहन को ऐसे नंगा देखकर पूजा भी शरमाकर रह गयी...ये पहला मौका था जब उसने अपनी बहन को शादी के बाद ऐसे नंगा देखा था..शादी से पहले दोनों बहने अक्सर एक दूसरे के सामने कपड़े बदल लेती थी..पर उस समय दोनो ज़्यादा ध्यान नही देती थी एक दूसरे पर..
लेकिन उस वक़्त की प्राची और आज की प्राची में ज़मीन आसमान का फ़र्क आ चुका था..
उसके बूब्स पहले के मुक़ाबले काफ़ी बड़े और गोल हो चुके थे.
उसके निप्पल भी काफ़ी लंबे लग रहे थे पहले के मुक़ाबले...शायद खड़े होने की वजह से..
और उसकी गांड के तो क्या कहने...इतनी बाहर निकल चुकी थी की उसके गद्देदार होने का एहसास बाहर खड़ी पूजा को भी हो रहा था, क्योंकि वो ज़रा सी हिलती तो उसकी गांड की थिरकन दूर से ही दिखाई दे जाती...
और नीचे उसकी सफाचत और रसीली चूत, जिसमे से रस बहकर नीचे गिर रहा था , वो पहले से काफ़ी साफ़ सुथरी और बड़ी सी भी लग रही थी..
और शरीर के साथ -2 उसकी जांघे भी काफ़ी भर चुकी थी.