20-06-2022, 12:11 PM
मगर अचानक से ही बातचीत की आवाज बंद हो गयी. पुच-पुच की आवाज आने लगी. जैसे किसी को किस करने की होती है. मुझे समझते देर न लगी कि अब्बू और बाजी दोनों एक दूसरे के होंठों को चूस रहे थे. ये सोच कर मेरा लंड भी खड़ा हो गया था.
मैं वहीं पर खड़ा होकर अंधेरे में देखने की कोशिश कर रहा था कि उन दोनों के बीच में हो क्या रहा है. कुछ देर तक वैसी ही आवाजें मुझे सुनाई देती रहीं. फिर अचानक दोबारा से कमरे की लाइट जल गई.
जैसे ही लाइट जली मैं एक तरफ हो गया. फिर कुछ पल छिपा रहा. फिर मैंने धीरे से झांक कर देखा कि अब्बू ने बाजी का कमीज निकाल दिया था और वो बाजी की चूचियों को पी रहे थे. बाजी भी अपनी चूचियों को आराम से अब्बू के मुंह में देकर मस्ती में लग रही थी.
उसके बाद अब्बू ने बाजी को बेड पर लेटा दिया. अब वो बाजी की लोअर की तरफ बढ़े. बाजी की लोअर को खींच कर उन्होंने बाजी की जांघों को भी नंगी कर दिया. बहन की चूचियां देख कर मेरा लौड़ा भी उछलने लगा था.
दरअसल जब सामने मर्द-औरत नंगे होकर इस तरह कामुक क्रियाएं कर रहे हों तो उत्तेजना आ जाना स्वाभाविक है. अब्बू ने बाजी की जांघों को चूमना शुरू कर दिया. वो उसकी जांघों को चाटने लगे. बाजी की कसी हुई चूचियां एकदम से टाइट लग रही थीं.
मैंने अंधेरे में तो बाजी को अपनी चूत में उंगली करते हुए देखा था लेकिन अब उजाले में बाजी के नंगे बदन को पहली दफा देख रहा था. अब अब्बू ने बाजी की पैंटी को भी खींच कर निकाल दिया.
बहन की चूत नंगी हो गई थी. अब्बू उसकी टांगों को फैला दिया और उसकी चूत में उंगली करने लगे. बाजी एकदम से चिहुंक गई. मैं पीछे हट गया. मुझे डर था कि कहीं बाजी की नजर मुझ पर न पड़ जाये. जब मैंने दोबारा से देखा तो अब्बू आहिस्ता से बाजी की चूत को सहला रहे थे.
बाजी अब खुद ही अपनी चूचियों को दबाने लगी थी. अब्बू भी पूरे नंगे थे. फिर उन्होंने बाजी की चूत को चाटना शुरू कर दिया. बाजी को मजा तो आ रहा था लेकिन वो फिर भी दिखावे के लिए अब्बू को रोक रही थी, बाजी कह रही थी- नहीं अब्बू, रहने दो.
मगर अब्बू कहां रुकने वाले थे. सामने जब इतनी मस्त चूचियों वाली जवान लड़की की चूत नंगी हो तो भला किससे कंट्रोल हो सकता है.
वो मेरी बहन की चूत में जीभ डाल कर तेजी के साथ वो उसको चाटने लगे. बाजी अब काफी गर्म हो गयी थी. बाजी ने अपनी चूत में अब्बू के मुंह को दबाना शुरू कर दिया था. अब मेरी बहन के मुंह से कामुक आवाजें निकलने लगी थीं.
अब्बू के अंदर जैसे कोई शैतान सा जाग उठा था. वो एकदम से बाजी की चूचियों को पकड़ कर जोर से मसलने लगे. बाजी चिल्ला उठी. वो उनको पीछे करने लगी लेकिन अब्बू बाजी की चूचियों को मसल कर रख दिया.
जब वो हटे तो मैंने देखा कि बहन की गोरी चूचियां एकदम से लाल हो गयी थीं.
फिर अब्बू ने उसकी टांगों को फैला दिया और उसकी चूत पर लंड को रगड़ने लगे. अब बाजी की आंखें बंद सी होने लगीं. वो अब्बू के लंड का मजा अपनी चूत पर महसूस कर रही थी. मेरे अब्बू का लंड देखने में करीब 7 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा लग रहा था.
उन्होंने अपने मोटे लंड को बाजी की चूत में घुसाने के लिए लंड को चूत पर लगाया और दबाव बनाने लगे. लंड अंदर नहीं घुस रहा था. फिर अब्बू ने मेरी बहन की गांड को पकड़ कर अपनी तरफ खींच लिया. उसकी गांड के नीचे तकिया लगा दिया और बाजी की चूत ऊपर की तरफ आ गयी.
मैं वहीं पर खड़ा होकर अंधेरे में देखने की कोशिश कर रहा था कि उन दोनों के बीच में हो क्या रहा है. कुछ देर तक वैसी ही आवाजें मुझे सुनाई देती रहीं. फिर अचानक दोबारा से कमरे की लाइट जल गई.
जैसे ही लाइट जली मैं एक तरफ हो गया. फिर कुछ पल छिपा रहा. फिर मैंने धीरे से झांक कर देखा कि अब्बू ने बाजी का कमीज निकाल दिया था और वो बाजी की चूचियों को पी रहे थे. बाजी भी अपनी चूचियों को आराम से अब्बू के मुंह में देकर मस्ती में लग रही थी.
उसके बाद अब्बू ने बाजी को बेड पर लेटा दिया. अब वो बाजी की लोअर की तरफ बढ़े. बाजी की लोअर को खींच कर उन्होंने बाजी की जांघों को भी नंगी कर दिया. बहन की चूचियां देख कर मेरा लौड़ा भी उछलने लगा था.
दरअसल जब सामने मर्द-औरत नंगे होकर इस तरह कामुक क्रियाएं कर रहे हों तो उत्तेजना आ जाना स्वाभाविक है. अब्बू ने बाजी की जांघों को चूमना शुरू कर दिया. वो उसकी जांघों को चाटने लगे. बाजी की कसी हुई चूचियां एकदम से टाइट लग रही थीं.
मैंने अंधेरे में तो बाजी को अपनी चूत में उंगली करते हुए देखा था लेकिन अब उजाले में बाजी के नंगे बदन को पहली दफा देख रहा था. अब अब्बू ने बाजी की पैंटी को भी खींच कर निकाल दिया.
बहन की चूत नंगी हो गई थी. अब्बू उसकी टांगों को फैला दिया और उसकी चूत में उंगली करने लगे. बाजी एकदम से चिहुंक गई. मैं पीछे हट गया. मुझे डर था कि कहीं बाजी की नजर मुझ पर न पड़ जाये. जब मैंने दोबारा से देखा तो अब्बू आहिस्ता से बाजी की चूत को सहला रहे थे.
बाजी अब खुद ही अपनी चूचियों को दबाने लगी थी. अब्बू भी पूरे नंगे थे. फिर उन्होंने बाजी की चूत को चाटना शुरू कर दिया. बाजी को मजा तो आ रहा था लेकिन वो फिर भी दिखावे के लिए अब्बू को रोक रही थी, बाजी कह रही थी- नहीं अब्बू, रहने दो.
मगर अब्बू कहां रुकने वाले थे. सामने जब इतनी मस्त चूचियों वाली जवान लड़की की चूत नंगी हो तो भला किससे कंट्रोल हो सकता है.
वो मेरी बहन की चूत में जीभ डाल कर तेजी के साथ वो उसको चाटने लगे. बाजी अब काफी गर्म हो गयी थी. बाजी ने अपनी चूत में अब्बू के मुंह को दबाना शुरू कर दिया था. अब मेरी बहन के मुंह से कामुक आवाजें निकलने लगी थीं.
अब्बू के अंदर जैसे कोई शैतान सा जाग उठा था. वो एकदम से बाजी की चूचियों को पकड़ कर जोर से मसलने लगे. बाजी चिल्ला उठी. वो उनको पीछे करने लगी लेकिन अब्बू बाजी की चूचियों को मसल कर रख दिया.
जब वो हटे तो मैंने देखा कि बहन की गोरी चूचियां एकदम से लाल हो गयी थीं.
फिर अब्बू ने उसकी टांगों को फैला दिया और उसकी चूत पर लंड को रगड़ने लगे. अब बाजी की आंखें बंद सी होने लगीं. वो अब्बू के लंड का मजा अपनी चूत पर महसूस कर रही थी. मेरे अब्बू का लंड देखने में करीब 7 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा लग रहा था.
उन्होंने अपने मोटे लंड को बाजी की चूत में घुसाने के लिए लंड को चूत पर लगाया और दबाव बनाने लगे. लंड अंदर नहीं घुस रहा था. फिर अब्बू ने मेरी बहन की गांड को पकड़ कर अपनी तरफ खींच लिया. उसकी गांड के नीचे तकिया लगा दिया और बाजी की चूत ऊपर की तरफ आ गयी.
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जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
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