20-06-2022, 12:10 PM
वो फर्श पर कमर के बल लेट गये. उनका तौलिया भी ऊपर हो गया. बाजी के सामने ही अब्बू का लंड नंगा हो गया. उन्होंने नीचे से अंडरवियर नहीं पहना हुआ था. मैं ये सब अपने रूम के दरवाजे के पास खड़ा होकर देख रहा था.
मुझे भी शर्म आने लगी और बाजी ने भी मुंह फेर लिया. फिर बाजी ने मुझसे कहा कि मैं अब्बू को उठने में मदद करूं. बाजी मुंह फेर कर खड़ी हुई थी. मैंने पास जाकर अब्बू को उठने में मदद की. उनका तौलिया लपेटा और उनको बेड की तरफ ले जाने लगा.
मगर अब्बू काफी भारी थे. मुझसे नहीं संभल रहे थे. फिर मैंने बाजी को सहायता करने के लिए कहा. हम दोनों भाई-बहन अब्बू को उठा कर बेड की ओर ले गये. उनको वहां पर लेटा दिया.
अब्बू बोले- मेरा सिर फटा जा रहा है.
बाजी ने मुझसे कहा कि मैं अपने कमरे में चला जाऊं. उनकी बात मान कर मैं वहां से चला गया. मगर मैं अपने कमरे की चौखट से झांकने लगा. बाजी किचन में गई और अब्बू के लिए चाय बनाने लगी. पांच मिनट के बाद वो वापस आई और अब्बू को चाय पीने के लिए कहा ताकि उनको कुछ आराम मिले.
अब्बू ने बाजी के हाथ से चाय ली. मगर जैसे ही वो पीने लगे तो चाय उनके तौलिये पर गिर गयी. गर्म चाय गिरने से अब्बू का सारा नशा उड़ गया. वो जोर से चीखे क्योंकि गर्म चाय उनकी जांघ पर गिर गयी थी.
उन्होंने तुरंत तौलिया को खोल कर हटा दिया. उन्होंने नीचे से कुछ नहीं पहना हुआ था. वो बाजी के सामने ही नीचे से नंगे हो गये. अब्बू का लंड मैंने पहली बार देखा था. उनका लंड काला सा और काफी बड़ा था.
वो अपनी जांघ को देखने लगे. गर्म चाय गिरने से उनकी त्वचा लाल हो गयी थी. बाजी तुरंत किचन से नारियल तेल की शीशी लेकर आई. उनकी जांघ पर नारियल तेल लगाने लगी. तेल लगाने से अब्बू को कुछ राहत मिली.
बाजी जब उनकी जांघ पर तेल लगा रही थी तो अब्बू का लंड उठना शुरू हो गया था. अब्बू बाजी के बदन को घूर रहे थे. देखते ही देखते उनका लंड पूरा तन गया. बाजी शर्म के मारे अब्बू की तरफ देख भी नहीं रही थी.
अब्बू ने कहा- आफरीन, कुछ देर के लिए मेरा सिर दबा दो. अभी सिर में बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है.
अब्बू ने अपनी जांघों चादर डाल ली और बाजी बेड के सिरहाने पर चली गई. वो अब्बू का सिर दबाने लगी.
मैंने देखा कि अब्बू का लंड चादर के अंदर तंबू बनाये हुए था. बाजी उनके सिरहाने बैठ कर उनके सिर पर मसाज दे रही थी.
दोस्तो, एक बात मैं आपको बता दूं कि मेरे अब्बू बहुत बड़े चोदू हैं. पड़ोस की औरतों के साथ भी उनकी चुदाई के किस्से सुनने को मुझे मिलते रहते हैं.
इधर मेरी बाजी का फिगर भी बहुत कमाल था. 32-28-32 के फीगर को देख कर वो किसी का भी लंड खड़ा कर सकती थी. मेरी बाजी भी काफी कामुक है. कई बार मैंने उसको रात में अपनी चूत में उंगली करते हुए देखा हुआ था. मगर ये बात मैंने किसी को नहीं बताई थी.
मैं उन दोनों को देख रहा था. तभी अब्बू ने बाजी की चूचियों की तरफ हाथ बढ़ाये. मगर बाजी ने उनके हाथ को हटा दिया. कुछ देर के बाद वो फिर से बाजी की चूचियों को छेड़ने लगे.
बाजी बोली- क्या कर रहे हो अब्बू?
अब्बू ने नशे में कहा- तू मेरी बेटी है न, अपनी बेटी से प्यार कर रहा हूं.
फिर उन्होंने उठ कर कमरे की लाइट को बंद कर दिया. मुझे अंधेरे में कुछ खास दिखायी नहीं दे रहा था. मगर उन दोनों की बातें अभी भी सुनाई दे रही थीं.
अब्बू बाजी को छेड़ रहे थे. बाजी भी अब्बू की हरकतों का बुरा नहीं मान रही थी.
मुझे भी शर्म आने लगी और बाजी ने भी मुंह फेर लिया. फिर बाजी ने मुझसे कहा कि मैं अब्बू को उठने में मदद करूं. बाजी मुंह फेर कर खड़ी हुई थी. मैंने पास जाकर अब्बू को उठने में मदद की. उनका तौलिया लपेटा और उनको बेड की तरफ ले जाने लगा.
मगर अब्बू काफी भारी थे. मुझसे नहीं संभल रहे थे. फिर मैंने बाजी को सहायता करने के लिए कहा. हम दोनों भाई-बहन अब्बू को उठा कर बेड की ओर ले गये. उनको वहां पर लेटा दिया.
अब्बू बोले- मेरा सिर फटा जा रहा है.
बाजी ने मुझसे कहा कि मैं अपने कमरे में चला जाऊं. उनकी बात मान कर मैं वहां से चला गया. मगर मैं अपने कमरे की चौखट से झांकने लगा. बाजी किचन में गई और अब्बू के लिए चाय बनाने लगी. पांच मिनट के बाद वो वापस आई और अब्बू को चाय पीने के लिए कहा ताकि उनको कुछ आराम मिले.
अब्बू ने बाजी के हाथ से चाय ली. मगर जैसे ही वो पीने लगे तो चाय उनके तौलिये पर गिर गयी. गर्म चाय गिरने से अब्बू का सारा नशा उड़ गया. वो जोर से चीखे क्योंकि गर्म चाय उनकी जांघ पर गिर गयी थी.
उन्होंने तुरंत तौलिया को खोल कर हटा दिया. उन्होंने नीचे से कुछ नहीं पहना हुआ था. वो बाजी के सामने ही नीचे से नंगे हो गये. अब्बू का लंड मैंने पहली बार देखा था. उनका लंड काला सा और काफी बड़ा था.
वो अपनी जांघ को देखने लगे. गर्म चाय गिरने से उनकी त्वचा लाल हो गयी थी. बाजी तुरंत किचन से नारियल तेल की शीशी लेकर आई. उनकी जांघ पर नारियल तेल लगाने लगी. तेल लगाने से अब्बू को कुछ राहत मिली.
बाजी जब उनकी जांघ पर तेल लगा रही थी तो अब्बू का लंड उठना शुरू हो गया था. अब्बू बाजी के बदन को घूर रहे थे. देखते ही देखते उनका लंड पूरा तन गया. बाजी शर्म के मारे अब्बू की तरफ देख भी नहीं रही थी.
अब्बू ने कहा- आफरीन, कुछ देर के लिए मेरा सिर दबा दो. अभी सिर में बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है.
अब्बू ने अपनी जांघों चादर डाल ली और बाजी बेड के सिरहाने पर चली गई. वो अब्बू का सिर दबाने लगी.
मैंने देखा कि अब्बू का लंड चादर के अंदर तंबू बनाये हुए था. बाजी उनके सिरहाने बैठ कर उनके सिर पर मसाज दे रही थी.
दोस्तो, एक बात मैं आपको बता दूं कि मेरे अब्बू बहुत बड़े चोदू हैं. पड़ोस की औरतों के साथ भी उनकी चुदाई के किस्से सुनने को मुझे मिलते रहते हैं.
इधर मेरी बाजी का फिगर भी बहुत कमाल था. 32-28-32 के फीगर को देख कर वो किसी का भी लंड खड़ा कर सकती थी. मेरी बाजी भी काफी कामुक है. कई बार मैंने उसको रात में अपनी चूत में उंगली करते हुए देखा हुआ था. मगर ये बात मैंने किसी को नहीं बताई थी.
मैं उन दोनों को देख रहा था. तभी अब्बू ने बाजी की चूचियों की तरफ हाथ बढ़ाये. मगर बाजी ने उनके हाथ को हटा दिया. कुछ देर के बाद वो फिर से बाजी की चूचियों को छेड़ने लगे.
बाजी बोली- क्या कर रहे हो अब्बू?
अब्बू ने नशे में कहा- तू मेरी बेटी है न, अपनी बेटी से प्यार कर रहा हूं.
फिर उन्होंने उठ कर कमरे की लाइट को बंद कर दिया. मुझे अंधेरे में कुछ खास दिखायी नहीं दे रहा था. मगर उन दोनों की बातें अभी भी सुनाई दे रही थीं.
अब्बू बाजी को छेड़ रहे थे. बाजी भी अब्बू की हरकतों का बुरा नहीं मान रही थी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.